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सोशल मीडिया पर नहीं, सड़क पर उतरकर आंदोलन करने की जरूरत है : डॉ. राय

locationबेतुलPublished: Sep 06, 2019 10:43:16 pm

Submitted by:

pradeep sahu

पुराना बाजार से जीएम ऑफिस तक रैली निकालकर किया प्रदर्शन

पुराना बाजार से जीएम ऑफिस तक रैली निकालकर किया प्रदर्शन

पुराना बाजार से जीएम ऑफिस तक रैली निकालकर किया प्रदर्शन

सारनी. कोयला खनन में 100 प्रतिशत एफडीआई के विरोध में शुक्रवार को भारतीय कोयला खदान मजदूर संघ द्वारा द्वारसभा करने के अलावा महाप्रबंधक कार्यालय के सामने धरना, प्रदर्शन कर प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। इससे पहले जुमड़े भवन कार्यालय पाथाखेड़ा से रैली निकालकर नारेबाजी करते हुए जीएम ऑफिस पहुंचे। यहां रैली आमसभा में परिवर्तित हो गई। अध्यक्ष प्रकाश राव, महामंत्री बिजेन्द्र सिंह ने कहा भारत सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों का हम पुरजोर विरोध करते हैं। उन्होंने कहा भारत सरकार द्वारा कोयला खनन में एफडीआई को सौ फीसदी मंजूरी प्रदान करने से कोयला जगत में भूचाल आ गया है। इसी को लेकर 9 सितंबर को जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा। शुक्रवार को पाथाखेड़ा क्षेत्रकी सभी छह खदानों और रीजनल वर्कशॉप में एफडीआई के विरोध में बीएमएस ने द्वारसभा कर नारेबाजी की। इस मौके पर सौ से अधिक बीएमएस कार्यकर्ता और पदाधिकारी उपस्थित थे।
डॉ. बसंत राय ने पत्रिका से चर्चा में कहा पहले भी भारत ने विदेश में कोयला खनन किया है। भारत को अकेला नहीं बल्कि विश्व के साथ चलना है। पिछली सरकार में आस्ट्रिलिया में कोयला खदान खोली थी। कोल इंडिया के पास आज भी 72 प्रतिशत शेयर है। कांग्रेस और भाजपा सरकार ने 28 प्रतिशत शेयर बेचे हैं। बीएमएस बाकी यूनियन से बिल्कुल अलग है। हम संयुक्त मोर्चा बाकी यूनियन के साथ नहीं बना सकते। चारों यूनियन कुछ नहीं कर पाएगी। रेलवे 15 प्रतिशत प्राइवेट हो गया है। रेलवे के 15 कारखाने हैं। बीएमएस रेलवे में मान्यता प्राप्त संगठन नहीं है। जब इंटक और एचएमएस रेलवे में विरोध नहीं कर पा रही है तो कोयला के क्षेत्र में कैसे विरोध करके सफल होंगे। डॉ. राय ने कहा भाजपा सरकार के 6 साल में कई बार 4 संगठनों ने हड़ताल का नोटिस दिया। कभी सफल नहीं हो पाए। पब्लिक सेक्टर का मजदूर कभी हड़ताल पर नहीं जाना चाहता। सभी सोशल मीडिया पर लड़ाई लड़ रहे हैं। इससे कुछ नहीं होता। सड़क पर उतरकर लड़ाई लडऩे की जरूरत है। देश हित मे हम सरकार से लडऩे को तैयार है।
एक दिन की हड़ताल से कुछ नहीं होगा- भारतीय कोयला खदान मजदूर संघ के कोल प्रभारी डॉ. बसंत राय ने कहा कि चार संघों ने एफडीआई के विरोध में एक दिनी हड़ताल का निर्णय लिया है। एक दिन के हड़ताल से कुछ नहीं होगा। उन्होंने कहा रांची में चारों संघों द्वारा आगामी चुनाव को देखते हुए हड़ताल का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा हमने पहले भी एफडीआई का विरोध किया है। अब भी कर रहे हैं। आम जनता को साथ लेकर हड़ताल करेंगे तब ही सफल होंगे। अतिआवश्यक चीजों में एफडीआई लाया जा सकता है। प्रतिरक्षा में जरूरी बदलाव जरूरी है। उन्होंने कहा इंदिरा, अटल और मनमोहन सरकार में भी हमने एफडीआई और विनिवेश का विरोध किया है और करते रहेंगे। भारतीय मजदूर संघ 1952 से संघर्ष कर रहा है और करता रहेगा।
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