यूपी, बिहार और मध्यप्रदेश के तस्कर बेमेतरा में कर रहे गांजा सप्लाई
बेमेतराPublished: Jul 13, 2018 12:17:23 am
चार लाख का 47 किलो गांजा जब्त, आरोपियों पर नारकोटिक एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज किया
यूपी, बिहार और मध्यप्रदेश के तस्कर बेमेतरा में कर रहे गांजा सप्लाई
बेमेतरा. जिला मुख्यालय में आए दिन सामने आ रहे गांजा तस्करी के मामलों में गुरुवार को एक इजाफा और हो गया, जब बेमेतरा थाना और क्राइम ब्रांच की टीम ने बेमेतरा-सिमगा रोड पर ग्राम पथर्रा के पास ग्राम जिया मोड़ पर चार आरोपियों को अलग-अलग पैकेटेा में भरे 47 किलो गांजा के साथ पकड़ा। जब्त किए गए गांजा की कीमत 3,76,000 रुपए बताई गई है, वहीं आरोपियों से गांजा बेचकर रखे 45,000 रुपए भी बरामद किया गया। पुलिस की पूछताछ में आरोपियों द्वारा गांजा को अवैध रूप से बेचना स्वीकार किया गया। पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ नारकोटिक एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज कर हिरासत में लिया है।
गांजा बेचने के लिए तलाश रहे थे ग्राहक
थाना बेमेतरा और क्राइम ब्रांच टीम को मुखबिर से सूचना मिला कि बेमेतरा-सिमगा रोड ग्राम पथर्रा के पास ग्राम जिया मोड़ पर कुछ लोग गांजा बेचने के लिए ग्राहक तलाश रहे हैं। सूचना प्राप्त होने पर थाना बेमेतरा व क्राइम ब्रांच टीम ने संदिग्ध लोगों को पकड़कर कड़ाई से पूछताछ कर तलाशी ली, जिसमें आरोपी धीरज सिन्हा पिता विजय बहादुर सिंह निवासी जिला बक्सर -बिहार, पंकज पिता श्रीनाथ सिंह निवासी सूनडोगरी वार्ड नं. 4 (मूलनिवास जिला गाजीपुर, उप्र), शुभम पिता हरीशचन्द्र शुक्ला निवासी इलाहाबाद-उप्र, अजमेर पिता काशीराम सिंह साकिन ग्वालियर(जोरा) जिला मुरैना, मप्र से 47 किलो गांजा अलग-अलग पैकेट में जब्त किया गया।
काम आई सक्रियता
इस कार्रवाई में एसडीओपी गीता वाधवानी, थाना प्रभारी बेमेतरा निरीक्षक राजेश मिश्रा, निरीक्षक गोल्डी भारद्वाज, सउनि एएस साहू, क्राइम ब्रांच टीम प्रभारी सउनि डीएल सोना, प्रआर सुरेश सिंह, आर जितेन्द्र वर्मा, जयकिशन साहू, रामकुमार भारती, हेमप्रसाद साहू, देवेन्द्र सिन्हा, प्रदीप चतुर्वेदी, लोकेश सिंह, विक्रम राजपूत, आसिफ खान और बेमेतरा पुलिस टीम का मुख्य भूमिका रही।
बेमेतरा बन रहा गांजा तस्करों का जंक्शन
यह पहली बार नहीं है जब गांजा तस्करी के मामले में दीगर प्रदेश के लोग पकड़े गए हैं। दरअसल, जिले में दीगर प्रदेशों और शहरों से आकर गांजा बेचने वालों की सक्रियता पुलिस के लिए चुनौती साबित हो रही है। जिले में पुलिस द्वारा पकड़े गए आरोपियों में तिल्दा, बिलासपुर, दुर्ग, रायपुर के अलावा उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्यप्रदेश के गंाजा तस्कर शामिल हैं। अलग-अलग क्षेत्रों से आकर सक्रिय हुए तस्करों के कारण जिला धिरे धिरे जक्शन बनते जा रहा है। बताया जाता है कि बाहर से आने वाले तस्कर गांवों तक पहुंचकर न केवल माल खपा रहे हंै, बल्कि पूरे जिले में नेटवर्क फैला कर काम कर रहे हैं।
जिले में दो क्राइम ब्रांच टीम काम कर रही
जिले में पखवाड़े भर पूर्व गठित किए गए दो क्राइम ब्रांच की सक्रियता का असर नजर आने लगा है। दोनों टीम आरोपियों की धरपकड़ में जुटी हुई है। इस पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विनेाद बैस ने बताया कि अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए एक साथ दो क्राइम ब्रांच का गठन किया गया है। जिससे अधिक सफलता मिल रही है। सूचना पर तत्काल अमल कर आरोपियों को पकड़ा जा रहा है। कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।
गांजा तस्करी के हर महीने दो से तीन प्रकरण
जिले में तस्करों की सक्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि बीते 28 जून को जिला मुख्यालय से महज 8 किमी दूर नेशनल हाइवे पर बिलासपुर से आए युवक क्षितिज कुमार से 6 किलो और मंगतुराम धु्रव से 3 किलो के लगभग गांजा बरामद किया गया था। गांजा तस्करी करने वाले युवक क्षितिज कुमार पिता आशाराम साहू उम्र 20 वर्ष बिलासपुर से आकर गंाजा खपा रहा था, वहीं दूसरा युवक मंगतु राम दोबारा गांजा खरीदते पकड़ा गया है। इससे पूर्व रायपुर से आए युवक नारद कुर्रे व नंदनी निवासी सुदाम को 3 किलो गांजा के साथ बेरला पुलिस ने 5 मई को गिरफतार किया गया था, दोनों ने क्षेत्र में आकर गांजा खपाने की बात स्वीकार की थी। वहीं 2 मई को तिल्दा के दो युवकों को 7 किलो 800 ग्राम गांजा लेकर गाम पंहदा में बेचते पकड़़ा गया था, बेरला पुलिस की कार्रवाई में कन्हैया लाल नेवरा निवासी व रोशन कुमार पिता मंगलु ने जिले के गांवों में गांजा बेचने की बात पुलिस को दिए बयान में स्वीकार की थी। इससे पूर्व भी जिले में कई प्रकरणों में दीगर जिलों के तस्करों के गांजा बेचते पकड़े गए थे।