चैत्र नवरात्रि आज से, 9 दिन होगी देवी की आराधना
बेतुलPublished: Apr 02, 2022 12:09:58 am
इस बार रामनवमी महोत्सव रवि पुष्य योग में मनेगा


इस बार रामनवमी महोत्सव रवि पुष्य योग में मनेगा
बैतूल. चैत्र नवरात्रि में सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि पुष्य योग वाहन, भूमि, भवन, आभूषण, वस्त्र की खरीदारी के लिए श्रेष्ठ रहेंगे, लेकिन इस समय मीन राशि में सूर्यदेव का भ्रमण होने से खरमास चल रहा है। इसके कारण नूतन गृह प्रवेश, नूतन गृह निर्माण, देव प्रतिष्ठा व विवाह जैसे मांगलिक कार्य के मुहूर्त नहीं बनेंगे। खरमास समाप्त होने के बाद विवाह के मुहूर्त रहेंंगे ऐसे में जिन घरों में विवाह आयोजन हैं वह नवरात्रि Navratri में बाजारों में खरीदारी करने के लिए निकलेंगे, ऐसे में बाजारों में रौनक रहेगी। चैत्र नवरात्रि Chaitra Navratri में इस साल पांच सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि पुष्य योग होने के कारण यह नवरात्रि विशेष फलदायी हो गई हैं। इस बार तिथि का क्षय न होने की वजह से नवरात्रि पूरे नौ दिन की होगी। रामनवमी Ram Navami को रवि पुष्य Ravi Pushya योग घटित होगा, इसकी वजह से देवी और श्रीराम की आराधना विशेष फल देगी। सर्वार्थ सिद्धि और रवि पुष्य योग होने की वजह से नवरात्र में प्रॉपर्टी, व्हीकल, इलेक्ट्रॉनिक आइटम, वस्त्र, आभूषण की खरीदारी करना शुभ होगा।
रामनवमी महोत्सव रवि पुष्य योग में मनेगी
ज्योतिषाचार्य पं. आनंद तिवारी के अनुसार नूतन संवत्सर के साथ ही चैत्र शुक्ल पक्ष बसंत नवरात्रि Navratri घटस्थापन चैत्र शुक्ल पक्ष प्रतिपदा के दिन किया जाता है। चैत्र नवरात्रि में 5 दिन सर्वार्थ सिद्धि योग Sarvartha Siddhi Yoga होने के कारण नवरात्रि का महत्व और अधिक बढ़ गया है। 10 अप्रैल के दिन पुष्य नक्षत्र Pushya Nakshatra सूर्योदय से लेकर दूसरे दिन सूर्योदय होने तक रहने के कारण रवि पुष्य योग की अवधि 24 घंटे की रहेगी। प्रतिपदा तिथि सूर्योदय व्यापिनी होने के कारण नवरात्रि विधान का प्रारंभ शनिवार से होगा। चैत्र नवरात्रि में किसी भी तिथि की घट-बढ़ नहीं होने के कारण नवरात्रि का पर्व नौ दिन का रहेगा। खास बात यह है कि नवरात्रि का समापन एवं रामनवमी Ram Navami महोत्सव रवि पुष्य योग में मनाया जाएगा।
इन दिनों में रहेंगे सर्वार्थ सिद्धि योग
3 अप्रैल सुबह 7.30 से दोपहर 11.38 बजे तक, 5 अप्रैल सुबह 7.18, 6 अप्रैल रात 2.40 से सुबह 5.20 बजे, 7 अप्रैल सुबह 7.12 बजे तक, तक और 10 अप्रैल सुबह 7.22 से दूसरे सुबह 6.48 बजे तक सर्वार्थ सिद्धि योग रहेंगे। इन नवरात्रि में सर्वार्थ सिद्धि योग की अधिकता एवं रवि पुष्य योग में मां की आराधना करनी चाहिए।
ये हैं घट स्थापन के शुभ मुहूर्त
ज्योतिषाचार्य पं. आनंद तिवारी के अनुसार सुबह 7.40 से 9.10 बजे तक शुभ बेला, दोपहर 12 से 1.38 बजे तक चंचल बेला, दोपहर 3.10 से शाम 3.48 बजे तक अमृत बेला, अभिजीत मुहूर्त रहेगा।