पढ़े, मकान में अवैध रूप से भंडारण करके रखे गए थे पटाखे, तहसीलदार ने किया सील
बेतुलPublished: Oct 19, 2019 08:43:11 pm
जिला मुख्यालय से लगभग चार किमी दूर भोगीतेड़ा जोड़ स्थित ग्राम भरकावाड़ी में एक आवासीय मकान में अवैध रूप से पटाखों का भंडारण किए जाने की सूचना मिलने पर शनिवार को तहसीलदार राजेंद्र जैन ने टीम के साथ मौके पर पहुंचकर छापामार कार्रवाई की। मौके पर गोदाम को सील कर दिया गया है।
More than one and a half lakh crackers were bought and brought for sale
बैतूल। जिला मुख्यालय से लगभग चार किमी दूर भोगीतेड़ा जोड़ स्थित ग्राम भरकावाड़ी में एक आवासीय मकान में अवैध रूप से पटाखों का भंडारण किए जाने की सूचना मिलने पर शनिवार को तहसीलदार राजेंद्र जैन ने टीम के साथ मौके पर पहुंचकर छापामार कार्रवाई की। मौके पर गोदाम को सील कर दिया गया है। दो कमरों के इस गोदाम में डेढ़ लाख रुपए से अधिक के पटाखे भंडारित करके दीपावली पर बेचने के लिए रखे गए थे। पटाखा विक्रेता द्वारा पटाखों के भंडारण के लिए कोई अनुमति नहीं ली गई थी। जिसके चलते तहसीलदार द्वारा अवैध भंडारण का प्रकरण दर्ज किया गया है।
तहसीलदार जैन ने बताया कि ग्राम भरकावाड़ी में रूपचंद सातपुते के मकान में उनके ही रिश्तेदार मीत सरले द्वारा शर्टर वाले हॉल में गोदाम बनाकर ७५ किलो पटाखों का अवैध रूप से भंडारण करके रखा गया था। सुरक्षा के लिए अग्निशमन तक का कोई इंतजाम नहीं किया गया था। सूचना मिलने पर बैतूलबाजार थाना प्रभारी एवं उनके स्टाफ के साथ मौके पर पहुंचकर छापामार कार्रवाई की गई। गोदाम में करीब एक लाख ६० हजार रुपए के पटाखे होना पाए गए। पटाखे फुटकर विक्रेताओं को बेचने के लिए भंडारित करके रखा जाना बताया जा रहा है, लेकिन भंडारण का कोई लायसेंस नहीं लिया गया था। अवैध रूप से भंडारण करके पटाखों को कमरों के अंदर रखा गया था। यह पटाखें तीन लोगों द्वारा खरीदकर भंडारण किया जाना बताया गया है। तहसीलदार ने मौके पर पंचनामा बनाकर गोदाम को सील करने की कार्रवाई की। साथ ही पटाखा विक्रेता को मीत सरले को गोदाम की सुरक्षा के लिए निर्देशित किया। साथ ही उन्हें अग्रिशमन यंत्र भी रखे जाने के लिए कहा गया है। यदि आगजनी की कोई घटना होती है तो इसके लिए वे स्वयं जिम्मेदार होंगे।
इनका कहना
– सूचना मिलने पर छापामार कार्रवाई की गई और पटाखों से भरे गोदाम को सील कर दिया गया है। कार्रवाई का प्रकरण बनाकर कलेक्टर को भेजा जाएंगा।
– राजेंद्र जैन, तहसीलदार बैतूल।