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पढ़े, कोरोना संदिग्ध दो और मरीज जिले में मिले, नहीं आई जांच रिपोर्ट

locationबेतुलPublished: Apr 03, 2020 08:23:38 pm

Submitted by:

Devendra Karande

जिले में कोरोना के संदिग्ध मरीजों की संख्या लगातार बढ़ते जा रही है।दो कोरोना संदिग्ध मरीजों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद तीन अन्य कोरोना संदिग्ध मरीजों के सेम्पल जांच के लिए भोपाल प्रयोगशाला में भेजे गए हैं। हालांकि जिले के लिए राहत भरी बात यह है कि अभी तक कोरोना को भी पॉजीटिव केस सामने नहीं आया है, लेकिन जिस तरह से संदिग्ध मरीजों के सेम्पलों की संख्या में बढ़़ोत्तरी होना शुरू हो रही है उससे हड़कंप की स्थिति जरूर है।

कोरोना संदिग्ध दो और मरीज जिले में मिले

So far, five samples have been sent for investigation, out of which reports of two have come negative

बैतूल।जिले में कोरोना के संदिग्ध मरीजों की संख्या लगातार बढ़ते जा रही है।दो कोरोना संदिग्ध मरीजों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद तीन अन्य कोरोना संदिग्ध मरीजों के सेम्पल जांच के लिए भोपाल प्रयोगशाला में भेजे गए हैं। हालांकि जिले के लिए राहत भरी बात यह है कि अभी तक कोरोना को भी पॉजीटिव केस सामने नहीं आया है, लेकिन जिस तरह से संदिग्ध मरीजों के सेम्पलों की संख्या में बढ़़ोत्तरी होना शुरू हो रही है उससे हड़कंप की स्थिति जरूर है।वैसे सुरक्षा की दृष्टि से प्रशासन ने जिले की सीमाओं को सील कर दिया है, लेकिन इसके बाद भी रात के अंधेरे में चोरी छुपे लोग जिले में आ रहे हैं। इधर विदेश यात्रा से आने वाले नागरिकों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। दो अप्रैल को जहां विदेश यात्रा से लौटने वालों की संख्या २३२ बताई गई थी। वहीं तीन अप्रैल को यह बढ़कर २५१ पर पहुंच गई है। इनमें से १८० नागरिकों को स्वास्थ्य परीक्षण विभाग द्वारा किया गया है। जबकि ७१ नागरिक लापता होने के कारण उनका स्वास्थ्य परीक्षण नहीं हो सका है। स्वास्थ्य विभाग एवं प्रशासन ने ऐसे नागरिकों से अपील है कि स्वयं उपस्थित होकर सहयोग प्रदान करें।
आठनेर और बैतूल ग्रामीण के दो मरीजों के सेम्पल भेजे
आठनेर और बैतूल ग्रामीण क्षेत्र के दो संदिग्ध कोरोना मरीजों के सेम्पल स्वास्थ्य विभाग द्वारा जांच के लिए भोपाल भेजे गए हैं। गोपनियता के चलते स्वास्थ्य विभाग द्वारा इनकी कांटेक्ट हिस्ट्री की जानकारी नहीं दी जा रही है। दोनों मरीजों को बैतूल जिला अस्पताल के कोरोना वार्ड में भर्ती कराया गया है। इसके पूर्व स्वास्थ्य विभाग द्वारा आमला क्षेत्र के एक अन्य कोरोना संदिग्ध मरीज का सेम्पल जांच के लिए भेजा गया है, लेकिन तीन दिन बाद भी उसकी रिपोर्ट नहीं आई है। स्वास्थ्य विभाग शनिवार तक रिपोर्ट आने की बात कह रहा है।
पूर्व में दो मरीजों की रिपोर्ट निगेविट आ चुकी
स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना के लक्षण दिखाई देने पर पूर्व में दो संदिग्ध मरीजों के सेम्पल जांच के लिए भोपाल भेजे गए थे। जिनकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी, लेकिन चार-पांच दिन बाद ही तीन अन्य संदिग्ध मरीजों की रिपोर्ट कोरोना जांच के लिए भेजी गई हेै। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक इन तीनों मरीजों में कोरोना वायरस जैसे ही लक्षण नजर आ रहे थे। इसलिए इनकी जांच कराई जा रही है। यह लोग निज लोगों के संपर्क में आए थे उनकी जानकारी भी विभाग द्वारा ली जा रही है और उन्हें एतिहात बरतने के निर्देश दिए गए हैं। वैसे जिले में अभी तक एक भी कोरोना पॉजीटिव केस सामने नहीं आया है। यही जिलेवासियों के लिए राहत भरी बात है।
विदेश से लौटे १८० नागरिकों को स्वास्थ्य परीक्षण
विदेश यात्रा से लौटने वाले नागरिकों की संख्या में भी लगातार इजाफा हो रहा है। २ अप्रैल को जहां विदेश से लौटने वालों की संख्या २३६ बताई गई थी वहीं ३ अप्रैल को यह बढ़कर २५१ पर पहुंच गई है। एक दिन में करीब १५ लोगों के नाम बढ़े हैं। विदेश से लौटने वाले १८० नागरिकों को स्वास्थ्य परीक्षण किया जा चुका है। इनमें से होम आइसोलेशन में ९२ नागरिकों को रखा गया है। जबकि होम आइसोलेशन में १४ दिन की अवधि पूर्ण करने वाले नागरिकों की संख्या ८८ बताई जाती है। विभाग के मुताबिक २५१ में से ३८ नागरिकों ने विदेश यात्रा की जानकारी दी है, जो बैतूल जिले के निवासी हैं लेकिन अन्य स्थानों पर निवासरत हैं जिले में नहीं आए हैं। अन्यत्र ३३ नागरिकों की ट्रेसिंग विभाग द्वारा की जा रही है। डॉ. चौरसिया ने बताया कि बाहर से यात्रा कर आये व्यक्तियों का सतत् परीक्षण किया जा रहा है एवं कोरोना वायरस से बचाव एवं नियंत्रण संबंधी सलाह दी जा रही है।
जिले में बाहर से आने वालों का स्वास्थ्य परीक्षण के निर्देश
कलेक्टर राकेश सिंह ने जिले के समस्त राजस्व अधिकारियों, जनपद पंचायत एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे जिले में बाहर से आने वाले व्यक्तियों का आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से बारीकी से सर्वेक्षण कराएं। जिले में बाहर से आने वाला कोई भी व्यक्ति सर्वेक्षण से न छूटे एवं उसका आवश्यक रूप से स्वास्थ्य परीक्षण करवाया जाए। जहां आवश्यकता हो, वहां बाहर से आने वाले व्यक्तियों को क्वारेंटाइन में रखा जाए। उन्होंने बताया कि जिले में 1500 लोगों को क्वारेंटाइन में रखने की व्यवस्था की गई है। क्वारेंटाइन सेंटरों में भोजन के अलावा अन्य समुचित सुविधाओं के इंतजाम किए गए है। जिले की सीमाओं को चारों तरफ से सील किया गया है।
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