scriptबीमा में एक रुपए मिलने पर किसानों ने जलाया बीमा कंपनी का पुतला | Farmers burnt effigy of insurance company | Patrika News

बीमा में एक रुपए मिलने पर किसानों ने जलाया बीमा कंपनी का पुतला

locationबेतुलPublished: Sep 19, 2020 09:50:46 pm

Submitted by:

Devendra Karande

किसानों को दी गई बीमा राशि उनके लिए मजाक बना गई है। किसानों को एक रुपए दो रुपए बीमा दिया गया है।प्रीमियम राशि से भी बहुत कम बीमा राशि मिली है। जिससे किसान खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। बीमा राशि को लेकर विरोध शुरू हो गया है। शनिवार सुबह बीमा राशि कम मिलने पर चिचोली के गोधना में किसानों ने प्रदर्शन किया और बीमा कंपनी का पुतला भी जलाया।

किसानों ने बीमा कंपनी का पुतला जलाकर विरोध किया

The farmers opposed the insurance company by burning the effigy

बैतूल। किसानों को दी गई बीमा राशि उनके लिए मजाक बना गई है। किसानों को एक रुपए दो रुपए बीमा दिया गया है।प्रीमियम राशि से भी बहुत कम बीमा राशि मिली है। जिससे किसान खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। बीमा राशि को लेकर विरोध शुरू हो गया है। शनिवार सुबह बीमा राशि कम मिलने पर चिचोली के गोधना में किसानों ने प्रदर्शन किया और बीमा कंपनी का पुतला भी जलाया। किसानों ने पूरी बीमा राशि दिलाने की मांग की है। किसानों का कहना है कि उन्हें पूरी राशि नहीं दी गई तो किसान आंदोलन करेंगे। चिचोली ब्लॉक के गोधना के किसान पवन धावले ने बताया कि उनके साथ बीमा कंपनी ने धोखा किया है। बीमे के लिए 15 सौ रुपए का प्रीमियम दिया था। उसके बदले सरकार ने उन्हें एक रुपए का बीमा दिया है। इसलिए किसानों में गुस्सा है और बीमा कंपनी का पुतला दहन किया है। फसल की नुकसानी का किस तरह राजस्व विभाग द्वारा आंकलन किया गया है यह समझ नहीं आ रहा है। किसानों का कहना है कि एक हजार का प्रीमियम देने के बाद एक रुपए बीमा राशि दी गई जिससे किसान नाराज है। यही स्थिति जिले के अन्य क्षेत्रों में हैं किसानों को प्रीमियम से बहुत कम ही बीमा राशि मिली है। बैतूल बाजार के किसान सुमन पवार का कहना है कि उन्होंने एक हैक्टेयर की बीमा राशि एक हजार रुपए का बीमा प्रीमियम बैंक को दिया था। बीमा राशि 193 रुपए राशि मिली है। किसानों के साथ यह धोखा है। यह राशि तो मजदूरी से भी कम हैं। बीमा कंपनी किसानों के साथ मजाक कर रही है। इस संबंध में कृषि विभाग के उपसंचालक केपी भगत ने बताया कि किसानों को किस आधार पर बीमा राशि दी गई है। बीमा कंपनी के अधिकारियों से चर्चा की जाएगी। किसानों को नियमानुसार बीमा राशि दिलाने प्रयास किए जाएंगे।
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