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पढ़े, किस तरह कोरोना संदिग्ध मरीजों की संख्या बढ़कर 24 पर पहुंची

locationबेतुलPublished: Apr 05, 2020 08:35:34 pm

Submitted by:

Devendra Karande

जिले में कोरोना संदिग्ध मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। बीते चौबीस घंटों में कोरोना के ६ संदिग्ध मामले सामने आए हैं। जिससे कोरोना के संदिग्ध मरीजों की संख्या बढ़कर २४ पर पहुंच गई है। जिस तफ्तार से कोरोना के संदिग्ध मरीज बढ़ रहे और सेम्पल भेजे जा रहे हैं लेकिन जांच रिपोर्ट देरी से मिल रही है।

कोरोना संदिग्ध मरीजों की संख्या बढ़कर २४ पर पहुंची

  Number of six corona suspected patients increased in 24 hours

बैतूल। जिले में कोरोना संदिग्ध मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। बीते चौबीस घंटों में कोरोना के ६ संदिग्ध मामले सामने आए हैं। जिससे कोरोना के संदिग्ध मरीजों की संख्या बढ़कर २४ पर पहुंच गई है। जिस तफ्तार से कोरोना के संदिग्ध मरीज बढ़ रहे और सेम्पल भेजे जा रहे हैं लेकिन जांच रिपोर्ट देरी से मिल रही है। जांच के लिए भेजे गए २४ सेम्पल में से अभी तक तीन की जांच रिपोर्ट आई है। तीनों की रिपोर्ट निगेटिव बताई जाती है। देखा जाए तो बीते तीन दिनों में सबसे ज्यादा २१ कोरोना के संदिग्ध मरीज सामने आए हैं। वहीं जिला प्रशासन द्वारा अभी तक २२ हजार ८४१ लोगों को स्क्रीनिंग की जा चुकी हैं।
तीन दिन में २१ मामले बढ़े
जिले में कोरोना का संदिग्ध मामला २७ मार्च को सामने आया था। जिसमें एक मरीज की जांच रिपोर्ट भोपाल भेजी गई थी। इसके दो दिन बाद ३० मार्च को एक अन्य संदिग्ध मरीज को भर्ती किया गया। २ अप्रैल को एक अन्य मरीज के संदिग्ध पाए जाने पर भर्ती मरीजों की संख्या ३ पर पहुंच गई थी। तीन अप्रैल के बाद ही कोरोना के संदिग्ध मरीजों की संख्या में इजाफा होना शुरू हुआ है।३ अप्रैल को २ और मरीज सामने आए। जिससे संख्या ५ पर पहुंच गई लेकिन ४ और ५ अप्रैल को कोरोना संदिग्ध मरीजों की संख्या में तीगुने से ज्यादा का इजाफा हो गया। एक से शुरू हुई यह संख्या में २४ पर जा पहुंची है।
रिपोर्ट आने में लग रही देरी
जिले में कोरोना के संदिग्ध मरीजों की संख्या २४ बताई जाती है लेकिन ३ मरीजों की ही जांच रिपोर्ट अभी तक आई है। इन सभी की रिपोर्ट निगेटिव बताई जाती है। इन मरीजों की स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना वार्ड से छुट्टी कर दी गई है। जबकि २१ मरीजों की जांच रिपोर्ट आना अभी बाकी बताई जाती है। हालांकि अभी सेम्पल भेजे हुए दो से तीन दिन ही हुए हैं लेकिन जिस तरह से तेजी से संदिग्ध मरीजों के मामले सामने आ रहे हैं उससे स्वास्थ्य विभाग में भी हड़कंप की स्थिति है। बताया गया कि जिन कोरोना संदिग्ध मरीजों के सेम्पल भेजे गए हैं उनमें से कुछ को घर पर क्वारेंटाइन में रखा गया है।
कांटेक्ट वाले मरीजों की संख्या ज्यादा
स्वास्थ्य विभाग की माने तो जिन लोगों के सेम्पल कोरोना जांच के लिए भेजे गए हैं उनमें कांटेक्ट (संपर्क) वाले मरीजों की संख्या ज्यादा बताई जाती है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक सेम्पल भेजे गए हैं मरीजों में कोरोना के कोई लक्षण नहीं है लेकिन एतिहात के तौर पर उनके सेम्पल जांच के लिए भेजे गए हैं, क्योंकि इस बीमारी के बाद में भी लक्षण उभर सकते हैं। कई जगहों पर ऐसा सामने आ चुका है। मरीजों की रिपोर्ट तो पॉजीटिव आई है लेकिन उनमें कोरोना वायरस के लक्षण नजर नहीं आए। यही कारण है कि छिंदवाड़ा के जिस मरीज की कोरोना से मौत हुई थी और उसने जिस बस से ट्रेवल किया था उसमें सवार सभी लोगों के सेम्पल लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं।
२३ हजार के करीब पहुंची स्क्रीनिंग की संख्या
कोरोना वायरस के तेजी से फैलते संक्रमण को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा रोजाना तीन से चार हजार लोगों की स्क्रीनिंग की जा रही है। अभी तक २२ हजार ८४१ लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी हैं। वहीं स्वास्थ्य केंद्रों पर प्रतिदिन हजार से डेढ़ हजार मरीजों को देखा जा रहा है। बीते एक सप्ताह के दौरान ९ हजार के लगभग मरीजों को देखा जा चुका है। जिस तरह से जिले में कोरोना के संदिग्ध मामले तेजी से सामने आ रहे हैं उसे देखते हुए स्क्रीनिंग की संख्या बढ़ा दी गई है।
इनका कहना
– छिंदवाड़ा में कोरोना पॉजीटिव मरीज की मौत हुई है। मरीज जिस बस में आया था उसमें बैतूल के यात्री भी सवार थे। ऐसे यात्रियों में संक्रमण की संभावना को देखते हुए जांच के लिए सेम्पल लेकर भिजवाए गए हैं।
-जीसी चौरसिया, सीएमएचओ।
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