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दोस्ती पर दाग: मुंबई से लाकर बैतूल अस्पताल (Betul Hospital) में छोड़ दिया बीमार दोस्त को

locationबेतुलPublished: May 05, 2022 11:59:41 pm

Submitted by:

rakesh malviya

युवक परिजनों के पास पहुंचाने के लिए भी कर रहा है प्रयास

दोस्ती पर दाग: मुंबई से लाकर बैतूल अस्पताल (Betul Hospital) में छोड़ दिया बीमार दोस्त को

दोस्ती पर दाग: मुंबई से लाकर बैतूल अस्पताल (Betul Hospital) में छोड़ दिया बीमार दोस्त को

बैतूल. मुंबई की निजी कंपनी में काम करने वाले जबलपुर निवासी एक युवक को पैरालिसिस होने के बाद कंपनी के कर्मचारियों ने बैतूल लाकर उसके दोस्त के पास छोड़ दिया। दोस्त की आर्थिक स्थिति भी इतनी अच्छी नहीं है कि वह अपने बीमार दोस्त का निजी अस्पताल में ठीक से इलाज करा सके, लेकिन दोस्ती की खातिर उसका पूरा ख्याल रख रहा है। युवक को उसके परिजनों के पास पहुंचाने के लिए प्रयास भी कर रहा है। यह मामला कलेक्टर अमनबीर ङ्क्षसह बैस के संज्ञान में भी लाया गया और उन्होंने भी बीमार युवक की हर संभव मदद के लिए पहल की है। विडंबना अब यह है कि युवक के परिजन उसे अपने पास बुलाने में ही ना नुकुर कर रहे है। ऐसे में वह लावारिस की तरह जअस्पताल में भर्ती है।

घर जाने में बाकी है अभी भी पेंच
युवक के परिजनों के नंबर पता कर अस्पताल चौकी प्रभारी सुरेंद्र वर्मा द्वारा बात की गई, लेकिन बीमार राजकुमार के मामा व अन्य परिजन उसे घर बुलवाने में टालमटोल कर रहे है। इस संबंध में गौरी पदम ने भी युवक के मामा ओपी कुशवाह से संपर्क किया। उनके द्वारा जानकारी दी गई कि राजकुमार के सगे रिश्तेदार शिवदास कुशवाह, सुदामा कुशवाह है। उन्होंने जब सुदामा कुशवाह का कांटेक्ट नंबर दिया। सुदामा कुशवाह ने भी राजकुमार को सतना लेन से मना कर दिया है। ऐसे में समस्या अब यह है कि जिला अस्पताल में युवक की देखभाल करने वाला कोई नहीं है। सूर्यकांत चाहता है कि किसी तरह उनका दोस्त अपने परिजनों के पास पहुंच जाए।

यह है पूरा मामला
जबलपुर निवासी करीब 35 वर्षीय युवक राजकुमार कुशवाह को बैतूल निवासी सूर्यकांत सोनी ने 1 मई को जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। युवक को पैरालिसिस है, ऐसे में वह अपने नित्य कार्य भी खुद के भरोसे नहीं कर सकता। राजकुमार के माता-पिता का निधन हो गया है। वह अपने मामा के पास सतना जाना चाहता है। इस संबंध में जब सूर्यकांत सोनी ने समाजसेवी मनीष दीक्षित एवं बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति की अध्यक्ष गौरी पदम से 4 मई को संपर्क कर पूरी जानकारी दी तो उसे परिजनों के पास पहुंचाने की कवायद शुरू की गई। पदम ने इस संबंध में कलेक्टर अमनबीर ङ्क्षसह बैस को अवगत कराया जिसके बाद कलेक्टर ने युवक को उसके परिजनों के पास पहुंचाने के लिए हर संभव मदद के सीएमएचओ डॉ एके तिवारी को निर्देशित किया। डॉ तिवारी भी रोगी कल्याण समिति के माध्यम से बीमार को सतना भेजने तैयार हैं पर दिक्कत परिजनों के जिम्मेदारी लेने में है।

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