इसके बाद ससुराल पक्ष के काका ससुर ने अपनी विधवा बहू का पुनर्विवाह समाज के ही अन्य युवक से बालाजी मंदिर मेंकराया। काका ससुर ने ही कन्यादान किया। समाज के लोगों ने परंपरा को तोड़ते हुए शादी में सहयोग किया। जिस युवक से शादी कराई गई उसकी भी पत्नी की कोरोना में मौत हो गई थी।
पथरोटा (इटारसी) निवासी चिरंजीवी अनिश पटेल का दीप्ति पिता द्वारकाप्रसाद वर्मा फैजपुर जलगांव से विवाह पूर्ण रीति रिवाज के अनुसार रुक्मणी बालाजी मंदिर बालाजीपुरम बैतूल बाजार में रविवार को संपन्न कराया। अनिश पटेल की पत्नी का देहांत करोना महामारी में और वधू दीप्ति वर्मा के पति का निधन कोरोना महामारी में हो गया था। कुर्मी क्षत्रिय समाज में विधवा विवाह शुरू से निषेध माना गया है।
इस कारण विधवा महिलाओं का विवाह नहीं होता था। इस कुरीति के खिलाफ कुर्मी क्षत्रिय समाज बैतूल खड़ा होकर इस विधवा विवाह के समर्थन में सामने आया और इस नए दौर के साक्षी बने। भगवान रुक्मणी बालाजी के आशीर्वाद से यह विवाह हुआ। राजेश वर्मा, अशोक चौधरी, दिलिप चौधरी ने वर वधू को भगवान रुक्मणी बालाजी की फ्रेमिंग फोटो दी। इस आयोजन के पुनित कार्य के लिए रुक्मणी बालाजी मंदिर बालाजीपुरम बैतूल बाजार का धन्यवाद किया। रुक्मणी बालाजी मंदिर ऐसे ही पुनित कार्यों के लिए हमेशा ही आगे रहता है।
दीप्ति वर्मा का कन्यादान ससुराल पक्ष की ओर से काका ससुर सुभाष वर्मा ने किया। इस अवसर पर अशोक वर्मा एडवोकेट जिलाध्यक्ष मप्र कुर्मी क्षत्रिय समाज बैतूल के साथ जिला उपाध्यक्ष विवेक वर्मा, जिला उपाध्यक्ष अमित मेहतो, जिला सचिव हरिश वर्मा और बैतूल बाजार इकाई के अध्यक्ष अनिल वर्मा सहित समाज के लोग उपस्थित थे।