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चलती बस में ड्राइवर को आया हार्ट अटैक, जान की परवाह किए बिना 50 लोगों की बचाई जिंदगी: फिर मौत

बस में 50 यात्री सवार थे।

बेतुलNov 19, 2019 / 12:42 pm

Pawan Tiwari

चलती बस में ड्राइवर को आया हार्ट अटैक, जान की परवाह किए बिना 50 लोगों की बचाई जिंदगी: फिर मौत

बैतूल. मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में एक बस ड्राइवर ने साहस का परिचय देते हुए 50 लोगों की जान बचाई है। हालांकि इस दौरान ड्राइवर का मौत हो गई। दरअसल, एक चलती बास में ड्राइवर को हार्ट अटैक आ गया। ड्राइवर दर्द के बाद भी गाड़ी को बीच सड़क से किनारे सुरक्षित स्थान पर ले जाकर खड़ा किया उसके बाद उसकी मौत हो गई। लेकिन बस में सवार 50 यात्रियों को सुरक्षित बचा लिया।
दरअसल, जिले के मुलताई के मंगानो खुर्द के पास एक चलती बस में ड्राइवर को हार्ट अटैक आ गया। लेकिन उसने बस को सड़क के किनारे खड़ा कर दिया। बस कंडक्टर ने तत्काल 108 को फोन कर जानकारी दी। सूचना के बाद मौके पर पहुंची एंबुलेंस ड्राइवर को लेकर अस्पताल पहुंची लेकिन रास्ते में ही बस ड्राइवर की मौत हो गई। पुलिस द्वारा फिलहाल इस मामले में मर्म कायम कर लिया गया है।
पुलिस के अनुसार, बस ड्राइवर का नाम संतोष हारोड़े था और उसकी उम्र 40 साल की थी। हमालपुर के रहने वाले संतोष बैतूल में गोल्डन कंपनी की बस में ड्राइवर था। यह बस प्रभात पट्टन से सारणी के बीच चलती थी। सोमवार सुबह मंगोनाखुर्द के पास बस चलाते समय अचानक बस ड्राइवर को हार्ट अटैक आ गया। जिससे उसने आनन-फानन में गाड़ी को एक सुरक्षित स्थान पर खड़ा किया। बस कंडक्टर रामकिशोर बारपेटे द्वारा संतोष के हार्ट अटैक की जानकारी परिजनों को दी गई। मौके पर पहुंचे परिजन और एंबुलेंस जब संतोष को लेकर प्रभात पट्टन स्थित सरकारी असपताल पहुंचे तो रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। अस्पताल पहुंचते ही डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
बताया जा रहा है कि इससे पहले भी संतोष को एक हार्ट अटैक आ चुका है जिसका इलाज चल रहा था। सोमवार को बस चलाते समय उसे एक बार फिर से हार्ट अटैक आया जिस कारण बस ड्राइवर की मौत हो गई। हालांकि इस दौरान उन्होंने 50 लोगों की जिंदगी सुरक्षित बचा ली।

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