scriptस्वतंत्रता सेनानियों की स्मृतियों को नहीं सहेज रहा शासन 45 में से मात्र पांच सेनानियों के नाम किए स्कूल-कॉलेज | School-colleges named just 5 out of 45 freedom fighters in the dist. | Patrika News

स्वतंत्रता सेनानियों की स्मृतियों को नहीं सहेज रहा शासन 45 में से मात्र पांच सेनानियों के नाम किए स्कूल-कॉलेज

locationबेमेतराPublished: Aug 14, 2019 10:27:04 pm

जिले में 45 स्वतंत्रता सेनानियों के नाम रिकार्ड में दर्ज हैं। जिसमें बेमेतरा के 10, देवकर के 5, ग्राम बैजलपुर के 5 और जिले के अन्य गावों के 25 स्वतंत्रता सेनानी शामिल हैं।

Bemetara Patrika

स्वतंत्रता सेनानियों की स्मृतियों को नहीं सहेज रहा शासन 45 में से मात्र पांच सेनानियों के नाम किए स्कूल-कॉलेज

बेमेतरा . जिले में 45 स्वतंत्रता सेनानियों के नाम रिकार्ड में दर्ज हैं। जिसमें बेमेतरा के 10, देवकर के 5, ग्राम बैजलपुर के 5 और जिले के अन्य गावों के 25 स्वतंत्रता सेनानी शामिल हैं। जिन्होंने आजादी की लड़ाई में अपना योगदान दिया है। जिले के इन सपूतों की पहचान को कायम रखने के लिए स्कूल, कॉलेज व चौक-चौराहों का नामकरण किए जाने की दरकार है। जिससे सपूतों के योगदान को हमेशा याद रखा जा सके। जिले में अब तक केवल 4 स्कूल व एक कॉलेज को स्वतत्रता संग्राम सेनानियों के नाम पर नामकरण किया गया है। इसी तरह की पहल और किया जाना चाहिए। जिले के स्वतंत्रता सेनानियों के परिजन भी कई साल से यही मांग करते आ रहे हैं।
इन सेनानियों के नाम पर किए गए स्कूल-कॉलेज
जिला कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार जिले के 45 स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों में अब तक नवागढ़ विकासखंड में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय संबलपुर को स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भागवत प्रसाद उपाध्याय, नवागढ़ विकासखंड में ही शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अधियारखोर को पंडित भगवती प्रसाद मिश्र, बेेमेतरा विकासखंड में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय दाढ़ी को लक्ष्मण प्रसाद दुबे, साजा विकासखंड के देवकर में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय को सेनानी नरसिंह प्रसाद अग्रवाल के नाम पर नामकरण किया गया है। इसी तरह जिला मुख्यालय में संचालित कन्या महाविद्यालय व एक गार्डन को स्वतंत्रता संग्राम सेनानी लक्ष्मण प्रसाद वैद्य के नाम पर नामकरण किया गया है। इसके अलावा में साजा के ग्राम केहका मे शासकीय उच्चतर माध्यमिक स्कूल का नामकरण शहीद वीर नारायण सिंह व बेरला के ब्लाक के शासकीय हाईस्कूल टकसीवा का नामकरण डा. खूबचंद बघेल के नाम पर किया गया है।
गांधी जी के आव्हान पर पिताजी कूदे थे आजादी के समर में – विजय
जिले के नवागढ़ ब्लॉक के ग्राम तेदुवा के स्वतत्रता संग्राम सेनानी भागवत प्रसाद उपाध्याय के बेटे विजय उपाध्याय बताते हैं कि मेरे पिताजी अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान बापू के आव्हान पर आजादी के समर में कूद पड़े और रायपुर में अध्ययन करते हुए वहां के गली-कूचों में भाषण देकर अपने साथियों को एकत्रित करने लगे। तब अंग्रेजों ने आंदोलन के दौरान बड़े नेता केयूरभूषण मिश्रा व मोती लाल त्रिपाठी को गिरफ्तार कर लिया था। तब उपाध्यायजी ने अपने 22 साथियों के साथ कम उम्र में ही आंदोलन किया। जिसके बाद अंग्रेजों ने परेशान होकर सभी आंदोलनकारी विद्यार्थियों को कालीबाड़ी के पास 27 सितंबर 1942 को गिरफ्तार कर रायपुर के सेंट्रल जेल में रखा। सभी 22 आंदोलनकारियों को 6 माह की सजा दी गई। जिसके बाद 20 मार्च 1043 को वे रिहा हुए। जिसके बाद नागपुर पहुंचकर आंदोलन में शामिल हुए। उन्हें 15 अगस्त 1972 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गाधी ने ताम्रपत्र प्रदान किया था। जिसके बाद जीवनकाल तक वे जन सेवा में जुटे रहे।
