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अधूरे पड़े गांवों में अमृत सरोवर, बारिश में कैसे भराएगा पानी

locationबेतुलPublished: Jun 02, 2023 09:08:00 pm

Submitted by:

rakesh malviya

– हरदा ब्लाक के अंतर्गत 24 में से चार तालाबों का काम निर्माण पूरा हुआ, सरकार ने दिए 15 जून तक तालाब बनाने के निर्देश

अधूरे पड़े गांवों में अमृत सरोवर, बारिश में कैसे भराएगा पानी

हरदा. ग्राम बैड़ी में योजना अंतर्गत बन रहा तालाब।

एक नजर में हरदा ब्लाक के सरोवरों की स्थिति
गांव कार्य प्रतिशत
कुंजरगांव 6 प्रतिशत
कुकरावद 5 प्रतिशत
बिछौलामाल 5 प्रतिशत
अबगांवकला 13 प्रतिशत
भुन्नास 13 प्रतिशत
उवां 14 प्रतिशत
अजनास रैयत 20 प्रतिशत
खामापड़वा 30 प्रतिशत
झिरी 70 प्रतिशत
अजनास रैयत 80 प्रतिशत
रैसलपुर 80 प्रतिशत
बैड़ी 90 प्रतिशत
खेड़ा 90 प्रतिशत
गहाल 90 प्रतिशत
मगरधा 90 प्रतिशत
रेलवा 100 प्रतिशत
लालमाटी 100 प्रतिशत
खेड़ीनीमा 100 प्रतिशत
हीरापुर 100 प्रतिशत
कायागांव शून्य प्रतिशत
हंडिया शून्य प्रतिशत
कनारदा शून्य प्रतिशत
कोलीपुरा शून्य प्रतिशत
हीरापुर शून्य प्रतिशत
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फोटो कैप्शन : एचआर 0321 हरदा. ग्राम बैड़ी में योजना अंतर्गत बन रहा तालाब।
फोटो कैप्शन : एचआर 0322 हरदा. ग्राम खेड़ीनीमा में बनकर तैयार हुआ सरोवर।
हरदा. बारिश के पानी को सहेजने के लिए सरकार ने अमृत सरोवर योजना लागू की है। इसके तहत जिले में तालाबों का निर्माण चल रहा है। सरकार ने आगामी 15 जून तक सरोवरों का काम पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं, लेकिन आज भी तालाबों का काम पूरा नहीं हो पाया है। हरदा विकासखंड में 24 सरोवर स्वीकृत हुए हैं, जो करोड़ों की लागत से बन रहे हैं। अभी तक केवल 4 ही तालाबों का काम पूर्ण हुआ है। वहीं 5 में आज तक काम चालू नहीं हो पाया है। जबकि शेष तालाब अधूरे पड़े हुए हैं। आगामी 15 जून से बारिश का दौर शुरू हो जाएगा। ऐसे में तालाब कैसे भराएंगे।
ग्राम पंचायतों के माध्यम से हो रहा काम
जानकारी के मुताबिक अमृत सरोवर योजना अंतर्गत ग्राम पंचायतों को मनरेगा से सरोवरों का निर्माण करने की जिम्मेदारी दी गई है। हर ग्राम पंचायत को तालाब बनाने के लिए लाखों रुपए की राशि दी गई है। हरदा ब्लाक के अंतर्गत बनने वाले 24 तालाबों के लिए 15 वां वित्त से 3 करोड़ 54 लाख 5 हजार रुपए स्वीकृत हुए थे। इसके तहत ग्राम पंचायतें अपने-अपने क्षेत्रों में सरोवरों को बनवा रही हैं। लेकिन काम की गति इतनी धीमी है कि कई जगहों पर 5 तो 13 प्रतिशत ही काम हो पाया है। इसके अलावा तालाबों का काम पूरा होने पर उनका सौंदर्यीकरण भी किया जाएगा। इसमें पेबर ब्लाक, चेयर, लाइट, वृक्षारोपण, पहुंच मार्ग कार्य शामिल है।
3 लाख 43 हजार 600 घन मीटर पानी संग्रहित होगा
मनरेगा के तहत बन रहे तालाबों में लाखों घन मीटर पानी संग्रहित होगा, जिससे जहां गांवों में गर्मी के दिनों में होने वाला जलसंकट नहीं होगा, क्योंकि तालाबों के भरे होने से जलस्त्रोतों में पानी बना रहेगा। पंचायतों के माध्यम से निर्मित तालाबों की पानी भंडारण की क्षमता 10, 15 और 50 हजार घनमीटर तक की है। इसमें अबगांवकला में एक तालाब 10 हजार घन मीटर का तो दूसरा 18500 घन मीटर पानी भंडारण क्षमता का बनाया जा रहा है। जबकि कायागांव तालाब की क्षमता 15 हजार, खेड़ीनीमा, हीरापुर की 50-50 हजार घनमीटर रखी गई है। हरदा ब्लाक में बनने वाले 24 तालाबों में 3 लाख 43 हजार 600 घन मीटर पानी संग्रहित होगा।
तालाबों से ग्रामीण समूहों को मिलेगा रोजगार
जानकारी के मुताबिक सरकार ने जहां गांवों में पानी की किल्लत को दूर करने के लिए सरोवरों का निर्माण करवाया जा रहा है। वहीं इन तालाबों से गांवों के समूहों को भी रोजगार के अवसर देने की योजना तैयार की है। इसके तहत ग्राम पंचायतें ग्रामीण स्व सहायता समूहों को एक, दो साल के लिए लीज पर दिए जाएंगे। जिसमें समूह मछली पालन, सिंघाड़ा, कमलकंद की खेती करके आत्मनिर्भर हो सकेंगे। किंतु तालाबों का काम समय पर पूरा नहीं हो पा रहा है।
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इनका कहना है
शासन से मिले निर्देशों के अनुसार जिले में अमृत सरोवर अभियान अंतर्गत तालाबों का निर्माण करवाया जा रहा है। शासन से मानसून के पूर्व काम कराने के निर्देश मिले थे। इसके तहत सरोवरों का सतत् काम चल रहा है।
रोहित सिसोनिया, सीईओ, जिला पंचायत, हरदा
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