दरअसल, जिले के मुलताई के मंगानो खुर्द के पास एक चलती बस में ड्राइवर को हार्ट अटैक आ गया। लेकिन उसने बस को सड़क के किनारे खड़ा कर दिया। बस कंडक्टर ने तत्काल 108 को फोन कर जानकारी दी। सूचना के बाद मौके पर पहुंची एंबुलेंस ड्राइवर को लेकर अस्पताल पहुंची लेकिन रास्ते में ही बस ड्राइवर की मौत हो गई। पुलिस द्वारा फिलहाल इस मामले में मर्म कायम कर लिया गया है।
पुलिस के अनुसार, बस ड्राइवर का नाम संतोष हारोड़े था और उसकी उम्र 40 साल की थी। हमालपुर के रहने वाले संतोष बैतूल में गोल्डन कंपनी की बस में ड्राइवर था। यह बस प्रभात पट्टन से सारणी के बीच चलती थी। सोमवार सुबह मंगोनाखुर्द के पास बस चलाते समय अचानक बस ड्राइवर को हार्ट अटैक आ गया। जिससे उसने आनन-फानन में गाड़ी को एक सुरक्षित स्थान पर खड़ा किया। बस कंडक्टर रामकिशोर बारपेटे द्वारा संतोष के हार्ट अटैक की जानकारी परिजनों को दी गई। मौके पर पहुंचे परिजन और एंबुलेंस जब संतोष को लेकर प्रभात पट्टन स्थित सरकारी असपताल पहुंचे तो रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। अस्पताल पहुंचते ही डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
बताया जा रहा है कि इससे पहले भी संतोष को एक हार्ट अटैक आ चुका है जिसका इलाज चल रहा था। सोमवार को बस चलाते समय उसे एक बार फिर से हार्ट अटैक आया जिस कारण बस ड्राइवर की मौत हो गई। हालांकि इस दौरान उन्होंने 50 लोगों की जिंदगी सुरक्षित बचा ली।