सफर करना हुआ महंगा
अब नेशनल हाइवे पर सफर करना महंगा हो गया है। आज से भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने टोल टैक्स में 10 से 65 रुपए तक की बढ़ोतरी की है। छोटे वाहनों के लिए 10 से 15 रुपए, जबकि कॉमर्शियल वाहनों के लिए 65 रुपए तक की बढ़ोतरी की गई है। वहीं 20 करोड़ से ज्यादा टर्नओवर वाले कारोबारी अनिवार्य ई-इनवॉइसिंग के दायरे में आएंगे। हर बिजनेस टू बिजनेस ट्रांजैक्शन के लिए ई-इनवॉइस जारी होगा। इसके न होने पर ट्रांसपोर्ट के दौरान माल जब्त किया जा सकता है। हर कंपनी को अकाउंट सॉफ्टवेयर में ऑडिट ट्रेल फीचर जु?वाना होगा। ऑडिट ट्रेल का उद्देश्य कंपनी के लेन-देन में एंट्री के बाद किए जाने वाले परिवर्तन का रिकॉर्ड रखना होता है। मांगे जाने पर ऑडिट ट्रेल उपलब्ध कराना होगा। इधर, अब वर्चुअल डिजिटल एसेट्स या क्रिप्टो पर 30 फीसदी टैक्स लगेगा। किसी व्यक्ति को क्रिप्टो करेंसी बेचने पर फायदा होता है, तो उसे टैक्स देना होगा। बिक्री पर 1 जुलाई से एक फीसदी टीडीएस भी काटा जाएगा।
अब नेशनल हाइवे पर सफर करना महंगा हो गया है। आज से भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने टोल टैक्स में 10 से 65 रुपए तक की बढ़ोतरी की है। छोटे वाहनों के लिए 10 से 15 रुपए, जबकि कॉमर्शियल वाहनों के लिए 65 रुपए तक की बढ़ोतरी की गई है। वहीं 20 करोड़ से ज्यादा टर्नओवर वाले कारोबारी अनिवार्य ई-इनवॉइसिंग के दायरे में आएंगे। हर बिजनेस टू बिजनेस ट्रांजैक्शन के लिए ई-इनवॉइस जारी होगा। इसके न होने पर ट्रांसपोर्ट के दौरान माल जब्त किया जा सकता है। हर कंपनी को अकाउंट सॉफ्टवेयर में ऑडिट ट्रेल फीचर जु?वाना होगा। ऑडिट ट्रेल का उद्देश्य कंपनी के लेन-देन में एंट्री के बाद किए जाने वाले परिवर्तन का रिकॉर्ड रखना होता है। मांगे जाने पर ऑडिट ट्रेल उपलब्ध कराना होगा। इधर, अब वर्चुअल डिजिटल एसेट्स या क्रिप्टो पर 30 फीसदी टैक्स लगेगा। किसी व्यक्ति को क्रिप्टो करेंसी बेचने पर फायदा होता है, तो उसे टैक्स देना होगा। बिक्री पर 1 जुलाई से एक फीसदी टीडीएस भी काटा जाएगा।