नदी किनारे डुल्हारा गांव में कई अवैध कोयला खदानें हैं। जिनके मुहाने नदी किनारे ही नहीं। बल्कि ऊपरी हिस्से में भी है। प्रशासन द्वारा नदी किनारे अवैध उत्खनन पर नजर रखी जाएगी। इस बीच ऊपरी हिस्से से कोयला खनन बदस्तूर जारी रहेगा। औपचारिकता पूरी करने मुहाने बंद कर देने मात्र से काम नहीं चलेगा। इसके लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्रवाई की आवश्यकता है। मौजूदा हाल में खनिज विभाग द्वारा जो कार्रवाई की है वह नाकाफी है।
डुल्हारा के अलावा बैतूल जिले के ही घोड़ाडोंगरी, शाहपुर ब्लाक अंतर्गत तवा काटी, टेमरूमाल और जिले की सरहद पर बसे बाकोड़ी गांव में अवैध कोयला उत्खनन का कार्य बेखौफ हो रहा है। खनिज विभाग को यहां भी कार्रवाई करनी होगी। तब ही कोयले का अवैध कारोबार पर अंकुश लग पाएगा। इसके अलावा रेत उत्खनन कर परिवहन का गोरखधंधा भी तेजी से फल-फूल रहा है
डुल्हारा की अवैध कोयला खदान के छह मुहानों को तोडक़र उसे बंद किया गया है। कुछ खदानों में पानी छोड़ दिया है। निगरानी और कार्रवाई सतत जारी रहेगी।
अभिषेक पटले, खनिज निरीक्षक, बैतूल।