scriptपढ़े, फर्जी संचालक ने कैसे चेक से की इलेक्ट्रानिक उपकरण खरीदी | How did the fake operator buy from the check | Patrika News

पढ़े, फर्जी संचालक ने कैसे चेक से की इलेक्ट्रानिक उपकरण खरीदी

locationबेतुलPublished: Sep 27, 2019 09:10:53 pm

Submitted by:

Devendra Karande

लोन के नाम पर ठगी करने वाले फर्जी कंपनी के संचालक का एक और नया खुलासा सामने आया है। संचालक द्वारा बैतूल की ही एक इलेक्ट्रानिक दुकान से लगभग साढ़े चार लाख रुपए के सामान की खरीदी है।

खरीदी के लिए स्कार्पियों वाहन में पहुंचा दुकान

Fake operators coming from the vehicle to buy

बैतूल। लोन के नाम पर ठगी करने वाले फर्जी कंपनी के संचालक का एक और नया खुलासा सामने आया है। संचालक द्वारा बैतूल की ही एक इलेक्ट्रानिक दुकान से लगभग साढ़े चार लाख रुपए के सामान की खरीदी है। दुकानदार को लोन के लिए आने वाले लोगों का चेक दिया गया था,जो कि खाते में कम राशि होने की वजह से बाउंस भी हो गए हैं। संचालक स्कार्पियों वाहन सहित सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हो गया है। पुलिस को संचालक का कोई सुराग तक नहीं है।
चंद्रशेखर वार्ड में केपीटल एग्रो ऑफ इंडस्ट्रीज के संचालक दीपक द्वारा लोन के नाम पर लोगों से ठगी है। पुलिस में शिकायत के बाद संस्था का संचालक फरार हो गया है पुलिस ने यहां से सामान भी जब्त किया है। इस मामले में अब नया खुलासा हुआ है। संस्था का संचालक बताने वाले दीपक ने लोगों से लिए गए ब्लेेंक चेक से खरीदी की है। २१ सितंबर को शहर की एक ही दुकान से ४.५० लाख रुपए के इलेक्ट्रानिक उपकरण खरीदी गए हैं। जिसमें टीवी, लैपटॉप आदि सामान है। सामान खरीदने के बाद संचालक ने दो चेक एक एसबीआई का २.७५ लाख और दूसरा चेक कोडक बैंक का १.७५ लाख रुपए का दिया गया है। दोनों चेक एकाउंट पेयी दिए गए थे। दोनों ही चेक दुकानदार द्वारा दो दिन बाद २३ सितंबर को लगाए गए। दोनों चेक राशि कम होने से बाउंस हो गए है। अभी तो दो चेक से ही खरीदी सामने आई है। संचालक द्वारा अन्य लोगों से भी ब्लेंक चेक लिए गए हैं। इन चेकों का उपयोग करने की भी संभावना जताई जा रही है। बताया जा रहा है कि चेक में राशि भी संस्था में काम करने वाली युवतियों द्वारा ही भरी गई थी। संस्था का संचालक कर्मचारियों के आने से पहले ऑफिस आ जाता था और सभी के जाने के बाद जाता था। जिससे यह भी पता नहीं चल पा रहा है कि वह कैसे आता था और जाता था। वही पुलिस को कंपनी के फर्जी संचालक का कोई सुराग नहीं लगा है। जांच करने की बात कही जा रही है।
फर्जी नंबर की स्कार्पियों से पहुंचे खरीदी करने
संस्था का संचालक जिसका नाम दीपक बताया जा रहा है खरीदी के लिए सफेद कलर की स्कार्पियों से खरीदी करने दुकान पहुंचे थे। उनके साथ एक ड्राइवर भी था। जिस स्कार्पियों में खरीदकर इलेक्ट्रानिक सामान खरीदकर ले जाया गया है। वह स्कार्पियों का नाम भी फर्जी बताया जा रहा है। संचालक के साथ ही ड्राइवर की मिलीभगत सामने आ रही है। खरीदी के दौरान ही संचालक वाहन सहित सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया है।
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