आश्वासन के बाद माने वार्डवासी
पानी को लेकर मचे हाहाकार के बीच प्रदर्शन कर रही महिलाओं को नपाध्यक्ष आशा महेन्द्र भारती द्वारा आश्वासन दिया गया कि अब वार्ड में 10-10 हजार लीटर जल जलापूर्ति वाले टैंकर भेजे। साथ ही जल प्रभारी श्रीपथ काटोलकर की निगरानी में पार्षद की मौजूदगी में वार्ड में जलापूर्ति होगा। गौरतलब है कि वार्ड नंबर 32 की महिलाओं में पानी को लेकर जबरदस्त तरीके से गुस्सा था। जिसके आगे नपाध्यक्ष की एक नहीं चली और खरी, खोटी सुनने के बाद पार्षद के मुताबिक वार्ड में जलापूर्ति का भरोसा दिलाया। इस वार्ड में 15 मई से जलसंकट की स्थिति है। यहां करीब 1 हजार से अधिक लोग अब तक उल्टी और दस्त के मरीज मिले हैं। बीमारी की मुख्य वजह कोई और नहीं। बल्कि दूषित जल बताया जा रहा है।
पानी को लेकर मचे हाहाकार के बीच प्रदर्शन कर रही महिलाओं को नपाध्यक्ष आशा महेन्द्र भारती द्वारा आश्वासन दिया गया कि अब वार्ड में 10-10 हजार लीटर जल जलापूर्ति वाले टैंकर भेजे। साथ ही जल प्रभारी श्रीपथ काटोलकर की निगरानी में पार्षद की मौजूदगी में वार्ड में जलापूर्ति होगा। गौरतलब है कि वार्ड नंबर 32 की महिलाओं में पानी को लेकर जबरदस्त तरीके से गुस्सा था। जिसके आगे नपाध्यक्ष की एक नहीं चली और खरी, खोटी सुनने के बाद पार्षद के मुताबिक वार्ड में जलापूर्ति का भरोसा दिलाया। इस वार्ड में 15 मई से जलसंकट की स्थिति है। यहां करीब 1 हजार से अधिक लोग अब तक उल्टी और दस्त के मरीज मिले हैं। बीमारी की मुख्य वजह कोई और नहीं। बल्कि दूषित जल बताया जा रहा है।
अध्यक्ष के कार्यालय में घुसी महिलाएं –
शोभापुर कालोनी में पानी को लेकर कितनी विक्राल स्थिति निर्मित है। इसका अंदाजा प्रदर्शन कर रही महिलाओं द्वारा नपाध्यक्ष से मुलाकात करने कार्यालय का गेट खोलकर कक्ष में प्रवेश करने से ही लगाया जा सकता है। वार्ड की महिलाओं का साफ कहना था कि वार्ड में पानी की कोई भी वैकल्पिक व्यवस्था नहीं है। एक-एक सप्ताह के अंतराल में पानी मिलने से स्थिति चिंताजनक है। महिलाओं ने नपाध्यक्ष को बताया कि दो-दो किलोमीटर की दूरी तय कर कालीमाई के सार्वजनिक नल से कुप्पियों के जरिए पानी भरने को मजबूर है।
शोभापुर कालोनी में पानी को लेकर कितनी विक्राल स्थिति निर्मित है। इसका अंदाजा प्रदर्शन कर रही महिलाओं द्वारा नपाध्यक्ष से मुलाकात करने कार्यालय का गेट खोलकर कक्ष में प्रवेश करने से ही लगाया जा सकता है। वार्ड की महिलाओं का साफ कहना था कि वार्ड में पानी की कोई भी वैकल्पिक व्यवस्था नहीं है। एक-एक सप्ताह के अंतराल में पानी मिलने से स्थिति चिंताजनक है। महिलाओं ने नपाध्यक्ष को बताया कि दो-दो किलोमीटर की दूरी तय कर कालीमाई के सार्वजनिक नल से कुप्पियों के जरिए पानी भरने को मजबूर है।
मटके फोडक़र किया प्रदर्शन
उल्टी, दस्त की बीमारी फैलने के बाद से ही वार्ड की जनता डब्ल्यूसीएल द्वारा आपूर्ति जल का सेवन करने को तैयार नहीं है। ऐसे में पूरे वार्ड की जनता की पहली पसंद नगरपालिका द्वारा सप्लाई पानी है। लेकिन नपा से महज 2-3 टैंकर ही पानी वार्ड में आपूर्ति हो रहा है। जबकि जरूरत 5-7 टैंकरों की रोजाना पड़ रही है। यही वजह है कि र्वाड में जलसंकट गहरा गया है। इसी को लेकर शुक्रवार को महिलाओं ने नपा कार्यालय के सामने प्रदर्शन कर मटके फोड़े।
उल्टी, दस्त की बीमारी फैलने के बाद से ही वार्ड की जनता डब्ल्यूसीएल द्वारा आपूर्ति जल का सेवन करने को तैयार नहीं है। ऐसे में पूरे वार्ड की जनता की पहली पसंद नगरपालिका द्वारा सप्लाई पानी है। लेकिन नपा से महज 2-3 टैंकर ही पानी वार्ड में आपूर्ति हो रहा है। जबकि जरूरत 5-7 टैंकरों की रोजाना पड़ रही है। यही वजह है कि र्वाड में जलसंकट गहरा गया है। इसी को लेकर शुक्रवार को महिलाओं ने नपा कार्यालय के सामने प्रदर्शन कर मटके फोड़े।
