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गर्मी ने बढ़ाई बिजली की मांग, दिनभर 9 हजार मेगावाट के आसपास रही डिमांड

locationबेतुलPublished: Apr 25, 2019 11:08:00 pm

Submitted by:

pradeep sahu

९ नंबर इकाई तकनीकी कारणों से हुई बंद, इधर कोयला संकट से जूझ रहा प्लांट

गर्मी ने बढ़ाई बिजली की मांग, दिनभर 9 हजार मेगावाट के आसपास रही डिमांड

गर्मी ने बढ़ाई बिजली की मांग, दिनभर 9 हजार मेगावाट के आसपास रही डिमांड

सारनी. सूरज के तीखे तेवर तिखाते ही अचानक बिजली की मांग बढ़ गई है। सुबह से लेकर शाम तक लगभग एक जैसी ही डिमांड रही। अमूमन ऐसा होता नहीं है, लेकिन गर्मी बढऩे के साथ ही बिजली की मांग भी बढऩे लगी है। गुरुवार को सुबह 8:25 बजे मप्र में 9 हजार 378 मेगावाट बिजली की मांग थी। जबकि दिन भर 9 हजार मेगावाट के करीब रही। इससे ऐसा प्रतीत हो रहा है जैसे आने वाले दिनों में डिमांड और बढ़ेगी, लेकिन कोयला संकट ने पॉवर प्लांट प्रबंधन को मुश्किल में डाल रखा है। सतपुड़ा ताप विद्युत गृह सारनी और बिरसिंहपुर पॉवर प्लांट में महज दो-दो दिन का कोल स्टॉक है। इसके अलावा श्रीसिंगाजी पॉवर प्लांट खंडवा में भी एक सप्ताह का ही स्टॉक है। ऐसे में बिजली की मांग बढऩे पर निजी कंपनियों की मदद लेने से इंकार नहीं किया जा सकता। दरअसल सरकारी बिजली घर कोयला संकट से जूझ रहे हैं।
210 मेगावाट की यूनिट बंद, उत्पादन लुढ़का सतपुड़ा पॉवर प्लांट की 210 मेगावाट की 9 नंबर इकाई तकनीकी कारणों से बंद हो गई। इस यूनिट के बंद होने से बिजली उत्पादन लुढ़ककर 800 मेगावाट के आसपास आ पहुंचा है। गौरतलब है कि 210 मेगावाट की 8 नंबर इकाई पहले से ही बंद है। इस इकाई के आईडी फेन में तकनीकी खराबी है। जिसे दूर करने के बाद टरबाइन का काम किया जाना है। ऐसे में यह इकाई एक माह तक बंद रहने से इंकार नहीं किया जा सकता है। इधर, 200 व 210 मेगावाट की 6-7 नंबर इकाई को 150-150 मेगावाट के लोड पर चलाया जा रहा है। वहीं 250-250 मेगावाट की 10-11 नंबर इकाई फुल लोड पर चल रही है।
कोयला संकट बरकरार- बिजली घर सारनी में कोयला संकट बरकरार है। यहां ग्राउंड स्टॉक 47 हजार मीट्रिक टन के आसपास है। रोजाना खपत करीब 15 हजार मीट्रिक टन है जबकि आपूर्ति खपत के अनुरूप नहीं हो रही। यही वजह है कि दिनों दिन स्टॉक कम होता जा रहा है। बताया जा रहा है कि पेंच, कन्हान क्षेत्र की खदानों से हुआ कोयले का करार खत्म हो गया है। डब्ल्यूसीएल पाथाखेड़ा से जरूरत के मुताबिक कोयला नहीं मिल पा रहा है। इस वजह से स्टॉक घटता जा रहा है।
इनका कहना है…
रात 12:40 बजे ट्यूब में लीकेज की वजह से 210 मेगावाट की 9 नंबर यूनिट बंद हो गई है। 8 नंबर इकाई पहले से बंद है। दो इकाई बंद होने से बिजली उत्पादन 800 मेगावाट के आसपास चल रहा है। कोल स्टॉक में सुधार आया है।
अमित बंसोड़, पीआरओ, सतपुड़ा, सारनी
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