मेरा गांव मेरी धरोहर को लेकर होगा गांवों में सर्वे
मेरा गांव मेरी धरोहर सर्वे के तहत गांव के संस्कृति धरोहर की सूचना को मोबाइल में कैद किया जाएगा, जिससे अपनी गांव अपनी माटी अपनी धरोहर से लोग जुड़ सकेंगे। भारत सरकार के सांस्कृतिक मंत्रालय और सीएससी ई-गवर्नेस के मध्य में अनुबंध किया जा चुका है। जिले में योजना का परीक्षण भी किया जा चुका है। पायलेट सर्वे के दौरान जिले के कुछ पंचायतों में सीएससी कर्मियों द्वारा सर्वे का कार्य किया जा चुका है। इसे लेकर सीएससी जिला प्रबंधक कमलेश रघुवंशी ने बताया कि बैतूल में भी गांव की सांस्कृतिक सूचना मोबाइल एप के जरिए कॉमन सर्विस सेंटर संचालकों द्वारा सर्वे किया जाना है। इसके लिए ग्राम स्तर पर सीएससी संचालकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसे मेरा गांव- मेरी धरोहर नाम दिया गया है। इस योजना के तहत जिले के सभी ग्रामों के सीएससी संचालकों को ट्रेनिंग कराई जा रही है।
मेरा गांव मेरी धरोहर सर्वे के तहत गांव के संस्कृति धरोहर की सूचना को मोबाइल में कैद किया जाएगा, जिससे अपनी गांव अपनी माटी अपनी धरोहर से लोग जुड़ सकेंगे। भारत सरकार के सांस्कृतिक मंत्रालय और सीएससी ई-गवर्नेस के मध्य में अनुबंध किया जा चुका है। जिले में योजना का परीक्षण भी किया जा चुका है। पायलेट सर्वे के दौरान जिले के कुछ पंचायतों में सीएससी कर्मियों द्वारा सर्वे का कार्य किया जा चुका है। इसे लेकर सीएससी जिला प्रबंधक कमलेश रघुवंशी ने बताया कि बैतूल में भी गांव की सांस्कृतिक सूचना मोबाइल एप के जरिए कॉमन सर्विस सेंटर संचालकों द्वारा सर्वे किया जाना है। इसके लिए ग्राम स्तर पर सीएससी संचालकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसे मेरा गांव- मेरी धरोहर नाम दिया गया है। इस योजना के तहत जिले के सभी ग्रामों के सीएससी संचालकों को ट्रेनिंग कराई जा रही है।