तीन की मौत, कई जल गए थे
बताया जा रहा है कि बुधवार को आरोपी जोगी पंवार, नंदकिशोर पंवार, भीमराव भोयर, दौलत भोयर, शंकर अम्मीलाल, पादरी रहडवे, अशोक रहडवे, कलीराम पंवार, किस्मत पंवार, राजेश पंवार, बकारात पंवार, अशोक जोगी, रामदास जुगरया, श्रीराम, सिरी पंवार, अनिल पंवार, सुरेश पंवार, जगदीश पंवार, लक्ष्मण इमरत, हरिओम, अमित, भीकपाल, ओमप्रकाश, मिट्टू सहित जगदीश द्वारा बुधवार को न्यायालय के समक्ष समर्पण किया गया है। अधिवक्ता भोजराज सिंह रघुवंशी ने बताया कि सभी के खिलाफ धारा 147,148,323-149, 302 भादवि सहित अन्य धाराओं में अपराध दर्ज किया था। घटना के अनुसार आरोपियों ने एकराय होकर 2004 में खापाखतेड़ा में लोहारों की बस्ती में आग लगा दी थी, जिसमें 3 लोगों की मौत हो गई थी और कई लोग बुरी तरह से घायल हो गए थे, मामले के बाद लोहार गांव छोडक़र भाग गए थे। मामले में विचारण के बाद मुलताई न्यायालय द्वारा आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी, आरोपियों में 2 की मौत हो चुकी है। बुधवार इन 27 आरोपियों ने न्यायालय में सरेंडर किया, जहां से सभी को कड़ी पुलिस व्यवस्था के बीच जेल भेज दिया गया है। इस दौरान न्यायालय में भारी पुलिस बल तैनात था, कड़ी सुरक्षा के बाद आरोपियों को एक निजी बस में बिठाया गया, इस दौरान खापाखतेड़ा गांव के आधा सैकड़ा लोग भी न्यायालय परिसर में उपस्थित थे।
बताया जा रहा है कि बुधवार को आरोपी जोगी पंवार, नंदकिशोर पंवार, भीमराव भोयर, दौलत भोयर, शंकर अम्मीलाल, पादरी रहडवे, अशोक रहडवे, कलीराम पंवार, किस्मत पंवार, राजेश पंवार, बकारात पंवार, अशोक जोगी, रामदास जुगरया, श्रीराम, सिरी पंवार, अनिल पंवार, सुरेश पंवार, जगदीश पंवार, लक्ष्मण इमरत, हरिओम, अमित, भीकपाल, ओमप्रकाश, मिट्टू सहित जगदीश द्वारा बुधवार को न्यायालय के समक्ष समर्पण किया गया है। अधिवक्ता भोजराज सिंह रघुवंशी ने बताया कि सभी के खिलाफ धारा 147,148,323-149, 302 भादवि सहित अन्य धाराओं में अपराध दर्ज किया था। घटना के अनुसार आरोपियों ने एकराय होकर 2004 में खापाखतेड़ा में लोहारों की बस्ती में आग लगा दी थी, जिसमें 3 लोगों की मौत हो गई थी और कई लोग बुरी तरह से घायल हो गए थे, मामले के बाद लोहार गांव छोडक़र भाग गए थे। मामले में विचारण के बाद मुलताई न्यायालय द्वारा आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी, आरोपियों में 2 की मौत हो चुकी है। बुधवार इन 27 आरोपियों ने न्यायालय में सरेंडर किया, जहां से सभी को कड़ी पुलिस व्यवस्था के बीच जेल भेज दिया गया है। इस दौरान न्यायालय में भारी पुलिस बल तैनात था, कड़ी सुरक्षा के बाद आरोपियों को एक निजी बस में बिठाया गया, इस दौरान खापाखतेड़ा गांव के आधा सैकड़ा लोग भी न्यायालय परिसर में उपस्थित थे।