उन्होंने स्वास्थ्य क्षेत्र के बारे में कहा कि प्रदेश में कुपोषण दूर करने के लिए काम किया जा रहा है। गो से स्वास्थ्य भी सुधरेगा और अर्थव्यवस्था में भी सुधार आएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश की नरवा, गरवा, घुरूवा योजना के लिए सभी को योगदान देने की जरूरत है। इस योजना से कृषि लागत भी कम होगी। कंपोस्ट जैविक खाद से खेत में आगे बढऩे में मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि प्रदेश शासन के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य एवं रोजगार प्राथमिकता में है। प्रदेश में शिक्षा में सुधार के लिए 19 वर्ष के बाद शिक्षकों की भर्ती की जा रही है। साथ ही प्रदेश में छत्तीसगढ़ी भाषा के अलावा गोड़ी, हल्बी और अन्य बोली में भी पढ़ाई होगी, जिससे बच्चों को अपनी बोली में ज्ञान मिल सकेगा।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि बीएसपी, एनएमडीसी व एनटीपीसी को प्रदेश में ही भर्ती परीक्षा आयोजित करने कहा गया है। इससे प्रदेश के ज्यादा युवाओं को रोजगार मिल सकेगा। जिन उद्योगों में किसानों व जमीन मालिकों से जमीन अधिग्रहण की गई है, उनके प्रभावितों को पहले रोजगार देना होगा। इसके बाद स्थानीय लोगों को रोजगार देना होगा। हम हर स्तर पर अवसर देने के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं।
महासभा के मंच से समाज ने पिछड़े वर्ग के लिए 27 फीसदी आरक्षण की मांग की। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रकरण न्यायालय में है। दूसरी तरफ प्रदेश में 58 फीसदी आरक्षण है, जिसमें 10 फीसदी आरक्षण सवर्ण के लिए होगा। यानी 68 फीसदी आरक्षण होगा। यदि 13 फीसदी आरक्षण बढ़ाया जाएगा तो आरक्षण 81 फीसदी तक पहुंचेगा। उन्होंने आगे कहा कि सबकी सहमति हो तो इस पर विचार किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने ग्राम बावा मोहतरा में सामाजिक भवन के लिए 50 लाख रुपए देने की घोषणा की। साथ ही मिनी स्टेडियम को अगले बजट में शामिल करने की बात कही। इसके साथ-साथ उन्होंने जिले के नगरीय निकायों के लिए 4 करोड़ 50 लाख रुपए देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने मत्स्य पालन विभाग अंतर्गत हितग्राहियों को 10 हजार रुपए की लागत का नि:शुल्क जाल वितरण किया गया।
बेमेतरा. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सम्मेलन के दौरान जिले के 20 करोड़ 34 लाख 79 हजार रुपए के विभिन्न कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया। भूमिपूजन अंतर्गत खाल्हेदेवरी से पिपरोलडीह मार्ग लम्बाई 3.10 किमी. लागत राशि 501.21 लाख रुपऐ, अहिवारा-बेरला-बेमेतरा मार्ग निर्माण लम्बाई 4.50 किमी. (लिमाही चौक से बेरला तक) लागत राशि 1448.76 लाख रुपए शामिल है। इसके अलावा बेमेतरा में 50 सीटर अनुसूचित जनजाति कन्याओं के लिए प्री-मैट्रिक आदिवासी कन्या छात्रावास भवन का लोकार्पण किया। इसकी लागत राशि 84.82 लाख रुपए शामिल हैं।
गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि समाज के लिए सभी व्यक्तियों को सहयोग करना चाहिए। जिस तरह माता-पिता, गुरु का ऋण होता है, उसी तरह समाज का ऋण होता है। जिससे मुक्त होने के लिए समाज को सहयोग करना चाहिए। समाज में बौद्धिक वर्ग, युवा वर्ग एवं महिलाओं का शामिल होना आवश्यक है। प्रभारी मंत्री अनिला भेडिय़ा ने कहा कि कलार डड़सेना सिन्हा समाज ने वास्तव में आगे बढ़ा है। आज समाज को बच्चों को शिक्षित करने पर ध्यान देना चाहिए। जिससे आगे आने वाली पीढ़ी बढ़ सके। विधायक आशीष छाबड़ा ने समाज का हर क्षेत्र में योगदान रहा है। वहीं विधायक ने गांव में गौरवपथ, सामाजिक भवन एवं मिनी स्टेडियम की जरूरत बताई। प्रदेश शासन के कार्यों से भी लोगों को अवगत कराया। संजारी बालोद के विधायक भैयाराम सिन्हा ने भी विचार रखे।
समाज के प्रदेश अध्यक्ष दीपक सिन्हा ने कहा कि प्रदेश में छत्तीसगढ़ वालों को अपना हक नहीं मिला है। पिछड़ा वर्ग को केवल 14 फीसदी आरक्षण दिया जा रहा है। जबकि हमें 27 फीसदी आरक्षण की जरूरत है। साथ ही आयोजन स्थल पर गायत्री मंदिर व भवन के लिए 50 लाख रुपए देने की मांग की। जिला मुख्यालय में एक चौक माता कलारिन बाई के नाम पर रखने की मांग भी की गई।