पढ़ें, छह साल बाद आई थी हरियाली, आग की लपटों ने कर दिया सब खाक
छह सालों की मशक्कत के बाद रामटेक की पहाड़ी को लोगों ने अपने खून-पसीने से सींचकर हरा-भरा कर दिया था, लेकिन आग की लपटों ने चंद मिनटों में ही पूरी पहाड़ी को जलाकर खाक कर दिया।
बेतुल
Published: April 17, 2022 08:57:12 pm
आमला। छह सालों की मशक्कत के बाद रामटेक की पहाड़ी को लोगों ने अपने खून-पसीने से सींचकर हरा-भरा कर दिया था, लेकिन आग की लपटों ने चंद मिनटों में ही पूरी पहाड़ी को जलाकर खाक कर दिया। आग की वजह से पहाड़ी पूरी तरह से काली हो चुकी है। आग रविवार सुबह ११ बजे लगी थी। जो हवा चलने से तेजी से पूरी पहाड़ी पर फैल गई। बताया गया कि हरियाली और अधिक पेड़-पौधे रोपित करने को लेकर गायत्री परिवार जुड़े एव समाजसेवी नीलेश मालवीय द्वारा ग्राम हसलपुर स्थित रामटेक की पहाड़ी पर पौधरोपण का कार्य मई 2017 से शुरू किया गया था। उसके बाद से अभी तक पहाड़ी पर लगभग 7 हजार पौधे रोपित किए गए। पौधारोपण के कार्य में शहर सहित जिले के समाजसेवी व जनप्रतिनिधियों ने भी सहभागिता दर्ज करवाई थी, लेकिन आज सुबह रामटेक की पहाड़ी पर लगी आग ने सालों की इस मेहनत पर पूरी तरह से पानी फेर दिया।
आग इतनी भयानक थी कि पूरी पहाड़ी देखते ही देखते राख में तब्दील हो गई। पहाड़ी पर लगाए गए सभी पेड़ पौधे आग से जलकर खाक हो गए। आग पर काबू पाने नपा सहित वायुसेना की फायर ब्रिगेड भी पहुंची, लेकिन आग पर काबू नहीं पाया जा सका। बताया जाता है कि खेत में नरवाई जलाने लगाई आग रामटेक की पहाड़ी पर फैल गई। जिस कारण यह हादसा हुआ है। समाजसेवी नीलेश मालवीय ने बताया कि रामटेक की पहाड़ी पर वर्ष 2018 में भी एक बार आग लग चुकी है। लेकिन तब पेड़ पौधों को इतना नुकसान नहीं हुआ था।रामटेक की पहाड़ी पर फेंसिंग लगाने हेतु वन विभाग द्वारा वर्ष 2018-19 में स्टीमेट भी तैयार किया गया था लेकिन अभी तक फेंसिंग का कार्य नहीं किया गया है। आग लगने और सभी पौधों के खाक होने से वे पर्यावरण प्रेमी और समाजसेवी बेहद दुखी हैं जो अपने सभी काम छोड़कर इस पहाड़ी को हरी भरी बनाने सालों से लगातार पौधरोपण कर रहे थे।

Everything destroyed by fire on Ramtek hill
पत्रिका डेली न्यूज़लेटर
अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें
अगली खबर
