scriptमौत के मायने नहीं जानती मासूम बेटी पर पिता की थी अंतिम इच्छा, इसलिए चिता को आग देने श्मशान पहुंची 7 साल की वेदिका | Seven-year-old daughter cremated father's funeral in Bemetara | Patrika News

मौत के मायने नहीं जानती मासूम बेटी पर पिता की थी अंतिम इच्छा, इसलिए चिता को आग देने श्मशान पहुंची 7 साल की वेदिका

locationबेमेतराPublished: Oct 09, 2019 11:51:32 am

Submitted by:

Dakshi Sahu

मुक्तिधाम में एक सात साल की मासूम बेटी ने अपने पिता को मुखाग्नि दी तो वहां उपस्थिति लोगों की आंखें नम हो गई। मान्य परंपरा के विपरीत बेटा नहीं होने पर बेटी ने बेटे का फर्ज निभाया वो भी सात साल की उम्र में। (Bemetara News)

मौत के मायने नहीं जानती मासूम बेटी पर पिता की थी अंतिम इच्छा, इसलिए चीता को आग देने श्मशान पहुंची 7 साल की वेदिका

मौत के मायने नहीं जानती मासूम बेटी पर पिता की थी अंतिम इच्छा, इसलिए चीता को आग देने श्मशान पहुंची 7 साल की वेदिका

बालोद/अर्जुन्दा. नगर के मुक्तिधाम में एक सात साल की मासूम बेटी ने अपने पिता को मुखाग्नि दी तो वहां उपस्थिति लोगों की आंखें नम हो गई। मान्य परंपरा के विपरीत बेटा नहीं होने पर बेटी ने बेटे का फर्ज निभाया वो भी सात साल की उम्र में। यह दुखद घटना नगर पंचायत के परमेश्वरी वार्ड की है। देवांगन समाज के पूर्व अध्यक्ष मुरारीलाल देवांगन के छोटे पुत्र गैंदलाल 33 वर्ष का निधन हो गया। उनका स्वास्थ्य कुछ दिनों से ठीक नहीं था। शनिवार को वह घर पर ही आराम कर रहा था। दोपहर 12 बजे अचानक स्वास्थ्य बिगड़ गया। परिजन उसे तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
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मृतक की तीनों बेटियां
गैंदलाल देवांगन की तीन बेटियां वेदिका (7 वर्ष), काजल (5 वर्ष) और राशि (3 वर्ष) है। जिन्हे मौत के मायने नहीं मालूम। शव घर पहुंचने पर तीनों बेटिया मां ललेश्वरी, दादा, दादी, और बड़े पापा को रोते बिलखते देख रही थी। बेटियां सभी से पूछ रही थी कि पापा को क्या हुआ है। क्यों सफेद कपड़ा ढंककर सुलाया गया है। मासूमों को यह मालूम नहीं था कि उनके पिता इस दुनिया से विदा हो चुके है।
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मृतक की इच्छा अनुसार अंत्येष्टि हुई
मृतक की तीन बेटियां होने पर वह कहता था कि आज के जमाने में बेटियां भी किसी से कम नहीं है। उन्होंने अपना संस्कार बेटियां के हाथों ही करने की बात कही थी, लेकिन यह वक्त इतनी जल्दी आ जाएगा किसी को पता नहीं था। मृतक की इच्छा के अनुसार मृतक की बड़ी बेटी ने पिता की चिता को मुखाग्नि दी। गैंदलाल के इच्छानुसार बेटी वेदिका ने अपने पिता की अंतिम इच्छा पूरी करते हुए मुखाग्नि दी। अंतिम यात्रा में भाजपा नेता नरेश यदु, नगर पंचायत अध्यक्ष हरीश चंद्राकर, विश्वास गुप्ता, गिरधर देवांगन, चंद्रहास देवांगन, ईश्वर देवांगन, लीलेश्वर ठाकुर सहित बड़ी संख्या में सामाजिक, और व्यापारिक क्षेत्र से जुड़े लोग मौजूद थे।
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