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पीएम आवासों के ऊपर मंडरा रही मौत

locationबेतुलPublished: Jan 09, 2019 11:49:24 am

Submitted by:

rakesh malviya

मकान की छत डालने के दौरान हितग्राही हाईटेंशन लाइन से झुलसा, नपा ने कहा हाईटेंशन लाइन के नीचे गलत तरीके से बांटे गए पट्टे, विद्युत कंपनी ने कहा लाइन सालों पुरानी है हटा नहीं सकते

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पीएम आवासों के ऊपर मंडरा रही मौत

बैतूल. शहर के स्लम क्षेत्र ओझाढाना में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बनाए जा रहे एक सैकड़ा से अधिक मकानों पर हाईटेंशन लाइन का खतरा मंडराने लगा है। मंगलवार दोपहर हाईटेंशन लाइन के नीचे मकान की छत डालने का काम कर रहा एक हितग्राही लाइन की चपेट में आने से गंभीर रूप से झुलस गया। जिसे इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस हादसे के बाद अन्य आवासों में चल रहे निर्माण कार्यों को रोक दिया गया। हितग्राहियों का कहना था कि उन्होंने विद्युत कंपनी को लाइन हटाने के लिए कई बार आवेदन दिए लेकिन कंपनी द्वारा अनदेखी की गई। जिसके कारण आज यह हादसा हो गया। इधर हादसे के लिए जिम्मेदार विभाग अब एक दूसरे की गलतियां निकाल कर दोषारोपण कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत ओझाढाना क्षेत्र में तकरीबन एक सैकड़ा से अधिक मकान बनाए जा रहे हैं। ज्यादातर मकान हाईटेंशन लाइन के नीचे बन रहे हैं। इस क्षेत्र में हाईटेंशन लाइन दो जगहों से गुजर रही है। जो लोग लाइन के नीचे नहीं आ रहे हैं उन्होंने तो मकान बना लिए हैं लेकिन जिनके घरों के ऊपर से लाइन गुजर रही है उनके आवास अभी तक पूर्ण नहीं हो सके हैं। ओझाढाना निवासी साहेबलाल धुर्वे ने बताया कि पांच महीने हो गए हैं घर की छत नहीं डाल पा रहे हैं। पन्नी बिछाकर पूरी बरसात गुजार दी अब ठंड भी बगैर छत के गुजारना पड़ रहा है। छत के ऊपर हाईटेंशन लाइन गुजर रही है यदि लेंटर डालते हैं तो खतरा है। काम करने के लिए कोई तैयार नहीं है। आवास पूरा नहीं होने पर नगरपालिका नोटिस थमा रही है। हमनें हाईटेंशन लाइन शिफ्ट करने के लिए कंपनी के दफ्तर में आवेदन दिया था लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। वहीं गोंडू परते, मुनेसिंह धुर्वे, सुखदेव आहके एवं राजू परते ने भी बकाया कि उन्होंने मकान तो लेंटर हाईट तक बना लिए है लेकिन हाईटेंशन लाइन की वजह से छत नहीं डाल पा रहे हैं। पूर्व में भी हाईटेंशन लाइन की वजह से एक युवक करंट से झुलस गया था। आज हुए हादसे के बाद लोगों ने मकान का काम रूकवा दिया है। यहां बन रहे ज्यादातर घरों में छत नहीं डली है और लोगों को खुले आसमान के नीचे ही रहने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। वहीं नगरपालिका द्वारा आवास निर्माण जल्द पूरा करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। ऐसे में गरीबों के सामने मुसीबत खड़ी हो गई है।

छत पर सेंटिंग डालते वक्त हाईटेंशन लाइन में झुलसा हितग्राही
ओझाढाना निवासी ५५ वर्षीय एकराज ओझा पीएम आवास योजना के तहत अपना पक्का मकान बना रहा है। आज सुबह वह मिस्त्री के साथ छत पर सेंटिंग बिछा रहा था। इसी दौरान ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से झुलस गया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि छत से चार फीट की ऊंचाई पर हाईटेंशन लाइन गुजर रही है। अचानक लाइन के संपर्क में आने से उसका शरीर और कपड़े जलने लगे और बेहोश होकर वह गिर पड़ा। हादसे को देख साथ में काम कर रहे मिस्त्री ने किसी तरह से कूदकर अपनी जान बचाई। हादसे के तत्काल बाद परिजन एकराज को ऑटो में बैठाकर जिला अस्पताल उपचार के लिए ले गए। करंट से शरीर का करीब ७० प्रतिशत हिस्सा जलना बताया जा रहा है।
क्या कहते हैं जिम्मेदार विभाग
नपा सीएमओ प्रियंका सिंह का कहना था कि राजस्व विभाग द्वारा गलत तरीके से लोगों को क्षेत्र में पट्टे बांट दिए गए। हाईटेंशन लाइन के नीचे पट्टे नहीं देना था। चूंकि गरीबों को पट्टा दिया गया था इसलिए आवास योजना का लाभ दिया जाना जरूरी था। हमें योजना की प्रगति रिपोर्ट शासन को भेजना पड़ती है इसलिए हितग्राहियों को किस्त जारी करने के बाद समय-पर मकान बनाने के निर्देश दिए गए हैं।
विविकं के अधीक्षण यंत्री जीएस भरदया का कहना था कि हाईटेंशन लाइन सालों पुरानी है। अवैधानिक रूप से लोग यहां बस गए हैं। चूंकि यह एरिया आबादी क्षेत्र से घिरा हुआ है और सभी जगह मकान बन गए हैं तो ऐसे में लाइन को न तो शिफ्ट किया जा सकता है और न ही पोलों की ऊंचाई बढ़ाई जा सकती है। लोगों को हाईटेंशन लाइन के नीचे किसी प्रकार का कंस्ट्रक्शन नहीं करना चाहिए। यदि कोई नियम विरूद्ध तरीके से हाईटेंशन लाइन के नीचे निर्माण कर रहा है तो हमारी जवाबदेही नहीं बनती है।
राजस्व विभाग के तहसीलदार वैधनाथ वासनिक का कहना था कि हाईटेंशन लाइन के नीचे लोगों को पट्टे नहीं बांटे हैं। लोगों ने पट्टे आसपास लिए हो और मकान हाईटेंशन लाइन के नीचे बना रहे हो। यदि हाईटेंशन लाइन के नीचे पट्टे बांटे भी हैं तो नपा को चाहिए था कि वह आवास की मंजूरी नहीं देती। योजना का लाभ देने से पूर्व नपा को यह देखना चाहिए था कि ऊपर हाईटेंशन लाइन गुजर रही है वहां निर्माण की अनुमति नहीं देना चाहिए।

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