पार्षद पर बनाया दबाव तो निर्मित हुई विवाद की स्थिति –
प्रदर्शन कर रही महिलाओं के बीच नपाध्यक्ष के चहीते ठेकेदारों द्वारा दबाव बनाने का प्रयास किया गया। यह दृश्य देखकर प्रतिपक्ष नेता संजय अग्रवाल, नपा उपाध्यक्ष भीमबहादुर थापा, किशोर बरदे, रेवा शंकर मगरदे समेत अन्य पार्षद मौके पर पहुंचे। इस दौरान कई बार विवाद की स्थिति निर्मित हुई। विपक्ष की बढ़ती संख्या को देख नपाध्यक्ष के चहीते दूर हो गए। अन्यथा विवाद मारपीट में तब्दील होने से इंकार नहीं किया जा सकता।
प्रदर्शन कर रही महिलाओं के बीच नपाध्यक्ष के चहीते ठेकेदारों द्वारा दबाव बनाने का प्रयास किया गया। यह दृश्य देखकर प्रतिपक्ष नेता संजय अग्रवाल, नपा उपाध्यक्ष भीमबहादुर थापा, किशोर बरदे, रेवा शंकर मगरदे समेत अन्य पार्षद मौके पर पहुंचे। इस दौरान कई बार विवाद की स्थिति निर्मित हुई। विपक्ष की बढ़ती संख्या को देख नपाध्यक्ष के चहीते दूर हो गए। अन्यथा विवाद मारपीट में तब्दील होने से इंकार नहीं किया जा सकता।
बीमार हो गई पार्षद –
राजीव गांधी वार्ड में उल्टी, दस्त का प्रकोप है। इससे नगरीय क्षेत्र के वाशिंदे भलीभांति अगवत है। शुक्रवार को वार्ड की महिलाओं के साथ नपा कार्यालय के सामने प्रदर्शन करने पहुंची पार्षद रश्मि बारंगे बीमार पड़ गई और नपा कार्यालय प्रांगण में ही उल्टी होने लगी। बीमार होने के बावजूद नपाध्यक्ष के इंतजार में पार्षद रश्मि अशोक बारंगे नपा प्रांगण के बाहर लगी बैंच पर लेटी रही। इस दृश्य को देखकर वार्ड की महिलाओं में नपाध्यक्ष के प्रति और ज्यादा आक्रोश पनप गया
राजीव गांधी वार्ड में उल्टी, दस्त का प्रकोप है। इससे नगरीय क्षेत्र के वाशिंदे भलीभांति अगवत है। शुक्रवार को वार्ड की महिलाओं के साथ नपा कार्यालय के सामने प्रदर्शन करने पहुंची पार्षद रश्मि बारंगे बीमार पड़ गई और नपा कार्यालय प्रांगण में ही उल्टी होने लगी। बीमार होने के बावजूद नपाध्यक्ष के इंतजार में पार्षद रश्मि अशोक बारंगे नपा प्रांगण के बाहर लगी बैंच पर लेटी रही। इस दृश्य को देखकर वार्ड की महिलाओं में नपाध्यक्ष के प्रति और ज्यादा आक्रोश पनप गया
इनका कहना –
जब से वार्ड में बीमारी फैली है। पानी की स्थिति चिंताजनक बनी है। नपाध्यक्ष द्वारा आश्वासन दिया गया है कि जब तक स्थिति में सुधार नहीं होता। तब तक नपा के टैंकरों से जरूरत के मुताबिक जलापूर्ति की जाएगी। आश्वासन मिलने पर वार्डवासी लौट आए।
रश्मि अशोक बारंगे, पार्षद
वार्ड में प्वाइंट डिसाइड किए गए हैं। जहां पर नपा के टैंकर रुकेंगे और जलापूर्ति करेंगे। पहले से वार्ड में 5-6 टैंकर पानी पहुंच रहा है। फिर भी कमी है तो और टैंकर भेजकर जलसंकट से निपटा जाएगा।
आशा महेन्द्र भारती, अध्यक्ष, नपा, सारनी।
जब से वार्ड में बीमारी फैली है। पानी की स्थिति चिंताजनक बनी है। नपाध्यक्ष द्वारा आश्वासन दिया गया है कि जब तक स्थिति में सुधार नहीं होता। तब तक नपा के टैंकरों से जरूरत के मुताबिक जलापूर्ति की जाएगी। आश्वासन मिलने पर वार्डवासी लौट आए।
रश्मि अशोक बारंगे, पार्षद
वार्ड में प्वाइंट डिसाइड किए गए हैं। जहां पर नपा के टैंकर रुकेंगे और जलापूर्ति करेंगे। पहले से वार्ड में 5-6 टैंकर पानी पहुंच रहा है। फिर भी कमी है तो और टैंकर भेजकर जलसंकट से निपटा जाएगा।
आशा महेन्द्र भारती, अध्यक्ष, नपा, सारनी।