कोयले की क्रासिंग करते पकड़े गए डंपर और ट्रक को एसआईएसएफ ने गेट नंबर 7 पॉवर हाउस लाया। यहां सुबह मुख्य अभियंता वीके कैलासिया, अतिरिक्त मुख्य अभियंता सोलापुरकर, सीएचपी के इंजीनियरों ने दोनों गाडिय़ों के ऊपर रखे कोयले को निकालकर उसका मिलान किया। दोनों कोयला लगभग एक जैसा ही पाया। छिन्दवाड़ा जिले की खदान से पॉवर हाउस को रोडसेल के जरिए कोयला आपूर्ति करने वाले डंपर में कोयला भरने के बाद उसे तिरपाल से पूरी तरह कवर कर दिया जाता है। इसके बाद ही परिवहन होता है। रामपुर के पास डंपर से ट्रक में कोयला लोड करते पाए जाने के साथ ही जब दोनों गाडिय़ों का निरीक्षण किया तो तिरपाल के ऊपर मोटा कोयला मिला। जो इस बात के संकेत दे रहे हैं कि पॉवर हाउस को पहुंचने वाला कोयला रास्ते में भी उतरता है।
छिन्दवाड़ा जिले की खदानों से रोडसेल के जरिए सतपुड़ा को पहुंचने वाला कोयला पॉवर प्लांट पहुंचने से पहले ही जंगल में उतार लिया जाता है शीर्षक से खबर पत्रिका में 18 जनवरी को प्रमुखता से प्रकाशित होने के बाद सतपुड़ा प्रबंधन हरकत में आया और निगरानी रखी जाने लगी। इसके बाद भी कोयले का अवैध कारोबार नहीं थमा तो 3 फरवरी को पत्रिका में पुन: नहीं थम रही कोयले की कालाबाजार, जानकर भी अनजान बन रहे जिम्मेदार शीर्षक से खबर प्रकाशित की। इसके बाद सतपुड़ा प्रबंधन ने अलग-अलग समय में कोयला लेकर आने वाले डंपरों का तौल कराया। जिसमें 300 से 700 क्विंटल तक कोयला कम पाया गया। इतना ही नहीं रात के समय मुख्य अभियंता ने भी निगरानी की और कोयला उतरते देखा। जंगलों में कोयला एकत्रित भी पाया। इसके बाद सख्ती बरती तो कोल माफियाओं ने चोरी का तरीका ही बदल दिया। अब सीधे क्रासिंग करने लगे। जिसके प्रत्यक्ष प्रमाण भी सामने आने लगे हैं। शनिवार रात करीब डेढ़ बजे एसआईएसएफ के निरीक्षक जितेन्द्र सिंह, केदार सिंह, जयवंत राय, सौरभ, हरिओम, जितेन्द्र, सत्येन्द्र और पुष्पेंद्र ने कार्रवाई की। पुलिस ने मामले को जांच में लेकर दोनों गाडिय़ों का तौल कराने को कहा है। वहीं गाड़ी मालिक द्वारा क्रासिंग करने से साफ इंकार किया जा रहा है। साथ ही दस्तावेज भी उपलब्ध कराने की बात कर रहे हैं।
रामपुर के पास ट्रक और डंपर कोयले की क्रासिंग करते पाए गए हैं। दोनों गाडिय़ों के तिरपाल के ऊपर कोयला रखा हुआ है। पूछताछ करने पर संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। ट्रक का चालक मौके से फरार हो गया। इसके बाद दोनों गाडिय़ों को पॉवर हाउस लाया गया। मुख्य अभियंता के निर्देशानुसार कार्रवाई के लिए पुलिस को दोनों गाडिय़ों सौंपी गई है। जितेन्द्र सिंह चौहान, निरीक्षक, एसआईएसएफ, सतपुड़ा, सारनी