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बंद पैंसेजर ट्रेन को शुरू होने के आसार कम

locationबेतुलPublished: Dec 30, 2017 09:13:29 pm

Submitted by:

Ashok Waikar

पिछले दो माह से बंद है नागपुर-झांसी पैंसेजर

 Penger train is closed from last one month.

Penger train is closed from last one month.


बैतूल। दो माह से बंद नागपुर-झांसी पैंसेजर ट्रेन के शुरू होने के आसार कम ही नजर आ रहे है, क्योंकि शनिवार तक रेलवे प्रशासन की ओर से इस ट्रेन को शुरू करने को लेकर अधिकृत आदेश जारी नहीं हुए। रेलवे प्रशासन द्वारा ट्रेन नंबर ५१८२९ और ५१८३० को बंद करने के लिए २९ अक्टूबर को आदेश जारी किया था। जिसमें ५ नवंबर से ३१ दिसंबर तक ट्रेन को बंद करने की बात कही थी। शनिवार को ३० दिसंबर तक इस ट्रेन को शुरू करने को लेकर कोई अधिकारिक आदेश जारी नहीं हो सके है, ऐसे में इस ट्रेन के नए साल में शुरू होने के आसार कम ही नजर आ रहे है।
पैंसेजर ट्रेन के पिछले दो माह से रद्द होने से छोटे-छोटे स्टेशनों के लिए सफर करने वाले यात्रियों की मुसीबत बढ़ गई है। धाराखोह, मरामझिरी , बरसाली, पोलापत्थर, सहेली, ताकू, कालाआखर सहित अन्य स्टेशन पर सफर करने वाले यात्रियों की सबसे ज्यादा परेशानी है, क्योंकि यह स्टेशन सीधे सडक़ मार्ग से नहीं जुड़े हुए हैं। यात्रियों को सडक़ पर जाने के लिए रेलवे स्टेशन से पांच से दस किलो मीटर पैदल चलकर जाना पड़ता है।
रेलवे के एक अधिकारी ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि रेलवे प्रशासन के पास में ऐसे कोई भी इमरजेंसी नहीं थी। इस ट्रेन को रद्द कर मेंटेंनेस का काम किया जाए। जिस ट्रेन से अधिक फायदा नहीं होता है, उसे कभी भी बंद करने का नहीं सोचती है। नागपुर-झांसी पैंसेजर से रेलवे प्रशासन को कोई अधिक लाभ नहीं हो रहा था, जिसके चलते इस ट्रेनों को मेंटेंनेस के नाम पर दो माह तक लगातार बंद किया गया है। बताया जा रहा है कि एक स्टेशन के पर ट्रेन का स्टापेज शुरू या बंद करने का रेलवे के डीआरएम को भी अधिकार नहीं है। ऐसे में रेलवे प्रशासन द्वारा दो माह के लिए ४७० किमी तक प्रतिदिन चलते वाली ट्रेन को रद्द करने से करीब २० हजार से अधिक यात्री पिछले दो माह से परेशान हो रहे है।
ट्रेन को लेकर जनप्रतिनिधि मौन
पैंसेजर ट्रेन में सफर करने वाले धाराखोह के यात्री गुड्डृ यादव का कहना कि ट्रेन को लेकर जनप्रतिनिधि कुछ बोलने को तैयार नहीं है। उनका कहना कि जनप्रतिनिधियों को गरीबों की ट्रेन से कोई लेना देना नहीं होता है, क्योकि कोई भी नेता पैंसेजर ट्रेन में बैठकर सफर नहीं करता है। परेशान तो वहीं होता है, तो इस ट्रेन से सफर करता है।
इनका कहना
ट्रेन को शुरू किए जाने को लेकर कोई अधिकारिक आदेश प्राप्त नहीं हुआ है। ट्रेन को लेकर उच्च अधिकारियों से चर्चा करने के बात ही बता चल पाएगा।
एसके वर्मा स्टेशन अधीक्षक बैतूल।
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