चार माह से नहीं मिला मानदेय आर्थिक संकट में अतिथि शिक्षक
बेतुलPublished: Jan 25, 2020 11:22:01 pm
मानदेय की मांग को लेकर बार-बार काट रहे अधिकारियों के चक्कर
Status report of teachers in high school and higher secondary schools from DEO
बैतूल. स्कूलों में शिक्षण व्यवस्था संभाल रहे चार हजार से अधिक अतिथि शिक्षकों को पिछले चार माह से मानदेय नहीं मिला है। मानदेय नहीं मिलने से अतिथि शिक्षक आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहे है। वहीं विभाग के अधिकारियों का कहना है कि चार माह से अतिथि शिक्षकों मानदेय दिए जाने के लिए बजट नहीं है। बजट नहीं होने से अतिथि शिक्षकों को मानदेय नहीं मिल पा रहा है। अतिथि शिक्षकों को मानदेय नहीं मिलने से पढ़ाई में तक रूचि नहीं दिखा रहे है। अतिथि शिक्षकों का कहना है कि जब से शिक्षण सत्र आरंभ हुआ है, केवल एक बार ही मानेदय मिल सका है। मानेदय नहीं मिलने से अतिथि शिक्षकों का पूरा परिवार आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा है। अतिथि शिक्षकों का कहना है कि स्कूलों में अध्यापन कार्य कराए जाने के बाद भी मानेदय नहीं मिल पा रहा है। विभाग द्वारा अतिथि शिक्षकों का शोषण किया जा रहा है। विभाग के अधिकारी मौन है । वर्षों सेवा देने के बाद भी अतिथि शिक्षक शोषण का शिकार बन रहे है, शासन अल्प मानदेय देता है जिसके बाद भी समय पर मानेदय नहीं दिया जाता है। कई बार स्कूल प्रशासन द्वारा उनके मानदेय में कटौती तक कर दी जाती है। अतिथि शिक्षकों ने मानदेय दिलाकर की मांग कर रहे हैं।
परीक्षा से लेकर रिजल्ट तक तैयार कराया जाता है: अतिथि शिक्षकों का कहना है कि स्कूलों में होने वाली अर्धवार्षिक परीक्षा से लेकर रिजल्ट तैयार कराने का काम किया जाता है। साथ स्कूलों में अन्य गतिविधियों का आयोजन भी अतिथि शिक्षकों के माध्यम से कराई जाती है, लेकिन पिछले चार माह से मानेदय नहीं मिलने से अतिथि शिक्षकों आर्थिक संकट से गुजर रहे है। अतिथि शिक्षकों का कहना है कि सितंबर से दिसंबर माह का मानदेय नहीं मिल सका है। इस समय जिले में वर्ग१, वर्ग२ और वर्ग ३ में करीब चार हजार अतिथि शिक्षक कार्यकरत है, जिन्हे पिछले चार माह से मानदेय का इंतजार कर रहे है।