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हेवी ब्लास्टिंग से पत्थर उछलकर फोरलेन से जा रही कार पर गिरा, टीन काटकर चालक को लगा, मौत

locationबेतुलPublished: Oct 14, 2019 09:18:20 pm

Submitted by:

ghanshyam rathor

बैतूल से नागपुर फोरलेन से जा रही एक कार पर ग्राम उभारिया के सोमवार दोपहर पास हेवी ब्लास्टिंग से एक पत्थर उछलकर गिर गया। पत्थर टीन में गड्ढा करते हुए चालक को लगा। चालक के सिर में गंभीर चोट आने से मौके पर ही मौत हो गई।

The car driver's branch manager died.

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बैतूल/आमला। बैतूल से नागपुर फोरलेन से जा रही एक कार पर ग्राम उभारिया के सोमवार दोपहर पास हेवी ब्लास्टिंग से एक पत्थर उछलकर गिर गया। पत्थर टीन में गड्ढा करते हुए चालक को लगा। चालक के सिर में गंभीर चोट आने से मौके पर ही मौत हो गई। मृतक इंडस बैंक बैतूल में ब्रांच मैनेजर था। कार में ही सवार दो अन्य लोगों को मामूली चोटें आई है। मृतक का आमला अस्पताल मेंं पीएम कराया गया है। घटना के बाद जांच के लिए कलेक्टर ने टीम बना दी है। खदान में सील और ब्लास्टिंग भी बंद करा दी गई है।
आमला थाना प्रभारी शिवनारायण मुकाती ने बताया कि अल्वी स्टोन के्रशर खदान में सोमवार दोपहर मेंं ब्लास्टिंग की गई। ब्लास्टिंग का पत्थर मारुति वाहन क्रमांक एमपी 48 सी 0394 के चालक को लग गया। हादसे में कार चालक अशोक पिता बाबूलाल वर्मा उम्र 42 वर्ष निवासी शांति नगर होशंगाबाद की घटना स्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई। वहीं दो लोग इस हादसे में बाल-बाल बच गए। मृतक इंडस बैंक के बैतूल-मुलताई ब्रांच में मैनेजर था। वह सोमवार को अपने दो साथी जितेंद्र और धीरज के साथ मारुति कार से बैतूल से मुलताई की ओर डीलर बनाने जा रहे थे। सूचना मिलते ही आमला पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और जायजा लिया। मृतक के शव का पोस्टमार्टम आमला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
ऐसा लगा बंदूक चली
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक जब पत्थर कार की छत से टकाराया तो तेज आवाज हुई। जिससे लोगों को लगा कि बंदूक चल गई हो। पत्थर की स्पीड का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि कार से पत्थर टकराने के बाद टीन कट गया और पत्थर अंदर घुस गया। पत्थर कार चालक के सीधे सिर में लगा जिससे उसका भेजा निकलकर नीचे गिर गया। कार में लगभग एक फीट चौड़ा गड्ढा हो गया।
हेवी ब्लास्टिंग की संभावना
घटना को लेकर हेवी ब्लास्टिंग की संभावना जताई जा रही है। ब्लास्टिंग के बाद पत्थर ६०० मीटर दूर आकर फोरलेन पर गिरा है। ब्लास्टिंग के बाद इतनी दूर पत्थर गिरना हेवी ब्लास्टिंग से ही संभव है। स्टोन क्रेशर संचालक द्वारा ब्लास्टिंग को लेकर इसकी सूचना भी नहीं दी गई। झाबुआ के पेटलावाद में घटना के बाद खनिज विभाग और पुलिस विभाग में इसकी सूचना दिया जाना अनिवार्य किया है। घटना में के्रशर संचालक की प्रथम दृष्टया लापरवाही सामने आई है।
कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश
खनिज अधिकारी शशांक शुक्ला ने बताया कि इस संंबंध में कलेक्टर तेजस्वी एस नायक ने जांच के आदेश दिए हैं। खदान में ब्लास्टिंग बंद कर दी गई है। खनन कार्य भी बंद कर दिया है। खदान को सील किया जा रहा है। मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता भी उपलब्ध कराने के निर्देश हैं। जांच के लिए मुलताई एसडीएम सीएल चनाप को नियुक्त किया गया। एसडीएम द्वारा पूरे मामले की जांच की जाएगी। क्रेशर संचालक दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
खुदाई से बने तालाब में हुई थी दो बच्चों की मौत
आठनेर सांवगी में मार्च माह २०१८ में स्टोन क्रेशर की ब्लास्टिंग से बने तालाब में पानी भरने से दो भाइयों की डूबने से मौत हो गई थी। नौ वर्षीय देवेन्द्र और सात वर्षीय ध्रुव की मौत हुई थी। इसके बाद भी प्रशासन नहीं जागा।

नियम विरुद्ध चल रहे स्टोन क्रेशर
कोई भी स्टोन के्रशर संचालन के लिए इन नियमों का पालन करना अनिवार्य है। यदि इन नियमों का पालन नहीं किया जाता तो विभाग इन्हें बंद करने के लिए अधिकार रखता है। जबकि जिले में संचालित कोई भी स्टोन के्रशर संचालक दिए गए नियमों में से एक भी नियम का पालन नहीं कर रहा है फिर भी अधिकारियों के रहमोकरम पर सभी के्रशर चल रहे हैं।
क्रेशर संचालन के ये हैं नियम
१. डस्ट को बाहर जाने से रोकने के लिए डस्ट अरेस्टर होना चाहिए।
२.जहां पर क्रेशर संचालित है उस क्षेत्र के तीन ओर बड़ी दीवार होना चाहिए।
३. पर्यावरण सुरक्षा की दृष्टि से सघन वृक्षारोपण क्षेत्र में होना अनिवार्य है।
४.नियम के तहत स्टोन क्रेशर में सुबह और शाम सिंचाई होना अनिवार्य है जिससे डस्ट न उड़े।
५.क्रेशर के पास घनी आबादी न हो इसके साथ ही नदी के किनारे क्रेशर संचालित करने की अनुमति नहीं है।
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