जिला रोजगार कार्यालय (Employment office) एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केन्द्र मे सत्र 2016-17 की अपेक्षा 2019-20 में अब तक पंजीकृत बेरोजगारों की संख्या दोगुने के करीब पहुंच चुका है। जिले में 16-17 के दौरान 39558 जीवित पंजीकृत बेरोजगार थे। जिसमें सामान्य वर्ग के 15646, अन्य पिछड़ा वर्ग के 13616, अनुसूचित जन जाति वर्ग के 2140 एवं अनुसूचित जाति वर्ग के 9321 बेरोजगारों का पंजीयन किया गया था। इसके बाद दिसंबर 2017 में जिले में 56977 पंजीकृत बेरोजगार थे, जिसमें समान्य वर्ग के 22136 पंजीकृत बेरोजगार थे।
जिले में शासन की योजनाओं के तहत मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, स्टैंडअप इंडिया योजना के तहत रोजगार के लिए सस्ते दर पर कर्ज देकर युवाओं को बेरोजगारी से मुक्ति व रोजगार दिलाना है। जिले में इन योजनाओं के तहत रोजगार पाने वालों की संख्या भी आवेदन करने वालों से काफी कम है। जिले में मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2018-19 के दौरान 72 आवेदन प्रस्तुत किए गए थे, जिसमें से 71 प्रकरणों को जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र ने बैंकों को प्रस्तुत किया था, जिसके बाद जिले में 30 प्रकरणों को स्वीकृत किया गया था, जिसमें से 22 प्रकरणों को स्वीकृत किया गया है।
बहरहाल जिले में रोजगार के साधनों की कमी सामने आने लगी है। जिस तरह की स्थिति रोजगार कार्यालय के आंकड़ों से सामने आए है, उसे देखते हुए जिले में रोजगार के साधन बढ़ाने की दरकार है। वहीं दूसरी तरफ देखा जाए तो स्वरोजगार के लिए आवेदन करने वालों को प्राथमिकता में रखते हुए वित्तीय सहायता देने की दरकार है, जिससे आने वाले दिनों में जिले में युवा अपने पैरों पर खड़े हो सकें। जिले में रोजगार कार्यालय ने 2015-16 के दौरान 4 प्लेसमेंट कैम्प व रोजगार मेला लगाया गया था, जिसमें 1470 पदों के लिए आवेदन मंगाए गए थे, जिसमें से केवल 236 लोगों को आवेदन के आधार पर चयनित कर रोजगार दिया गया। (Bemetara news)
इसके बाद 2016-17 में 10 रोजगार मेला व कैम्प लगाया गया था, जिसमें 1260 पदों के लिए 456 लोगों को रोजगार दिया गया। इसके बाद 2017-18 में 6 प्लेसमेट कैम्प आयोजित किया गया। जिसमें 980 पदों के लिए 155 लोगों को चयनित किया गया था। 2018-19 के दौरान 5 शिविर आयोजित किए गए। जिसमें 349 पदों के लिए 60 बेरोजगारों को रोजगार दिया गया है। जारी सत्र में अभी तक कैम्प आयोजित नहीं किया गया है। जिले में 2016 से अब तक आयोजित रोजगार शिविर में एक हजार से कम लोगों को यानी 996 लोगों को ही रोजगार मिला है।