धर्म विशेष से जुड़ा मामला होने के कारण आपसी सौहाद्र्र बिगडऩे की आशंका से अधिकारियों के हाथ-पैर फूल गए थे। उन्होंने प्रदर्शन में शामिल प्रतिनिधिमंडल से फोन पर चर्चा कर निर्माण पर तुरंत रोक लगाने का आश्वासन दिया। करीब घंटेभर के प्रदर्शन के बाद एसडीएम डीएन कश्यप, एसडीओपी एसएस शर्मा, थाना प्रभारी राजेश मिश्रा दलबल सहित धरना स्थल पर पहुंच गए। एसडीएम कश्यप ने कलक्टर महादेव कावरे के आदेश पर अवैध निर्माण पर रोक के आदेश की प्रति सौंपी। इसके बाद अधिकारियों के मान-मनौव्वल से प्रदर्शनकारी शांत हुए। प्रदर्शन में प्रशांत तिवारी, राजा पांडेय, राहुल टिकरिहा, प्रणीश रजक, जय गंगासागर सोनी, नीलकंठ साहू, मोंटी साहू, गणेश माहेश्वरी, विकास घरडे, जितेंद्र यदु, डेरहा देवांगन, केशव साहू, गोल्डी साहू, टीपू वर्मा, समीर वर्मा, अमर साहू, सन्नी देवांगन, निर्मल धीवर, फेकन साहू आदि मौजूद रहे।
ग्राम सरपंच देवजानी देशलहरा की कार्यप्रणाली से ग्रामीणों में नाराजगी है। 6 माह पूर्व ग्रामीणों के विरोध के बाद पंचायत ने निर्माण पर रोक लगा दी थी। लेकिन बीते माहभर से भवन का निर्माण फिर से शुरू कर दिया गया। इस पर सरपंच ने अनभिज्ञता जाहिर की, जिससे ग्रामीण आक्रोशित हो उठे। क्योंकि इस भवन का निर्माण सरपंच के घर से महज 100 मीटर दूर तालाब के पास हो रहा है।
सरपंच ने बताया कि करीब सालभर पहले जगदलपुर निवासी थामस टीवी ने तीन कमरे के स्कूल निर्माण की अनुमति मांगी। पंचायत से अनुमति मिलने के बाद इसका दुरुपयोग करते हुए 5 हजार वर्गफीट में भवन का निर्माण कराया जा रहा है। ग्रामीणों व हिन्दू संगठनों के विरोध के बाद निर्माण की एनओसी को निरस्त कर दिया गया। बावजूद पंचायत की अनुमति बगैर फिर से निर्माण शुरू कर दिया गया।
बीजाभाट समेत आसपास के गांवों के लोगों में धर्मान्तरण का भय बना हुआ है। इसलिए वे धर्म विशेष के इस अवैध निर्माण का विरोध कर रहे हैं। जिला संयोजक गोवंश प्रकोष्ठ राजा पांडेय ने कहा कि अनावेदक थामस 7 एकड़ जमीन खरीदने के साथ 5 हजार वर्गफीट में करोड़ों की लागत से निर्माण करा रहा है। संबंधित व्यक्ति को हो रही फंडिंग की जांच की मांग की गई। उन्होंने बताया कि पास के जेवरी गांव में सालभर पहले धर्मान्तरण का एक मामला सामने आया था। जहां संबंधित युवक को समझाकर धर्म वापसी कराई गई थी। इस संबंध में बेमेतरा एसडीएम डीएन कश्यप ने कहा कि ग्रामीणों के विरोध के बाद ग्राम बीजाभाट में कृषि भूमि खसरा नंबर 560 में भवन के निर्माण पर रोक लगा दी गई है। यहां नियमों को ताक पर रखकर भवन का निर्माण किया जा रहा था।