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पाइप लाइन बिछाने में फिर एक बार रोड़ा बनी चट्टान, अब कैमिकल डालकर तोडऩे की तैयारी

locationबेतुलPublished: Sep 16, 2018 12:08:03 pm

Submitted by:

sanjeev dubey

फिर से लंबा खींच सकता है पाइप लाइन बिछाने का काम।

In the laying of the pipeline, once again the obstacle rock

पाइप लाइन बिछाने में फिर एक बार रोड़ा बनी चट्टान, अब कैमिकल डालकर तोडऩे की तैयारी

बैतूल। खेड़ीताप्ती से बैतूल माचना एनीकट तक बिछाई जा रही पाइप लाइन में एक बार फिर चट्टान का रोड़ा आ गया है। अंडर ब्रिज के पास जगह बदलकर नए सिरे से ड्रिलिंग की शुरूआत की गई थी लेकिन 12 मीटर तक अंदर ड्रिलिंग करने के बाद पुन: ठोस चट्टान लग गई है। ऐसे में ड्रिलिंग का काम पुन: रोकना पड़ा है। चूंकि जमीन के आड़ी ड्रिलिंग करना मुश्किल हो रहा है। ऐसे में अब चट्टान को कमजोर करने के लिए कैमिकल का सहारा लिया जा रहा है। कैमिकल इस चट्टान पर काम करेगा या नहीं। इसके लिए बाहर मौजूद चट्टान में ड्रिलिंग कर टेस्ट किया जा रहा है। इस स्थिति के चलते एक बार पुन: पाइप लाइन का काम अधर में लटकता दिखाई दे रहा है।
150 मीटर तक करना है ड्रिलिंग
रेलवे ट्रेक के आरपार करीब150 मीटर तक ड्रिलिंग करना है। अभी तक महज 20 मीटर तक ही ड्रिलिंग हो सकी है जबकि ठोस चट्टान आने के कारण ड्रिलिंग का काम बीच में रोकना पड़ा है। ऐसे में पाइप लाइन के दोनों सिरों को आपस में जोडऩे के लिए नगरपालिका की मुश्किलें बढ़ गई है। बताया जा रहा है कि अंदर ठोस चट्टान होने की वजह से हैंड ड्रिलिंग करना मुश्किल हो रहा है। इसलिए अब कैमिकल के जरिए चट्टान को कमजोर किया जाएगा जिसके बाद पुन: ड्रिलिंग का काम शुरू होगा। चूंकि चट्टान काफी मजबूत है और आसानी से टूट नहीं रही है इसलिए कैमिकल का रियेक्शन उस पर कैसा होगा इसकी जांच के लिए बाहर मौजूद चट्टान के एक टुकड़े पर ड्रिलिंग कर कैमिकल का टेस्ट किया जा रहा है ताकि यह पता लगाया जा सके कि इससे ड्रिलिंग का काम आसान हो जाएगा।
इधर पाइप लाइन बिछाने का काम जारी
माचना एनीकट से अंडर ब्रिज तक पाइप लाइन बिछाने का काम लगभग पूरा हो चुका हैं। इसे सिर्फ खेड़ी बैराज से आ रही पाइप लाइन से जोडऩे का काम शेष रह गया है। जब तक रेलवे ट्रेक के नीचे से पाइप लाइन नहीं निकाल ली जाती है तब तक पाइप लाइन के दोनों सिरो को जोडऩा मुश्किल होगा। चूंकि टे्रक के नीचे १२ मीटर तक लोहे के गोलकार पाइप बिछाए जा चुके हैं जिसके अंदर से पाइप लाइन को ले जाना है इसलिए अब इस जगह से नगरपालिका के लिए पीछे हट पाना मुश्किल होगा। यहीं कारण है कि ड्रिलिंग के लिए अब नए विकल्पों की तलाश शुरू कर दी गई है।
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