11 वर्षो से सचिव चला रहा समिति
दुग्ध उत्पादक किसान सीताराम , कमलेश यादव, कोमल यादव ने बताया कि ग्राम में वर्ष 2007 से समिति संचालित है, जब से ही किसानों के साथ में भेदभाव किया जा रहा है। पिछले 11 वर्षो से समिति के अध्यक्ष और सचिव की साठ-गाठ से चल रही है। दुग्ध समिति के रिकार्ड की जांच कर दोषी सचिव के खिलाफ में कार्रवाई करने की मांग की है। वहीं किसानों का कहना है कि भोपाल सहाकरी दुग्ध संघ मार्या. द्वारा एक सूचना पत्र जारी किया गया है, जिसमें समिति के सदस्यों से ही दूध खरीदने की बात कही गई है। समिति के बहार के किसानों से दुध लेने से इंकार किया है, साथ ही किसी अन्य संस्था में व्यापारियों से दुध नहीं खरीदने के लिए पत्र जारी किया है, इसके बावजूद भी इसके द्वारा अपने परिवार एवं रिश्तेदारों को उक्त समिति के सदस्य बना की दूध खरीदा जा रहा है। समिति में एक परिवार से तीन-तीन सदस्य बने है, जिसमें यहा गाय भैंस नहीं है, उनकों सदस्य बनाया गया है। दूध बेचने वाले किसानों द्वारा कई बार समिति का सदस्य बनाने की मांग की, लेकिन सचिव के मनमानी के कारण किसानों को सदस्य नहीं बनाया जा रहा है।
दुग्ध उत्पादक किसान सीताराम , कमलेश यादव, कोमल यादव ने बताया कि ग्राम में वर्ष 2007 से समिति संचालित है, जब से ही किसानों के साथ में भेदभाव किया जा रहा है। पिछले 11 वर्षो से समिति के अध्यक्ष और सचिव की साठ-गाठ से चल रही है। दुग्ध समिति के रिकार्ड की जांच कर दोषी सचिव के खिलाफ में कार्रवाई करने की मांग की है। वहीं किसानों का कहना है कि भोपाल सहाकरी दुग्ध संघ मार्या. द्वारा एक सूचना पत्र जारी किया गया है, जिसमें समिति के सदस्यों से ही दूध खरीदने की बात कही गई है। समिति के बहार के किसानों से दुध लेने से इंकार किया है, साथ ही किसी अन्य संस्था में व्यापारियों से दुध नहीं खरीदने के लिए पत्र जारी किया है, इसके बावजूद भी इसके द्वारा अपने परिवार एवं रिश्तेदारों को उक्त समिति के सदस्य बना की दूध खरीदा जा रहा है। समिति में एक परिवार से तीन-तीन सदस्य बने है, जिसमें यहा गाय भैंस नहीं है, उनकों सदस्य बनाया गया है। दूध बेचने वाले किसानों द्वारा कई बार समिति का सदस्य बनाने की मांग की, लेकिन सचिव के मनमानी के कारण किसानों को सदस्य नहीं बनाया जा रहा है।