वीडियो देखने के बाद तो यहीं लग रहा है कि यह किसी के घर आई बारात की होगी। या फिर गांव से लोग बारात को विदा कर रहे होंगे। लेकिन यह जश्न गांव के स्कूल से रिटायर हुए हेडमास्टर के लिए है। जिन्हें गांववालों ने दूल्हे की तरह विदाई दी है। इस विदाई समारोह में पूरा गांव एक साथ नाच रहा है। घोड़े पर बैठे हेडमास्टर जी को दूल्हे की तरह सजाया गया है।
दूल्हे की तरह हेडमास्टर जी की विदाई
दरअसल, बैतूल जिले के मुलताई स्थित आदिवासी बाहुल्य ग्राम पांढरी ढाना के प्राथमिक स्कूल में पदस्थ हेडमास्टर टीसी सेवतकर बीते शुक्रवार को रिटायर हुए। इस गांव में वह लंबे अर्से से तैनात थे। रिटायरमेंट के दिन इस गांव के लोगों ने इन्हें भव्य विदाई दी। विदाई के अवसर पर हेडमास्टर जी को दूल्हे का गेटअप दिया गया था। गांव के लोगों ने नाचते-गाते हुए उन्हें गांव से भव्य विदाई दी।
नाच रहा था पूरा गांव
हेडमास्टर जी की विदाई के अवसर पर क्या महिलाएं और क्या पुरुष हर लोग एक साथ जमा होकर नाच-गा रहे थे। ग्रामीणों ने बताया कि विदाई समारोह के अवसर पर उन्हें दूल्हे का रूप देकर पूरे गांव में प्रभातफेरी निकाली गई। इसके साथ ही हर घर के बाहर रंगोली बनाई गई थी। यहीं नहीं गांव की जिस गली से वह गुजरे लोगों ने उनकी आरती उतारी।
हेडमास्टर जी की विदाई के अवसर पर क्या महिलाएं और क्या पुरुष हर लोग एक साथ जमा होकर नाच-गा रहे थे। ग्रामीणों ने बताया कि विदाई समारोह के अवसर पर उन्हें दूल्हे का रूप देकर पूरे गांव में प्रभातफेरी निकाली गई। इसके साथ ही हर घर के बाहर रंगोली बनाई गई थी। यहीं नहीं गांव की जिस गली से वह गुजरे लोगों ने उनकी आरती उतारी।
ईमानदारी से किया काम
गांव के लोग और उनके साथियों ने कहा कि आज विदाई के अवसर पर हम सभी लोग भावुक है। इस गांव के बच्चों को उन्होंने तराशा है। वह अपने काम काफी निष्ठापूर्वक करते थे। बच्चों को लेकर भी वह काफी सजग थे। ऐसे में पूरे गांव का जुड़ाव इनसे था। इसलिए विदाई के बाद गांव के लोगों ने उन्हें यह सम्मान दिया। हेडमास्टर टीसी सेवतकर को मिले इस सम्मान पर उनके साथियों ने कहा कि हमलोग तो चाहते हैं कि सभी शिक्षक ऐसा ही काम करें ताकि उन्हें ऐसा ही सम्मान मिले।
गांव के लोग और उनके साथियों ने कहा कि आज विदाई के अवसर पर हम सभी लोग भावुक है। इस गांव के बच्चों को उन्होंने तराशा है। वह अपने काम काफी निष्ठापूर्वक करते थे। बच्चों को लेकर भी वह काफी सजग थे। ऐसे में पूरे गांव का जुड़ाव इनसे था। इसलिए विदाई के बाद गांव के लोगों ने उन्हें यह सम्मान दिया। हेडमास्टर टीसी सेवतकर को मिले इस सम्मान पर उनके साथियों ने कहा कि हमलोग तो चाहते हैं कि सभी शिक्षक ऐसा ही काम करें ताकि उन्हें ऐसा ही सम्मान मिले।