scriptSurya Grahan 2018 इस ग्रहण यह गलती की तो दिमाग पर पड़ेगा बुरा असर | Information of Surya Grahan 2018 with date and time | Patrika News

Surya Grahan 2018 इस ग्रहण यह गलती की तो दिमाग पर पड़ेगा बुरा असर

locationबेतुलPublished: Feb 14, 2018 06:18:41 pm

Submitted by:

sandeep nayak

साल का पहले सूर्यग्रहण १५ फरवरी की रात में

Information of Surya Grahan 2018 with date and time

Information of Surya Grahan 2018 with date and time

बैतूल। 2018 का पहला आंशिक सूर्यग्रहण 15 फरवरी को दिखाई देगा। ज्योतिष के अनुसार इस साल 3 सूर्य ग्रहण होंगे, यह पहला ग्रहण है, इसके बाद 11 अगस्त 2018 को सूर्य ग्रहण होगा। जानकारों के अनुसार इसे नंगी आंखों से देखने पर आंखों की रोशनी भी जा सकती है वहीं यह दिमाग के नव्र्स पर भी बुरा असर डाल सकता है।
खगोलीय शास्त्र के अनुसार आंशिक सूर्यग्रहण हर 6 माह में होता है, लेकिन पूर्ण ग्रहण विशेष खगोलीय घटना के कारण ही देखने को मिलता है। पूर्ण सूर्य ग्रहण 21 अगस्त 2017 को देखने को मिला था। इसके पहले आंशिक सूर्यग्रहण 13 सितंबर, 2015 को हुआ था।
Information of Surya Grahan 2018 with date and time
तो चली जाएगी आंखों की रोशनी
माना जाता है कि सूर्यग्रहण को नंगी आंखों से देखना खतरनाक होता है। भले ही यह आंशिक सूर्यग्रहण है। वैज्ञानिकों का कहना है कि बिना सुरक्षा उपाय किए सूर्यग्रहण देखने से आंखों की रोशनी तात्कालिक या स्थाई रूप से भी जा सकती है।
तीन प्रकार का होता है सूर्यग्रहण
०१. पूर्ण सूर्य ग्रहण
पूर्ण सूर्य ग्रहण उस समय होता है जब चन्द्रमा पूरी तरह से पृ्थ्वी को अपने छाया क्षेत्र में ले लेता है। इसके फलस्वरुप सूर्य का प्रकाश पृथ्वी तक पहुंच नहीं पाता है। और पृ्थ्वी पर अंधकार जैसी स्थिति हो जाती है। इस प्रकार बनने वाला ग्रहण पूर्ण सूर्य ग्रहण कहलाता है।
2. आंशिक सूर्यग्रहण
आंशिक सूर्यग्रहण में चन्दमा, सूर्य के केवल कुछ भाग को ही अपनी छाया में ले पाता है। इससे सूर्य का कुछ भाग ग्रहण ग्रास में तथा कुछ भाग ग्रहण से अप्रभावित रहता है। इसे आंशिक सूर्यग्रहण कहा जाता है।
०३. वलय सूर्यग्रहण
तीसरे और अंतिम प्रकार का सूर्य ग्रहण “वलय सूर्यग्रहण” के नाम से जाना जाता है। इस प्रकार के ग्रहण के समय चन्द्र सूर्य को इस प्रकार से ढकता है, कि सूर्य का केवल मध्य भाग ही छाया क्षेत्र में आता है। सूर्य के बाहर का क्षेत्र प्रकाशित होने के कारण कंगन के समान प्रतीत होता है। कंगन आकार में बने सूर्यग्रहण को ही वलय सूर्यग्रहण कहा जाता है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो