शुरू हुआ लौटने का क्रम अपने परिजनों, सगे-संबंधियों और दोस्तों के साथ होली का त्योहार मनाने पहुंचे अन्यत्र शहरों में रोजी-मजदूरी कमाकर जीवन यापन करने वाले, नौकरीपेशा और उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे छात्र लौटने लगे हैं। इसकी वजह से दल्लीराजहरा-दुर्ग पैसेंजर में पहले की अपेक्षा यात्रियों की भीड़ और भी बढ़ गई है। दोपहर के समय गुदुम स्टेशन से दल्लीराजहरा आकर
दुर्ग ? स्टेशन जाने वाली पैसेंजर में रविवार की तरह सोमवार को भी भीड़भाड़ की स्थिति रही। जैसे ही ट्रेन गुदुम स्टेशन से पहुंची तो दल्लीराजहरा स्टेशन में ही सभी बोगियां खचाखच भर गई और अनेकों लोगों को खड़े रहकर सफर करना पड़ा।
पहले ही बढ़ गई है यात्रियों की संख्या यात्रियों ने बताया कि हर साल त्योहार अथवा विवाह के सीजन में खास तौर पर बुजुर्ग, महिला व पुरुष यात्री तथा छोटेे बच्चों को सफर के दौरान परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वैसे भी आम दिनों में सुबह 5:50 की दल्लीराजहरा-रायपुर पैसेंजर टे्रेन में यात्रियों की संख्या में इजाफा हुआ है, बालोद तथा आगे के स्टेशनों के सैकड़ों यात्रियों को मरौदा, दुर्ग या
रायपुर ? तक खड़े रहकर ही सफर करना पड़ता है। अब होली मनाने के बाद सैकड़ों लोग अपने-अपने कार्यस्थलों पर लौटने लगे हैं, इससे अंदाया लगाया जा सकता है कि आगे के स्टेशन कुसुमकसा, बालोद, लाटाबोड़, गुण्डरदेही, सिकोसा आदि स्टेशनों के यात्रियों को ट्रेन में सफर करने के लिए कितनी परेशानियां हो सकती है।
रोज पैसेंजर ट्रेन चलाए जाने की जरूरत ट्रेन में सफर कर रहे रामनंद यदु, किरण लाल व विकास सोनी के साथ अन्य यात्रियों का कहना था कि दल्लीराजहरा से रायपुर डेमू ट्रेन में बोगियां बढ़ाए जाने के साथ साथ वर्तमान मेें सप्ताह में सोमवार, मंगलवार व बुधवार को चलाए जा रहे दल्लीराजहरा-दुर्ग अतिरिक्त पैसेंजर ट्रेन को प्रतिदिन चलाया जाए तो कुछ दिनों बाद स्कूली बच्चों के गर्मी की छुट्टियों व शादी ब्याह के सीजन मेें सैकड़ों यात्रियों को कुछ राहत मिल सकती है। इस पर राययुर रेल मंडल के अधिकारियों को शीघ्र विचार करना चाहिए।
बसों में भी बढ़ी यात्रियों की भीड़ इधर दल्लीराजहरा से राजनांदगांव, मानपुर, दुर्ग, बालोद, धमतरी व रायपुर तथा कांकेर, भानुप्रतापपुर,
जगदलपुर जाने वाली बसों में भी यात्री संख्या बढ़ गई है। जिसमें सफर करने वाले लोग किसी तरह से परेशानी उठाकर अपने गंतव्य की ओर पहुंच रहे हैं।