scriptहर समस्या हल हो सकती है,आत्महत्या कभी नहीं करे | every problem can be solved, never commit suicide | Patrika News

हर समस्या हल हो सकती है,आत्महत्या कभी नहीं करे

locationबेतुलPublished: Nov 25, 2022 08:56:41 pm

Submitted by:

ghanshyam rathor

खिलाडिय़ों ने प्रार्थना साल्वे को किया यादअंतरराष्ट्रीय बास्केट बॉल खिलाड़ी ने डिप्रेशन में की आत्महत्या। प्रार्थना सालवे को श्रद्धांजली दी।खिलाडिय़ों ने दो मिनट मौन धारण किया।

हर समस्या हल हो सकती है,आत्महत्या कभी नहीं करे

every problem can be solved, never commit suicide


बैतूल। भाजपा खेल प्रकोष्ठ ने अंतरराष्ट्रीय बास्केट बॉल खिलाड़ी प्रार्थना साल्वे को मेजर ध्यानचंद हॉकी स्टेडियम में शुक्रवार शाम को श्रंद्धाजली दी। इस मौके पर कराते, हॉकी और कबड्ड़ी के खिलाड़ी मौजूद रहे। मोमबत्ती जलाकर छाया चित्र माल्र्यापण किया। इसके साथ ही मौन धारण भी किया गया। भाजपा नगर मण्डल अध्यक्ष विकास मिश्रा ने कहा एक खिलाड़ी ही है जो किसी भी स्थिति में हिम्मत नहीं हारता। जिले के किसी भी खिलाड़ी को कोई भी समस्या हो वे भाजपा खेल प्रकोष्ठ से सम्पर्क करें। किसी खिलाड़ी परेशान होने की जरुरत नहीं है। भाजपा खेल प्रकोष्ठ के संयोजक रवि लोट ने कहा कि इस तरह का कदम उठाने के पहले अपने परिवार के बारे में सोचे। नकारात्मक भाव मन में आते है तो वे परिवार के सदस्यों, मित्रों और शिक्षकों से चर्चा करे। हर समस्या का हल है। खेल एवं युवा कल्याण विभाग की जिला खेल अधिकारी पूजा कुरील ने कहा कि खिलाडिय़ों को अपने मनोबल को हमेशा ऊंचा रखकर काम करना चाहिए। भविष्य में कोई ऐसी समस्या या शारीरिक मानसिक कष्ट होता है तो उसके लिए जिले के वरिष्ठ खिलाड़ी और खेल अधिकारियों से बात करे। समस्या का हल निकल सकता है। किसी खिलाड़ी को कोई गलत कदम नहीं उठाना चाहिए। खेल प्रकोष्ठ के नितेश राजपूत,सुरेंद्र महाले,गोलू देशमुख,अभिषेक देशमुख,प्रवीण बाथरी,अनिल गंगारे,मुकेश पाराधे, राहुल राठौर,राहुल मालवीय,वरिष्ठ खिलाड़ी राकेश वाजपाई,शारिक खान,खेल समन्वयक राम नारायण शुक्ला, कराते कोच महेंद्र सोनकर,हॉकी कोच तपेश साहू उपस्थित थे
डिप्रेशन एक बीमारी आत्महत्या हल नहीं
जिला अस्पताल में पदस्थ मानसिक रोग के डॉक्टर संजय खातरकर ने बताया
डिप्रेशन एक तरह की बीमारी है। आत्महत्या इसका हल नहीं है। इलाज से व्यक्ति ठीक होकर पहले की तरह ही अपना जीवन जी सकता है। कई बार डिप्रेशन का लेबल इतना अधिक होता है कि इससे पीडि़त व्यक्ति आत्महत्या कर लेता है। पीडि़त व्यक्ति को लगता है कि अब कुछ नहीं हो सकता है। लेकिन ऐसा नहीं होता है। इसका इलाज संभव है। जब व्यक्ति इससे पीडि़त होता है। इसके लक्षण अलग ही दिखाई देते हैं। पीडि़त व्यक्ति के व्यवहार में परिवर्तन आ जाता है। वह अकेला रहना पसंद करेगा। दोस्तों से नहीं मिलेगा। कम खाना खाएगा। अपने ही विचारों में खोया रहेगा। पारिवारिक बातों पर में ध्यान नहीं देगा। जब तरह से लक्षण दिखाई दे तो उनसे बात जरुर करे। किस वजह से वह डिप्रेशन में है। उसकी वजह जानने का प्रयास करे। दोस्तों के बीच भेजे। पीडि़त व्यक्ति नींद अधिक ले। संगीत सुने और नियमित व्यायाम करे। इससे डिप्रेशन को काफी हद तक कम किया जा सकता है। डॉक्टर से सलाह ले। डिप्रेशन पारिवारिक कारणों, पैसा, मनचाही उपलब्धि नहीं मिलना आदि कारणों से आ सकता है।
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