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भाजपाई पहुंचे थाने, नपा अध्यक्ष का चुनाव शून्य घोषित करने उठाई मांग

locationबेतुलPublished: Feb 26, 2019 10:50:21 pm

Submitted by:

pradeep sahu

तीन माह बाद नपाध्यक्ष को घेरने सक्रिय हुए भाजपा नेतारैली निकालकर थाने में कलेक्टर के नाम टीआई को सौंपा ज्ञापन

भाजपाई पहुंचे थाने, नपा अध्यक्ष का चुनाव शून्य घोषित करने उठाई मांग

भाजपाई पहुंचे थाने, नपा अध्यक्ष का चुनाव शून्य घोषित करने उठाई मांग

सारनी. जिले की सबसे बड़ी नगरपालिका परिषद सारनी की अध्यक्ष आशा भारती के जाति प्रमाण पत्र को लेकर भाजपा के नेताओं ने आपत्ति दर्ज की है। साथ ही निर्वाचन शून्य घोषित करने की मांग को लेकर मंगलवार को रैली निकालकर प्रदर्शन किया। इसके बाद कलेक्टर के नाम टीआई महेन्द्र सिंह चौहान को ज्ञापन सौंपा।
सोमवार को कलेक्टर द्वारा नपाध्यक्ष की बेटी पूनम भारती का निर्वाचन शून्य घोषित कर दिया है। दरअसल अगस्त 2017 में हुए नगरीय निकाय चुनाव में पूनम भारती द्वारा नाम निर्देशन पत्र में जाति प्रमाण पत्र के स्थान पर स्कूल की टीसी लगाई थी। इस समय निर्वाचन अधिकारी द्वारा जल्द जाति प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने को कहा गया था। तय सीमा में जाति प्रमाण पत्र प्रस्तुत नहीं किया गया। वहीं 28 फरवरी 2018 को शिवसेना जिलाध्यक्ष विनोद जगताप द्वारा कलेक्टर को लिखित शिकायत देकर इस मामले में जांच की मांग की थी। जांच प्रारंभ हुई और 13वीं पेशी में जिला दंडाधिकारी द्वारा पूनम भारती का निर्वाचन शून्य घोषित कर दिया गया। इसके बाद नपाध्यक्ष आशा भारती का निर्वाचन भी शून्य घोषित करने की मांग उठाई गई है।
ये शामिल रहे ज्ञापन देने वालों में : कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपने वाले भाजपा नेताओं में मंडल अध्यक्ष सुधा चंद्रा, जिला मंत्री रंजीत सिंह, भाजपा प्रशिक्षण विभाग के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य कमलेश सिंह, नपा उपाध्यक्ष भीमबहादुर थापा, नेता प्रतिपक्ष संजय अग्रवाल, राजकुमार नागले, ्रपकाश डहेरिया, किशोर मोहबे, जीपी सिंह, अजय साकरे, मनोज ठाकुर, रूपलाल बेलवंशी, विनय मदने, पंजाबराव बारस्कर आदि कार्यकर्ता शामिल हैं।
मां ने निर्दलीय, बेटी ने पार्टी से लड़ा चुनाव – 11 अगस्त 2017 को नपा परिषद सारनी का चुनाव हुआ था। परिणाम 16 अगस्त को आए। यह चुनाव आशा भारती कांग्रेस पार्टी से बागी होकर निर्दलीय और पूनम भारती ने कांग्रेस पार्टी की टिकट से लड़ा था। अपने निकटतम प्रत्याशी को 3,878 मतों से हराकर आशा भारती नपाध्यक्ष चुनी गई। इन्हें 14,989 वोट मिले थे। जबकि भाजपा प्रत्याशी आरती झरबड़े को 11,111 वोट मिले थे। वहीं पूनम भारती ने वार्ड क्रमांक-21 से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में चुनाव जीता। कमलनाथ के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद आशा महेन्द्र भारती ने पुन: कांग्रेस का दामन थामा। इसके बाद से ही मुश्किलें बढ़ती गई।
एससी वर्ग के साथ धोखा – भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के मंडल अध्यक्ष राजकुमार नागले, महामंत्री प्रकाश डहेरिया ने कहा नगरीय निकाय चुनाव में अनुसूचित जाति वर्ग के साथ धोखा हुआ है। उन्होंने कहा निश्चित तौर पर नपाध्यक्ष द्वारा नाम निर्देशन पत्र में जाति प्रमाण पत्र जमा किया है, जो उत्तर प्रदेश के काशीमाबाद तहसील से जारी हुआ है। जिसके आधार पर मध्यप्रदेश में अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित सीट से चुनाव नहीं लड़ सकते। नपाध्यक्ष का भी निर्वाचन शून्य घोषित किया जाना चाहिए।
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