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इस गोंड राजा ने हजारों साल पहले तंत्र विद्या से की थी सिद्ध गणेश की स्थापना, देश के कोने-कोने से पहुंचते हैं श्रद्धालु

locationबेमेतराPublished: Sep 01, 2022 04:48:48 pm

Submitted by:

Dakshi Sahu

गणेश उत्सव पर हर साल देश के कोने-कोने से श्रद्धालु इस सिद्ध पीठ में भगवान गणेश का दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। यह मंदिर नवागढ़ नगर में है।

इस गोंड राजा ने हजारों साल पहले तंत्र विद्या से की थी सिद्ध गणेश की स्थापना, देश के कोने-कोने से पहुंचते हैं श्रद्धालु

इस गोंड राजा ने हजारों साल पहले तंत्र विद्या से की थी सिद्ध गणेश की स्थापना, देश के कोने-कोने से पहुंचते हैं श्रद्धालु

बेमेतरा/नवागढ़. छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले में भगवान गणेश की एक ऐसी सिद्ध प्रतिमा विराजमान है जिसके दर्शन मात्र से लोगों की मनोकामना पूरी हो जाती है। गणेश उत्सव पर हर साल देश के कोने-कोने से श्रद्धालु इस सिद्ध पीठ में भगवान गणेश का दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। यह मंदिर नवागढ़ नगर में है। जिसकी महत्ता इतिहासकार, भक्त और स्थानीय लोगों के अलावा देश के कोने-कोने में बसे श्रद्धालुु जानते है। मान्यतानुसार नवागढ़ में गोंड राजा की रियासत थी। उनके ही द्वारा वर्ष 704 में तंत्र विद्या के द्वारा सिद्ध गणेश मूर्ति की स्थापना की गई थी। उस वक्त आम लोगों को पूजा करने की अनुमति नहीं थी। नवागढ़ में विराजित गणेश जी को मनोकामना सिद्ध माना गया है जिनके दर्शन मात्र से कल्याण होता है। नित्य पूजा में शामिल होने वाले भक्तों के अलावा राज्य के कोने-कोने से भक्त यहां आते है, वर्षभर धार्मिक आयोजन भी चलता है।
करते हैं भगवान गणेश की प्रतिमा
नवागढ़ में गोंड राजसत्ता की निशानी किला मंदिर सहित कई स्थल है जो अब समय के साथ परिवर्तित स्वरूप में है, लेकिन गणेश मंदिर का गर्भगृह आज भी मूल स्वरूप का दर्शन कराती है। तीन बार मंदिर के मरम्मत की जानकारी आम लोगों को है। इसमें महाराष्ट्रीयन ब्राम्हण परिवारों का योगदान उल्लेखनीय है। अब यह मंदिर एक पावन तीर्थ बन गया है। इसकी गिनती अब देश के सिद्ध गणेश मंदिरों में होती है। यही कारण है कि यहां हर साल दूर-दूर से श्रद्धालु सिद्ध गणेश की परिक्रमा करने के लिए पहुंचते हैं।
मंदिर में विराजमान है कई देवी-देवता
पर्यटन के नक्शे में मंदिर के शामिल होने के बाद राजा नरवर साय की नगरी नवागढ़ में भक्तों की संख्या में इजाफा हुआ है। मंदिर प्रांगण में रायपुर निवासी रामेश्वर सिन्हा ने शिव और दुर्गा प्रतिमा की स्थापना करवाई है। दुर्गा देवी मूर्ति स्थापना में राज्यपाल रमेश बैस सपरिवार यजमान समूह में शामिल थे, मंदिर में अब गोपाल जी झूला झूलते भक्तों को नजर आते है। यहां हरिशचंद्र जैन द्वारा स्थापित हनुमान जी भी विराजमान है।
शमी करते है संकट दूर
नवागढ़ गणेश मंदिर के ठीक सामने शमी का वृक्ष है। इसका उल्लेख धार्मिक ग्रंथों में मिलता है जिसमें देश के गणेश मंदिरों का उल्लेख है। शमी के पत्ते भगवान गणेश को अतिप्रिय है, पूजन अनुष्ठान में उपयोग होता है। शमी वृक्ष की पूजा और परिक्रमा से संकट दूर होते हैं।
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