scriptजेनको से 2 से 11 पैसे प्रति यूनिट तक महंगा हुआ बिजली उत्पादन | Electricity generation costlier by 2 to 11 paise per unit from Genco | Patrika News

जेनको से 2 से 11 पैसे प्रति यूनिट तक महंगा हुआ बिजली उत्पादन

locationबेतुलPublished: Feb 18, 2020 12:20:10 am

Submitted by:

yashwant janoriya

पॉवर मैनेजमेंट कंपनी ने जारी की एमओडी

पॉवर मैनेजमेंट कंपनी ने जारी की एमओडी

पॉवर मैनेजमेंट कंपनी ने जारी की एमओडी

सारनी. मप्र पॉवर जनरेटिंग कंपनी के सभी ताप गृहों से बिजली उत्पादन करना 2 से 11 पैसे प्रति यूनिट तक महंगा हुआ है। इसकी पुष्टि पॉवर मैनेजमेंट कंपनी द्वारा जारी की गई एमओडी मेें हुआ है। जनवरी माह की एमओडी फरवरी माह में जारी की गई है। जिसमें मप्र के चारों बिजली घरों की उत्पादन लागत बढ़ी है।
दरअसल, सर्वाधिक उत्पादन लागत सतपुड़ा ताप विद्युत गृह सारनी की 830 मेगावाट क्षमता की 4 इकाइयों की बढ़ी है। इन इकाइयों से पहले 2.92 पैसे प्रति यूनिट की दर से बिजली उत्पादन होता था जो जनवरी माह की एमओडी में बढ़कर 3.3 पैसे प्रति यूनिट हो गया है। इसी तरह 500 मेगावाट की सतपुड़ा परियोजना की उत्पादन लागत 2.37 पैसे से बढ़कर 2.40 पैसे प्रति यूनिट हो गई है। बिरसिंहपुर पॉवर प्लांट की 210-210 मेगावाट की 4 इकाइयों की उत्पादन लागत 1.94 से बढ़कर 1.98, 500 मेगावाट की इकाई की 1.8 0 से बढ़कर 1.8 5, अमरकंटक की 1.6 2 से बढ़कर 1.6 4 और श्रीसिंगाजी की 2.76 से बढ़कर 2.8 1 व 2.75 से बढ़कर 2.8 2 पैसे प्रति यूनिट हो गई है। इसकी वजह मापदंड से अधिक कोयले की खपत होना और महंगे दाम पर कोयला प्राप्त होना बताया जा रहा है।
जेनकों में हैं 16 इकाइयां : मप्र पॉवर जनरेटिंग कंपनी के पास चार बिजली घर है। जिनमें 16 इकाइयां है। क्षमता 5400 मेगावाट है।रविवार को श्रीसिंगाजी पॉवर प्लांट खंडवा की 600 मेगावाट की इकाई क्रमांक-1 बंद रही। वहीं 15 इकाइयों से 4 हजार 26 9 मेगावाट के आसपास बिजली उत्पादन लिया गया।इन दिनों प्रदेश में बिजली की मांग 14 हजार मेगावाट के आसपास रह रही है।बंद इकाई का सुधार कार्य होने पर जेनको का उत्पादन और बढऩे से इंकार नहीं किया जा सकता।
आधा हो गया कोल स्टॉक
दो माह पहले तक प्रदेश के चारों बिजली घरों में 15 लाख मीट्रिक टन के आसपास कोयले का भंडारण था जो इन दिनों सिमटकर 7 लाख 65 हजार मीट्रिक टन के आसपास आ पहुंचा है। बताया जाता है कि वर्तमान में सर्वाधिक कोल स्टॉक श्रीसिंगाजी पॉवर प्लांट खंडवा में 2 लाख 92 हजार मीट्रिक टन है, जबकि दूसरे नंबर पर सतपुड़ा ताप विद्युत गृह सारनी है। यहां 2 लाख 71 हजार मीट्रिक टन भंडारण है। इसी तरह बिरसिंहपुर में एक लाख 22 हजार और अमरकंटक में 80 हजार मीट्रिक टन कोयले का भंडारण है।
प्रदेश के बिजली घरों पर एक नजर
प्लांट उत्पादन क्षमता भंडारण
सतपुड़ा 1165 1330 2,71,000
अमरकंटक 213 210 80,000
श्रीसिंगाजी 1678 2520 2,92,000
बिरसिंहपुर 1213 1340 1,22,000
नोट :-बिजली उत्पादन और क्षमता मेगावाट और कोल स्टॉक मीट्रिक टन में हैं।
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