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गोधना के किसान ने फसल बीमा के लिए1050 रुपए का प्रीमियम भरा, बीमा में मिला सिर्फ एक रुपए

locationबेतुलPublished: Sep 18, 2020 10:10:43 pm

Submitted by:

Devendra Karande

खरीफ २०१९ की प्रधानमंत्री फसल बीमा राशि का मुख्यमंत्री शिवराज ङ्क्षसह चौहान ने शुक्रवार को उज्जैन से सिंगल क्लिक के माध्यम से किसानों को वितरण तो कर दिया, लेकिन बैतूल जिले में ६४ हजार ८९३ किसानों को ही बीमा राशि का लाभ मिल सका है। जबकि खरीफ २०१९ में जिले के ९७ हजार ९३३ किसानों ने बीमा कराया था। यानि ७१ प्रतिशत किसानों को ही फसल बीमा योजना का लाभ मिला है।

कम बीमा राशि मिलने का किसानों ने जताया विरोध

Farmers protest against getting less insurance amount

बैतूल। खरीफ २०१९ की प्रधानमंत्री फसल बीमा राशि का मुख्यमंत्री शिवराज ङ्क्षसह चौहान ने शुक्रवार को उज्जैन से सिंगल क्लिक के माध्यम से किसानों को वितरण तो कर दिया, लेकिन बैतूल जिले में ६४ हजार ८९३ किसानों को ही बीमा राशि का लाभ मिल सका है। जबकि खरीफ २०१९ में जिले के ९७ हजार ९३३ किसानों ने बीमा कराया था। यानि ७१ प्रतिशत किसानों को ही फसल बीमा योजना का लाभ मिला है। वहीं कुछ किसानों को तो प्रीमियम राशि से भी कम बीमा राशि का क्लेम मिला है। चिचोली ब्लॉक के ग्राम गोधना के कृषक पूरनलाल ढाबले ने छह एकड़ में मक्का की बोवनी की थी। फसल बीमा के लिए उसने १०५०रुपए की प्रीमियम राशि भी जमा कराई लेकिन बीमा राशि क्लेम की जो सूची आई है उसमें किसान को बीमा के रूप में सिर्फ १ रुपए का क्लेम दिया गया है। ऐसे कई किसान हैं जिनके खातो में १०० रुपए से भी कम बीमा की राशि आई है। कृषि विभाग के मुताबिक जिले में कुल ८१ करोड़ ७१ लाख रुपए का बीमा मुआवजा वितरित किया गया है। जबकि अकेले केंद्रीय सहकारी बैंक में किसानों पर खरीफ २०१९ का १६७ करोड़ रुपए का कर्ज बकाया होना बताया जा रहा है। हालांकि बैंक अभी बीमा राशि से कर्ज की कटौती को लेकर आदेश जारी नहीं होना बता रहा है। वैसे किसानों के खातों में राशि अभी डली नहीं है।
६४ हजार किसानों को मिली बीमा की राशि
कृषि विभाग के मुताबिक खरीफ २०१९ के लिए जिले के ६४ हजार ८९३ किसानों को कुल ८१ करोड़ ७१ लाख ९३ हजार ८६० रुपए की बीमा राशि का मुआवजा दिया गया है। जबकि खरीफ २०१९ में जिले भर के ९७ हजार ९३३ किसानों ने प्रधानमंत्री फसल बीमा कराया था। कुल ७१ प्रतिशत किसानों को ही बीमा की राशि का क्लेम मिल सका है। कृषि विभाग के मुताबिक किसानों को थ्रेड होल्ड उपज से कम उपज आने पर ही बीमा राशि का लाभ दिया गया है। जिन किसानों को बीमा राशि का लाभ नहीं मिला है उनकी उपज थ्रेड होल्ड से अधिक बताई जाती है।
किसानों के खातों में नहीं आई राशि
मुख्यमंत्री ने सिंगल क्लिक के माध्यम से बीमा राशि का वितरण तो किसानों को कर दिया है लेकिन शुक्रवार को जिले में किसानों के खातों में यह राशि नहीं आ पाई थी। कृषि अधिकारियों का कहना था कि एक-दो दिन में राशि खाते में आ जाएगी। जिले में सर्वाधिक फसल बीमा की राशि का मुआवजा मुलताई ब्लॉक के किसानों को दिया गया है। मुलताई ब्लॉक के १४ हजार ४८३ किसानों को २० हजार २६ लाख ८० हजार ९५६ रुपए का बीमा राशि जारी की गई है। इसके प्रकार बैतूल ब्लॉक में 13 हजार 772 कृषकों को 17 करोड़ 26 लाख 77 हजार 44 रूपए जारी किए गए हैं। सबसे कम बीमा राशि भीमपुर के किसानों को १ करोड़ ७० लाख ६१ हजार ९९३ रुपए मिले हैं।
केंद्रीय सहकारी बैंक में किसानों पर १६७ करोड़ का कर्ज
प्रदेश सरकार ने जिले के किसानों को खरीफ २०१९ की फसल बीमा की राशि का वितरण तो कर दिया है, लेकिन जितनी राशि का वितरण किसानों को किया गया उससे कहीं अधिक किसानों पर बैंकों का कर्जा बताया जा रहा है। अकेले केंद्रीय सहकारी बैंक में खरीफ २०१९ फसल बीमा का किसानों पर १६७ करोड़ रुपए का कर्ज होना बताया जा रहा है। यह अकेले केंद्रीय सहकारी बैंक की स्थिति है इसके अलावा अन्य बैंकों में भी किसानों पर कर्ज बकाया होना बताया जा रहा है। हालांकि अभी बैंक को कर्ज काटने के संबंध में कोई लिखित आदेश जारी नहीं हुए हैं लेकिन कर्ज की राशि काटी जरूर जाएगी।
प्रीमियम राशि से भी कम मिला बीमा
जिले में वैसे तो फसल बीमा के नाम पर किसानों को ८१ करोड़ ७१ लाख रुपए से अधिक जारी किए गए हैं, लेकिन कई ऐसे भी किसान हैं जिन्हें प्रीमियम राशि से भी कम बीमा की राशि मिली है। जिला कांग्रेस किसान संघ के अध्यक्ष रमेश गायकवाड़ ने बताया कि ग्राम आरूल में झुनिया देशमुख के खाते में महज ९७ रुपए की बीमा राशि आई है। इसी प्रकार बोथिया के चिरोंजी इवने के खाते में ११२ रुपए बीमा के आए है। भरकावाड़ी के किसान जामघर पारधे के खाते में १५१रुपए की बीमा राशि आई है। गायकवाड़ ने कहा कि यह पैसा हम बीमा कंपनी को ही वापस कर देते हैं। इससे ज्यादा तो किसानों से प्रीमियम राशि वसूल ली गई है।
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