scriptवोल्टेज और ट्रिपिंग की समस्या से परेशान किसान पहुंचे बिजली कार्यालय, फीडर बदलने की मांग | Farmers upset with voltage and tripping problem reached power office | Patrika News

वोल्टेज और ट्रिपिंग की समस्या से परेशान किसान पहुंचे बिजली कार्यालय, फीडर बदलने की मांग

locationबेतुलPublished: Nov 29, 2019 11:40:26 pm

Submitted by:

yashwant janoriya

विद्युत वितरण कंपनी पहुंचे माथनी के किसान, डीजीएम से मिलकर बताई परेशानी

विद्युत वितरण कंपनी पहुंचे माथनी के किसान, डीजीएम से मिलकर बताई परेशानी

विद्युत वितरण कंपनी पहुंचे माथनी के किसान, डीजीएम से मिलकर बताई परेशानी

मुलताई. साहब… पहले माथनी की लाइन बरई फीडर से जुड़ी थी जो किसानों द्वारा राशि जमा कर चंदे से लगाई गई थी लेकिन जबसे चिखलीकला फीडर से लाइन जोड़ी गई है तब से लो-वोल्टेज और ट्रिप की समस्या चल रही है जिससे किसान परेशान हैं। उक्त शिकायत शुक्रवार सुबह माथनी से लगभग आधा सैकड़ा किसानों ने विद्युत वितरण कंपनी के मुख्य कार्यालय पहुंचकर कंपनी के उपमहाप्रबंधक से की। किसानों ने कहा कि लो-वोल्टेज से किसान खेती का कार्य नहीं कर पा रहे हैं तथा समस्या दिनों दिन गहराते जा रही है। किसानों ने कहा कि पूर्व की तरह ही बरई फीडर से लाइन जोड़ी जाए ताकि किसानों को राहत मिल सके। किसान अखिलेशसिंह, अश्विन पाल, गोविंदराव पंवार, सुनील सिंह, यशवंत सिंह एवं संजय सिंह सहित बड़ी संख्या में किसानों ने विद्युत वितरण कंपनी के उपमहाप्रबंधक संजय यादव को बताया कि चिखलीकला फीडर पर अत्याधिक दबाव होने से वोल्टेज की समस्या चल रही है जिससे किसान सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं। किसानों ने बताया कि समस्या लगातार चल रही है ऐसी स्थिति में माथनी के किसान परेशान हो चुके हैं इसके पूर्व भी कई बार शिकायत की लेकिन समस्या का कोई हल नहीं निकाला गया जिससे किसानों को मजबूरन अब आंदोलन पर अमादा होना पड़ सकता है। उपमहाप्रबंधक संजय यादव ने कहा कि तकनीकि समस्या के कारण बरई फीडर से माथनी की लाइन नहीं जोड़ी जा सकती है। उन्होंने कहा कि एक बार वे समस्या को देख लेते हैं जिसके बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि एक गांव की लाइन दो फीडर से नहीं जोड़ी जा सकती है। इस पर किसानों ने कहा कि जैसे भी हो समस्या का समाधान किया जाए।
किसानों की समस्या सुनकर जब विद्युत वितरण कंपनी के उपमहाप्रबंधक संजय यादव द्वारा दो टूक शब्दों में बरई फीडर से लाइन जोडऩे का मना कर दिया तो किसानों ने तीखा रोष व्यक्त किया। किसानों ने कहा कि समस्या का समाधान आपको ही करना है लगातार शिकायतों तथा मुलताई कार्यालय पहुंचने के बाद भी यदि समस्या का समाधान नहीं किया जाता है तो वे पीएचई मंत्री का दरवाजा खटखटाने के लिए मजबूर होंगे। किसानों ने कहा कि वे सीधे कार्यालय समस्या लेकर आए हैं इसलिए यहीं से ही समस्या का समाधान होना चाहिए।
दो वर्ष तक चंदे की राशि से की गई सिंचाई
किसानों ने बताया कि वर्तमान में जो समस्या है वह पहले भी थी लेकिन किसानों द्वारा आपस में चंदे से 75 हजार रुपए की राशि जमा कर खड़कवार से माथनी जलाशय तक 11 केवी लाइन लगवाई थी जिससे किसानों द्वारा सिंचाई की गई। लेकिन पिछले वर्ष माथनी डेम में पानी नहीं होने से लाइन चिखलीकला फीडर से जोड़ दी गई जिससे सिंचाई में फिर परेशानी होने लगी है। किसानों ने कहा कि सिंचाई के समय ही समस्या बार-बार खड़ी हो रही है जिसका हल निकालना जरूरी है।
बरई फीडर से लाइन जोडऩे के लिए तकनीकि समस्या है वे मौके पर पहुंचकर अन्य किसी विकल्प के माध्यम से समस्या के समाधान का प्रयास करेंगे।
– संजय यादव, उप महाप्रबंधक विद्युत वितरण कंपनी मुलताई
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