गोरखपुर एक्सप्रेस में अवैध वेंडरों ने की यात्रियों से मारपीट
बेतुलPublished: Mar 23, 2019 09:30:33 pm
गोरखपुर एक्सप्रेस १२५९० में पार्ढुना स्टेशन पर अवैध वेंडरों द्वारा यात्रियों के साथ मारपीट किए जाने का मामला सामने आया है। वेंडरों और यात्रियों के बीच चाय के अधिक पैसे लिए जाने को लेकर विवाद हो गया था। जिसके बाद अवैध वेंडर ने यात्रियों के साथ मारपीट शुरू कर दी।
बैतूल। गोरखपुर एक्सप्रेस १२५९० में पार्ढुना स्टेशन पर अवैध वेंडरों द्वारा यात्रियों के साथ मारपीट किए जाने का मामला सामने आया है। वेंडरों और यात्रियों के बीच चाय के अधिक पैसे लिए जाने को लेकर विवाद हो गया था। जिसके बाद अवैध वेंडर ने यात्रियों के साथ मारपीट शुरू कर दी। मारपीट की सूचना मिलने पर ट्रेन में पेट्रोलिंग कर रहा आरपीएफ का जवान जब मौके पर पहुंचा तो वेंडरों ने उसके साथ भी धक्कामुक्की की। जिसके बाद आरपीएफ आमला द्वारा एक अवैध वेंडर के खिलाफ नामदज प्रकरण दर्ज किया गया है। वैसे आरपीएफ यात्रियों के साथ मारपीट किए जाने की घटना से अब भी इंकार कर रही है।
घटना को लेकर बताया गया कि त्रिवेेंद्रम से गोरखपुर जा रही १२५९० गोरखपुर एक्सप्रेस में शुक्रवार शाम पार्ढुंना स्टेशन पर अवैध वेंडर चाय बेचने के लिए कोच एस ४ में चढ़े थे। वेंडरों द्वारा यात्रियों से चाय के अधिक पैसे मांगे जा रहे थे। जिस पर यात्रियों द्वारा इसका विरोध किया गया तो अवैध वेंडरों ने विवाद करना शुरू कर दिया। विवाद बढ़ता देख अवैध वेंडरों द्वारा अपने अन्य साथियों को बुला लिया गया और ट्रेन के अंदर ही मारपीट शुरू कर दी गई। मारपीट में कुछ यात्रियों को गंभीर चोटे भी पहुंची है। इसी दौरान ट्रेन में पेट्रोलिंग कर रहे आरपीएफ के जवान कुलवंत को सूचना मिली तो वे तत्काल दौड़कर कोच एस -४ में पहुंचे जहां उन्होंने ने वेंडरों को समझाने की कोशिश की लेकिन वेंडरों द्वारा उनके साथ भी धक्का मुक्की की गई। जिसके बाद आरपीएफ द्वारा एक वेंडर के खिलाफ ही नामजद प्रकरण दर्ज किया गया है। जबकि अन्य वेंडरों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। वैसे आरपीएफ यात्रियों के साथ वेंडरों का किसी प्रकार का कोई विवाद होने की बात से ही साफ इंकार कर रही है। इसका भी एक बड़ा कारण यह बताया जा रहा है कि यदि स्टेशन पर अवैध वेंडरों की मौजूदगी या मारपीट की घटना होने की बात सामने आती है तो आरपीएफ की किरकिरी होती है और उसे ऊपर आला अधिकारियों को जवाब देना पड़ता है। जवाबदेही से बचने के लिए आरपीएफ अवैध वेंडरों के होने की बात को सिरे से नकार देती है। आमला आरपीएफ थाना प्रभारी एसके कोष्टा ने बताया कि ट्रेन में मारपीट जैसी कोई घटना नहीं हुई है। एक अवैध वेंडर को सामग्री बेचते हुए पकड़ा गया है।
इनका कहना
– पार्ढुंना से एक अवैध वेंडर को पकड़ा गया है। थाने में उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। अवैध वेंडर और यात्रियों के बीच ट्रेन में किसी प्रकार का कोई विवाद नहीं हुआ है।
-एसके कोष्टा आरपीएफ थाना प्रभारी आमला