जिले में 54 वीटीपी, आधे निजी, आधे शासकीय बताना होगा कि जिले के 54 वीटीपी केन्द्र संचालित है जिसमें 27 शासकीय वीटीपी व 27 निजी वीटीपी केन्द्र पंजीकृत हैं। पंजीकृत केन्द्र बेमेतरा विकासखंड में 27 संचालित किए जा रहे हैं, जिसमें 12 शासकीय व 15 निजी वीटीपी केन्द्र हैं। नवागढ़ विकासख्ंाड में 8 केन्द्र संचालित हैं, जिसमें 4 शासकीय व 4 निजी हैं। बेरला में 10 केन्द्र संचालित हैं, जिसमें 6 शासकीय व 4 निजी केन्द्र हैं। साजा में 9 केन्द्र संचालित हैं, जिसमें 5 शासकीय और 4 निजी केन्द्र हंै। जिले को बीते वर्ष 3600 हितग्राहियों को प्रशिक्षण देने का लक्ष्य दिया गया था, जिसमे से 2911 को प्रशिक्षण दिया गया है। इनमें 1394 नियोजित याने
रोजगार पाने वाले हैं, वहीं 1046 प्रशिक्षण लिए हैं या फिर लेने वाले हितग्राही हैं।
4 वर्ष में 4069 को मिला रोजगार आंकड़ों के अनुसार, जिले में 7788 हितग्राहियों को प्रशिक्षण दिया गया है, जिसमें से 4069 को रोजगार मिला है। जिले में सत्र 2014-15 के दौरान 858 हितग्राहियों को प्रशिक्षण दिया गया था, जिसमें से 488 को रोजगार मिला है। वहीं 2015-16 के दौरान 1342 हितग्राही को प्रशिक्षण दिया गया था, जिसमें 805 को रोजगार मिला है। सत्र 2016 -17 के दौरान 2045 को प्रशिक्षण दिया गया, जिसमें 1311 को रेाजगार मिला है वहीं 2017-18 के दौरान 3185 को प्रशिक्षण दिया गया, जिसमे 1465 को रोजगार मिला है। सबसे अहम बात है कि नगरीय प्रशासन, ग्रामोद्योग विभाग, बागवानी विकास विभाग द्वारा 413 हितग्राहियों को अब तक प्रशिक्षण दिया गया है, पर एक भी प्रशिक्षण प्राप्त करने वालों को रोजगार नसीब नहीं हुआ है।
डेढ महीने से नहीं मिला एक भी बैच विभागीय जानकारी के अनुसार, जिले के बेमेतरा, साजा, बेरला, नवागढ़ विकासखंड में संचालित किए जा रहे 54 केंद्रों में किसी भी केन्द्र को एक भी बैच प्रशिक्षण के लिए नहीं मिला है। इन 54 में से 27 केन्द्रों में 50 दिनों से बैच बंद है। वहीं जिन 27 केन्द्रों में अभी भी पुराने बैच को बची अवधि का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिसके पूर्ण होने के बाद आने वाले समय में यहां भी बंद होने की स्थिति होगी।
कौशल विकास का अधिकार बनाकर शुरू की गई थी योजना छत्तीसगढ़ युवाओं के कौशल विकास का अधिकार अधिनियम 2013 में लागू किया गया था। योजना के तहत 14 सें 45 वर्ष के आयु वर्ग के युवाओं को कौशल विकास का अधिकार दिया गया है। जिसमें युवाओं को आवेदन प्रस्तुत करने के 90 दिनों के अंदर प्रशिक्षण देना शुरू करना हंै, जिसके लिए 346 कौशल को अधिसूचित किया गया है, जिसके लिए आवेदक पोर्टल में ऑनलाइन आवेदन प्रस्तुत कर सकता है। लेकिन बीते 50 दिनों से जिस तरह से पूरे प्रदेश में बैच दिया जाना बंद कर दिया गया है, उससे आवेदक भी पीछे हट रहे हैं। युवा रविकुमार वर्मा, प्रमोद शर्मा व अन्य ने बताया कि जिले में कोर्स के लिए अब तक नए बैच शुरू ही नहीं किया गया है, जिसके कारण उन्हें आवेदन देने का कोई औचित्य नहीं होना बताया है।
नहीं मिला है नया बैच – इंदिरा देवहारी प्रभारी डिप्टी कलक्टर इंदिरा देवहारी ने बताया कि पूरे प्रदेश में नए वित्तीय वर्ष में किसी भी केन्द्र को नए बैच जारी नहीं हुआ है। जहां पर बैच चल रहा है, वह पुराने वर्ष का है। जिले में वर्तमान में 500 हितग्राही प्रशिक्षण ले रहे हैं।