बेतुल

मुलताई के रेलवे स्टेशन पर नहीं लगे बड़े शेड

बारिश और गर्मी में परेशान होते हैं यात्री

बेतुलNov 09, 2018 / 01:17 pm

pradeep sahu

मुलताई के रेलवे स्टेशन पर नहीं लगे बड़े शेड

मुलताई. नगर के रेलवे स्टेशन पर पांच सालों में एक शेड तक नहीं लग पाया है, हालात यह है कि त्यौहारी सीजन में भीड़ बढऩे से यात्री परेशान हो रहे हैं। गर्मी में धूप और बारिश सहित ठंड में बिना शेड के खुले आसमान के नीचे यात्रियों को ट्रेनों का इंतजार करना पड़ता है, लगातार मांग करने के बाद भी रेलवे के अधिकारियों का मुलताई स्टेशन पर कोई ध्यान नहीं है, जिससे नगरवासियों में भारी आक्रोश व्याप्त है। इधर बार-बार आंदोलन के बाद भी मुलताई में ट्रेनों का स्टोपज तक भी नहीं दिया गया है।
नगर के रेलवे स्टेशन पर छोटे शेड होने से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। त्यौहारी सीजन होने से सैकड़ों की संख्या में लोग आ- जा रहे हैं। जिससे स्टेशन पर भारी भीड़ यात्रियों की नजर आ रही है, लेकिन अधिकांश यात्रियों को खुले में धूप में बैठकर ट्रेन का इंतजार करना पड़ता है। बारिश के मौसम में भी लोगों को भीगकर टे्रन पकडऩा पड़ता है। लोगों द्वारा लगातार मांग की जा रही है कि रेलवे स्टेशन पर शेड की लंबाई-बढ़ाई जानी चाहिए, लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। यात्रियों ने बताया कि धूप में बैठना पड़ रहा है। शेड की लंबाई बढ़ाने के साथ-साथ स्टेशन पर अन्य सुविधाओं के लिए दर्जनों बार रेलवे के जीएम सहित अन्य बड़े अधिकारियों को ज्ञापन दिए जा चुके हैं, लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला है। हालात यह है कि छुट्टीयां लगने और त्यौहारी सीजन होने से लोग भारी संख्या में मुलताई आते हैं और मुलताई से बाहर जाते हंै, लेकिन रेलवे स्टेशन पर यात्रियों के लिए कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है। यात्री हनि सरदार ने बताया कि रेलवे स्टेशन पर यात्रियों के लिए सुविधा बढ़ाई जानी चाहिए। इसके लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन रेलवे की ओर से कोई सार्थक कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। जिससे पवित्र नगरी का रेलवे स्टेशन उपेक्षित सा हो गया है। आगे ठंड का मौसम आना है और शेड नहीं होने से तब यात्रियों को ठिठुरकर ट्रेन का इंतजार और ट्रेन पकडऩी पड़ेगी।

टे्रनों के स्टापेज भी अधर में – नगर के रेल्वे स्टेशन पर ट्रेनों के स्टापेज के मामले भी अधर में लटके हैं, जन आंदोलन मंच के लंबे आंदोलन के बाद भी अभी तक नगर में एक नई ट्रेन का स्टापेज नहीं मिला है, स्थानीय नेताओं के उपेक्षापूर्ण रवैए के चलते मुलताई के लोगों को ट्रेनों के स्टापेज के लिए भी तरसना पड़ता है, ऐसे में यात्रियों को नागपुर और बैतूल जाकर ट्रेने पक$डना पकड़ता है, लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है, जिससे नगरवासियों में भारी आक्रोश व्याप्त है, नगरवासियों का कहना है कि पांच साल में जो नेता शेड की लंबाई तक नहीं बढ़वा पाए, उन नेताओं से ट्रेनों के स्टापेज की उम्मीद करना बेकार है। चुनाव के बाद ट्रेनों के स्टापेज के लिए एक बार फिर आंदोलन किया जाएगा।
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