सेना के जवान ने मतदान के चलते बढ़ाई शादी की तारीख
बेतुलPublished: Apr 16, 2019 09:21:23 pm
सेना में भर्ती होकर पहले ही देश के प्रति जज्बे को साबित कर चुके सैनिक ने लोकतंत्र के इस महोत्सव में अपनी शादी की तारीख आगे बढ़ाकर फिर एक बार अपनी देशभक्ति का परिचय दिया है। सेना के जवान ने मतदान के दिन निकली शादी को इसलिए आगे बढ़ा दिया कि लोग मतदान कर सके।
बैतूल/शाहपुर। सेना में भर्ती होकर पहले ही देश के प्रति जज्बे को साबित कर चुके सैनिक ने लोकतंत्र के इस महोत्सव में अपनी शादी की तारीख आगे बढ़ाकर फिर एक बार अपनी देशभक्ति का परिचय दिया है। सेना के जवान ने मतदान के दिन निकली शादी को इसलिए आगे बढ़ा दिया कि लोग मतदान कर सके। शादी की वजह से लोग मतदान करने से वंचित न रह जाए। जवान द्वारा अब ७ मई को अपना विवाह रचाया जाएगा। जवान के इस जज्बे की सभी के द्वारा प्रशंसा की जा रही है।
शहर के लगभग २० किमी दूर पाढर के पास ग्राम भुड़की निवासी आर्मी में जवान सतीश उइके ने बताया कि उसका विवाह ग्राम मर्दवानी निवासी शर्मिला पति गजानंद इवने से तय हुआ है। जनवरी में दोनों की शादी पक्की हुई। परिवार के लोगों ने ६ मई को शादी की तारीख भी निकाल दी। शादी की पत्रिका भी छपवा दी। इसका वितरण भी शुरू कर दिया। शादी की तैयारियां भी शुरू कर दी। बाद में लोकसभा चुनाव की तारीख घोषित हुई। जिले में ६ मई को ही मतदान की तारीख भी घोषित की गई है। जिससे अपनी शादी की तारीख आगे बढ़ा दी है। तारीख आगे बढ़ाने को लेकर वधू पक्ष के लोगों से चर्चा की तो वे भी सहर्ष तैयार हो गए। दोनों परिवार की सहमति से शादी आगे बढ़ाने का निर्णय लिया है। मतदान के दिन शादी होने से कई लोग मतदान से वंचित रह जाते,इसलिए तारीख आगे बढ़ाई है। सेना के जवान के इस निर्णय की सभी प्रशंसा कर रहे हैं। सतीश के पिता प्रेम उइके ने बताया कि ६ मई को दिन में ही शादी थी। कई लोग वोट नहीं कर पाते,जिससे तारीख आगे बढ़ाने का फैसला किया है।
निष्पक्ष होकर करे मतदान
सेना में जवान सतीश उइके ने बताया कि लोकसभा के चुनाव देश की दिशा और दशा तय करते है। जिससे सभी लोग मतदान अवश्य करे। देश के हित में काम करने वाले व्यक्ति को ही अपना मत दे। निर्भीक ओर निष्पक्ष होकर मतदान करे। सारे काम छोड़ दो सबसे पहले वोट दो।
इनका कहना
सैनिक ने मतदान के चलते अपनी शादी की तारीख आगे बढ़ाई है,उनके जज्बे को सलाम करते है। सैनिक की जितनी प्रशंसा की जाए कम है। यह एक सराहनीय प्रयास है।
तरुण कुमार पिथोड़े कलेक्टर बैतूल।