सरकारी विभागों पर ‘मेहरबानी’, आम जनता पर सख्ती
ट्रायवल विभाग पर सर्वाधिक 186 लाख रुपए बिल बकाया फिर भी बिजली कंपनी नहीं कर रही कार्रवाई
बेतुल
Updated: March 04, 2022 12:19:19 am
बैतूल. बिजली बिलों की बकाया राशि की वसूली को लेकर कंपनी को दोहरा रवैया नजर आता है। आम उपभोक्ताओं द्वारा समय पर बिजली बिलों का भुगतान नहीं किए जाने पर कनेक्शन काटने सहित कुर्की जैसी कार्रवाई की जाती है, लेकिन जब बात सरकारी विभागों की बकाया राशि को लेकर आती है तो वहां कार्रवाई से परहेज किया जाता है। कंपनी के इस दोहरे रवैये से आम उपभोक्ता खासे परेशान हैं क्योंकि उन्हें बिजली बिलों के भुगतान को लेकर सरकारी विभागों जैसी कोई राहत प्रदान नहीं की जाती है। बताया गया कि सरकारी विभागों पर भी करोड़ों रुपए की देनदारी बकाया है, लेकिन इसकी वसूली को लेकर कंपनी आम उपभोक्ताओं पर होने वाली जैसी कोई कार्रवाई नहीं करती है। विद्युत कंपनी की माने तो वॉटर बक्स, स्ट्रीट लाइट सहित ग्राम पंचायतों पर कुल 1206.53 लाख रुपए बकाया है। यदि इसमें सरकारी विभागों को जोड़ दिया जाए तो यह राशि 1624.64 लाख रुपए पर पहुंच जाती है।
ट्रायवल विभाग पर सर्वाधिक बकाया
सरकारी विभागों की बात करें तो बिजली बिलों की सबसे ज्यादा बकाया राशि ट्रायवल विभाग में बताई जाती है। यहां 186.46 लाख रुपए बिजली बिलों का बकाया बताया जाता है। इसके अलावा पुलिस विभाग पर 1.85 लाख, शिक्षा विभाग पर 42.24 लाख, कृषि विभाग पर 6.03 लाख, वन विभाग पर 6.57 लाख, स्वास्थ्य विभाग पर 17.45 लाख, रेवेन्यू पर 3.53 लाख, पीडब्ल्यूडी विभाग पर 4.37 लाख एवं अन्य सरकारी विभागों पर 24.92 लाख रुपए बकाया होना बताया गया। इसके अलावा रेलवे पर 10.29 लाख और पी एंड टी पर 44.20 लाख रुपए बकाया है।
पेयजल व्यवस्था पर सर्वाधिक बकाया
ग्राम पंचायतों में संचालित होने वाली नलजल योजनाओं पर बिजली बिलों का करोड़ों रुपए बकाया होना बताया जा रहा है। प्रत्येक नलजल योजना पर इस समय बिजली बिलों की राशि बकाया बताई जाती है। विद्युत कंपनी के मुताबिक नगरपालिका और नगर पंचायतों के पेयजल सप्लाई पर 39.95 लाख रुपए बकाया है। इसी प्रकार ग्राम पंचायतों में संचालित होने वाली पेयजल सप्लाई पर 1036.53 लाख रुपए बकाया होना बताया गया है। यानि ग्रामीण क्षेत्रों की पंचायतों पर सर्वाधिक बिजली बिलों की राशि बकाया है। जिसके चलते विद्युत कंपनी द्वारा राशि जमा नहीं होने पर लाइन काटने की कार्रवाई भी की जाती है।
सडक़ बत्ती कनेक्शनों पर भी लाखों बकाया
नगरपालिका, नगरपंचायत एवं ग्राम पंचायतों में सडक़ बत्ती कनेक्शनों पर भी लाखों रुपए बकाया होना बताया गया है। यह बताया राशि हर साल सरचार्ज के साथ बढ़ती जा रही है। विद्युत कंपनी के मुताबिक नगरपालिका एवं नगरपंचायतों पर सडक़ बत्ती कनेक्शन का 18.70 लाख रुपए बकाया है। जबकि ग्राम पंचायतों पर यह राशि 78.15 लाख रुपए बकाया होना बताई जाती है। ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली बिलों का समय पर भुगतान नहीं होने के कारण अक्सर स्ट्रीट लाइट की सेवाएं बंद ही रहती है। यही हाल गांव में नलजल योजनाओं का भी समय पर बिजली बिलों का भुगतान नहीं किए जाने पर लाइन काट दी जाती है।
सरचार्ज के साथ बढ़ रही राशि
सरकारी विभागों द्वारा समय पर बिजली बिलों का भुगतान नहीं किए जाने के कारण बकाया राशि पर विद्युत कंपनी द्वारा अतिरिक्त सरचार्ज भी वसूल किया जा रहा है। जिसके कारण कई विभागों में सरचार्ज की राशि का आंकड़ा हजारों पर पहुंच गया है। ऐसे में शासन को ही सरचार्ज के रूप में अतिरिक्त राशि का भुगतान करना पड़ रहा है। इसी प्रकार विद्युत कंपनी द्वारा आम उपभोक्ताओं से भी समय पर बिजली बिलों का भुगतान नहीं किए जाने पर सरचार्ज जोड़ा जाता है।
सरकारी विभागों में बिजली बिलों की बकाया स्थिति

ट्रायवल विभाग पर सर्वाधिक 186 लाख रुपए बिल बकाया फिर भी बिजली कंपनी नहीं कर रही कार्रवाई
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