प्रतियोगी परीक्षा की कोचिंग पढऩे वाले छात्रों का खर्च उठाएंगे अभिनेता विवेक ओबरॉय
बेतुलPublished: Jul 10, 2020 09:51:55 pm
छात्रों की प्रतियोगी परीक्षा की कोचिंग कराने वाली एक संस्था से जुड़े फिल्म अभिनेता विवेक ओबेराय ने फेसबुक लाइव के माध्यम से शुक्रवार छात्रों के सवालों के जवाब दिए। बैतूल से नरेन्द्र डोंगरे द्वारा भी विवेक ओबरॉय से सवाल पूछा गया था। इस सवाल का ओबेराय ने चयन कर जवाब दिया।
Actor Vivek Oberoi replied to Betul’s question of Narendra
बैतूल। छात्रों की प्रतियोगी परीक्षा की कोचिंग कराने वाली एक संस्था से जुड़े फिल्म अभिनेता विवेक ओबेराय ने फेसबुक लाइव के माध्यम से शुक्रवार छात्रों के सवालों के जवाब दिए। बैतूल से नरेन्द्र डोंगरे द्वारा भी विवेक ओबरॉय से सवाल पूछा गया था। इस सवाल का ओबेराय ने चयन कर जवाब दिया। साथ ही ओबरॉय ने बताया कि संस्था के माध्यम से बैतूल जिले में प्रतियोगी परीक्षा की कोचिंग करने वाले गरीब बच्चों की मदद भी की जाएगी।
बैतूल में आई-30 लर्निंग सेंटर से जुड़े अंकज देशमुख ने बताया कि फिल्म अ िानेता विवेक ओबरॉय द्वारा देश भर में ८० सेंटरों से जुड़कर फेसबुक लाइव के माध्यम से आइआइटी-जेइइ, नीट करने वाले छात्रों के सवालों के जवाब दिए। छात्रों से सवाल लेकर पहले ही भेज दिए गए थे। ओबरॉय द्वारा देश भर के सभी सेंटरों से पांच लोगों के सवालों के जवाब दिए गए। जिसमें बैतूल का एक छात्र नरेन्द्र डोंगरे भी शामिल है। देशमुख ने बताया कि शुक्रवार सुबह ११ बजे से दोपहर १२.३० बजे तक फेसबुक लाइव के माध्यम से विवेक ओबेराय ने चयनित सवालों के जवाब दिए। देशमुुख ने बताया कि संस्था के माध्यम से गरीब छात्रों को कोचिंग का लाभ दिया जाएगा। ओबरॉय ने लाइव के माध्यम से यह बात कही है। कोचिंग के लिए छात्र चयनित किए जाएंगे। जिसका खर्च विवेक ओबेराय उठाएंगे।
परिवार के लोग हो गए थे नाराज
बैतूल के नरेंद्र डोंगरे द्वारा विवेक ओबेराय से प्रश्न पूछा गया कि आप और आपका परिवार फिल्म लाइन से जुड़े हैं तो आपका इंटरेस्ट आइआइटी, जेई व नीट एजुकेशन सेक्टर में कैसे आया। जिस पर फिल्म स्टार विवेक ओबरॉय ने बताया कि मेरी बड़ी बुआ इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस, बेंगलुरु की पहली महिला डीन बनी।पूरी फैमिली में वह अकेले थे जो फिल्म इंडस्ट्री में आए और सब नाराज थे। दो बहनें डॉक्टर है एक बहन साइंटिस्ट है एक भाई आइआइटियन है। उन्होंने बताया कि वह आई-30 के साथ भी इसलिए जुड़े हैं ताकि बच्चों की प्रतिभाओं को सही एजुकेशन मिले। कम पैसे में अच्छी शिक्षा मिल सके।