स्वतंत्रता सेनानियों के उत्तराधिकारियों की मांग पर ध्यान नहीं दे रही सरकार
जिले के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के उत्तराधिकारी लंबे समय से अपने पूर्वजों की याद को चिरस्थायी बनाने के लिए शासन से विभिन्न मार्गों, वार्डों, चौक-चौहारों व शासकीय भवनों का नामकरण जिले के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के नाम पर करने की मांग कर रहे हैं। साथ ही स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के उत्तराधिकारियों ने बस, रेल व हवाई यात्रा में छूट दिए जाने, तीन पीढ़ी तक पेंशन दिए जाने, शासन स्तर पर विशेष आईडी जारी करने, शासकीय नौकरी में प्राथमिकता दिये जाने, उच्चशिक्षा प्राप्त करने पर फीस में छूट दिए के साथ-साथ तहसील व जिला मुख्यालय में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के उत्तराधिकारियों के बैठने के लिए भवन स्वीकृत किए जाने की भी मांग की है। जिले के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के उत्तराधिकारियों के द्वारा अखिल भारतीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी उत्तराधिकारी संगठन बनाकर अपनी आवाज बुलंद की जा रही है। लेकिन अभी तक शासन स्तर पर कोई पहल नहीं की है। जिसके चलते उत्तराधिकारी नाराज हैं। जिले के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के उत्तराधिकारी में अरुण कुमार शर्मा, मोहित राम वर्मा, रमेश सैनिक ने यह बातें कही है।
ये हैं बेमेतरा जिले के स्वतंत्रता सेनानी
* डीएन ठाकुर आ. प्रयागराज (बेमेतरा)
* ररुहा आ. छेरका (ग्राम बासा, बेरला)
* सखाराम आ. मनोहर (भरकसी,)
* रामस्वरूप आ. राजन (घुरसेना)
* कृपाराम आ. दीना (कुसमी, बेरला)
* मंशाराम आ. लल्लूप्रसाद (केशडबरी)
* मुन्जन आ. सुखभंजन सिंह (बेमेतरा)
* दयाशंकर तिवारी आ. गणेश (बेमेतरा)
* झूलाराम आ. सीतादास (बेमेतरा)
* रामदास आ. चैनदास (पिकरी, बेमेतरा)
* मधुकर सिंह आ. प्रेमसिंह (सोढ़, बेरला)
* दयाराम आ. दीना (बिलई, बेमेतरा)
* बनवार आ. धनिया (बैजलपुर, बेमेतरा)
* ललुवा आ. शिवराम (बेमेतरा)
* शिवशंकर आ. माधोप्रसाद (बेमेतरा)
* लक्ष्मण वैद्य आ. रामलाल (दाढ़ी)
* अवधराम आ. उन्नतराम (बेमेतरा)
* नम्मू आ. सुखी (छिरहा)
* बिसाहू प्रसाद आ. चुरामन (जिया)
* भागवत आ. गोपाल (तेंदुवा, नवागढ़)
* बुधराम आ. गणेश (हथमुड़ी, बेरला)े
* नरसिंह आ. राजाराम (देवकर, साजा)
* झाडूराम आ. रामभरोसा (भिंभौरी)
* मल्लूराम आ. दीनदयाल (दाढ़ी)
* जेठूरमल आ. खुरजी (बिलई, बेमेतरा)
* बुधराम आ. दीना (बेमेतरा)
* मुकुटराम आ. नारायण (बेमेतरा)
* खम्हनलाल आ. गोवर्धन (बेमेतरा)
* पदुम आ. पचकौड़ (बैजलपुर, बेमेतरा)
* कलीराम आ. सदाशिव (बैजलपुर)
* उदयसिंह आ. घनाराम सिंह (बेमेतरा)
* पं. भगवती प्रसाद आ. महादीन मिश्रा (अंधियारखोर, नवागढ़)
* चन्दूलाल आ. गंगाराम (देवकर, साजा)
* झरगन आ. सालिक (देवकर, साजा)
* सुन्दर आ. बण्डा (कुम्ही, बेरला)
* नाथूराम आ. गजराज(सिलघट, बेरला)
* लक्ष्मीदास आ. रघुनाथ (बचेड़ी, साजा)
* लालूराम आ. आनंद सिंह (तिसमौर)
* नान्हू आ. गोदी (हरदास, बेमेतरा)
* कोन्दा भोई आ. सुनहर (देवकर)
* झगरू आ. सालिक (देवकर, साजा)
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