युवक ने हिम्मत जुटा कर रकम वापस करने का फैसला किया। किसान ने बताया कि 5 अक्टूबर को दोपहर एक से डेढ़ बजे के लगभग हमारे गांव और ग्राम बघुली खार के ग्रामीण चार लोगों को चोर-चोर कह कर दौड़ा रहे थे। तब प्रमोद भी गांव के खार में दौड़ते हुआ गया। खार में जाने पर उसे जानकारी हुई कि जिन चारों को ग्रामीण दौड़ा रहे हैं, वे कैश वैन को लूट कर भाग रहे हैं। वह भी उनके पीछे दौडऩे लगा।
दौड़ते समय गांव के खार में लुटेरों की लूटी रकम में 500-500 का एक बंडल उसे मिला। जिसे उसने अपने पास रख लिया था। डर के कारण पुलिस और किसी व्यक्ति को नहीं बता पाया। अब उसने दाढ़ी थाने पहुंच कर पूरी रकम जमा कर दी। पुलिस ने 31 अक्टूबर को रकम की विधिवत जब्ती बनाई।
5 अक्टूबर को पुलिस ने वारदात के कुछ घंटे बाद आरोपियों को ग्रामीणों की मदद से पकड़ा था। साथ ही 80 लाख रुपए बरामद
किए थे।
6 अक्टूबर को आरोपियों की निशानदेही पर ग्राम अमलीडीह में वैन के गनमैन अनिल मिश्रा से लूटी गई 12 बोर बंदूक एवं उसके छह कारतूस, पिस्टल का हिस्सा और ग्राम बाघुल के धान खेत में काले रंग के बैग में 28 लाख रुपए बरामद किए।
10 अक्टूबर संकल्प शर्मा और सहायक पुनाराम लहरे के साथ मिलकर गबन किए गए 16 लाख रुपए बरामद किया। दोनों ने 8-8 लाख रुपए आपस में बांट लिए थे।