मध्यप्रदेश के बैतूल में सारनी रानीपुर रोड पर स्थित चिखलार झरने और सिहारी के जंगल में ताजा मामला प्रकाश में आया है। बैतूल पुलिस ने 6 सितबर को एक युवती की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच की तो बड़ा गिरोह पकड़ में आ गया। पकड़े गए बदमाशों ने कई वारदातों को अंजाम देना स्वीकार किया है। बदनामी के डर से कई और लोग शिकायत नहीं कर पाते थे।
बैतूल पुलिस के मुताबिक छह सितंबर को एक युवती ने शिकायत दर्ज कराई थी कि वह चार सितंबर को अपने दोस्त के साथ बोलेरो से रानीपुर रोड की ओर गई थी, तब चिखलार के जंगल में 4 बदमाशों ने कट्टे की नोंक पर दोनों को उठा लिया और सिहारी के घने जंगल में ले गए। चारों बदमाशों ने दोनों के साथ मारपीट की और एक हजार रुपए और पर्स छीन लिया। दोनों को जान से मारने की धमकी दी गई और युवती के साथ दुष्कर्म की कोशिश की। युवती के चीखने के कारण चारों बदमाश वहां से भाग गए। कोतवाली पुलिस ने चारों बदमाशों के खिलाफ दुराचार के प्रयास और लूट का प्रकरण दर्ज किया है।
सभी आरोपी गिरफ्तार
बैतूल पुलिस ने सभी बदमाशों के खिलाफ तलाशी अभियान चलाकर उन्हें ढूंढ निकाला। पुलिस अधीक्षक कार्तिकेयन के एक्शन के बाद सभी आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ गए। पुलिस ने इन बदमाशों के नाम अमर उइके, गजानंद उइके, मंगल उइके, संतोष गब्बू धुर्वे, मनीष उइके, दिलीप उर्फ संतोष तथा जगदीश उर्फ गोलू को गिरफ्तार किया है।
आरोपियों ने किए सनसनीखेज खुलासे
पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि रानीपुर रोड स्थित चिखलार और सिहारी के जंग में वे दो-दो के ग्रुप में छिप जाते थे। इस बीच जब कोई प्रेमी जोड़े जंगल के एकांत में पहुंचते थे तो वे अचानक उनको घेरकर डरा-धमकाकर पैसा और जेवरात लूट लेते थे। आरोपियों ने कई युवतियों के साथ दुराचार की वारदात करने को भी कबूल किया है।
कई सालों से हो रही थी वारदातें
कोतवाली थाना के प्रभारी राजेंद्र धुर्वे ने मीडिया को बताया कि कई सालों से प्रेमी जोड़ों के साथ मारपीट, युवतियों के साथ दुराचार की घटनाएं हो रही थीं, लेकिन शिकायत नहीं की गई थी, इसलिए बदमाशों को चिन्हित करना मुश्किल हो गया था। बदमाशों के हौंसले बुलंद होने लगे और इस प्रकार की वारदात करने लगे। इस घटना में पकड़े गए आरोपियों का पहले कोई प्रकरण नहीं था, इसलिए वे कभी नजर में नहीं आ पा रहे थे।