घोड़ाडोंगरी विधायक ने दी चेतावनी अवैध उत्खनन हुआ तो समर्थकों के साथ अवैध खनन स्थल पर दूंगा धरना
बेतुलPublished: Sep 23, 2020 10:41:31 pm
जिले में बड़े पैमाने पर चल रहे रेत के अवैध उत्खनन कारोबार पर अंकुश लगाने के लिए घोड़ाडोंगरी विधायक ब्रह्मा भलावी अब सामने आए हैं। उन्होने कलेक्टर को पत्र लिखकर दो टूक शब्दों में चेतावनी दी है कि यदि मेरे विधानसभा क्षेत्र में रेत का अवैध उत्खनन नहीं रूकता है तो मैं स्वयं अपने समर्थकों के साथ अवैध उत्खनन स्थल पर जाकर धरना दूंगा। जिसकी जवाबदारी पूर्णत: जिला प्रशासन की होगी।
Sand quarrying is going on in the district
बैतूल। जिले में बड़े पैमाने पर चल रहे रेत के अवैध उत्खनन कारोबार पर अंकुश लगाने के लिए घोड़ाडोंगरी विधायक ब्रह्मा भलावी अब सामने आए हैं। उन्होने कलेक्टर को पत्र लिखकर दो टूक शब्दों में चेतावनी दी है कि यदि मेरे विधानसभा क्षेत्र में रेत का अवैध उत्खनन नहीं रूकता है तो मैं स्वयं अपने समर्थकों के साथ अवैध उत्खनन स्थल पर जाकर धरना दूंगा। जिसकी जवाबदारी पूर्णत: जिला प्रशासन की होगी। उन्होंने पत्र में आरोप लगाया है कि ठेकेदार ने अपने लोगों को क्षेत्र में छोड़ रखा है। जिनके द्वारा लोगों को धमकी देकर डराया धमकाया जा रहा है। जिससे क्षेत्र में भय का माहौल निर्मित हो गया है। रेत उत्खनन पर प्रतिबंध होने के बावजूद जिले में बड़े पैमाने पर नदियों, नालों आदि स्थानों से अवैध उत्खनन कर रेत निकाली जा रही है और महाराष्ट्र में बेचने के लिए भेजी जा रही है। जिससे जिले में रेत के दाम भी तीगुने सेे अधिक हो गए हैं।
प्रत्येक रेत खदान का सीमांकन कराया जाए
विधायक ब्रह्मा भलावी ने कलेक्टर को लिखे पत्र में प्रत्येक रेत खदानों का सीमांकन कर मुनारे लगाए जाने की बात कहीं है। उन्होंने कहा कि सीमांकन और मुनारे नहीं होने से रेत खदान का पता ही नहीं चलता है। जिससे रेत के अवैध उत्खनन और परिवहन को भी बढ़ावा मिल रहा है। डंपर और ट्रैक्टरों के माध्यम से रेत अवैध रूप से भरकर ले जाई जा रही है। जिसे बाद में महंगे दामों पर बेचा जा रहा है। विधायक ने पत्र में बताया कि घोड़ाडोंगरी क्षेत्र में सबसे ज्यादा खनिज संपदा हैं लेकिन शासकीय कार्य हो या फिर अशासकीय कार्य ग्रामीण एवं पंचायत प्रतिनिधि रेत नहीं मिलने के कारण खासे परेशान है। वहीं ठेकेदारों के द्वारा अवैध खनन किया जा रहा है।
अवैध उत्खनन नहीं रूका तो देंगे धरना
विधायक भलावी ने अपने पत्र में कलेक्टर को लिखा है कि यदि ठेकेदार अवैध खनन करेगा तो मैं स्वयं अपने समर्थकों के साथ अवैध उत्खनन स्थल पर धरना दूंगा। जिसकी जवाबदारी पूर्णत: प्रशासन की होगी। नदियों से अवैध उत्खनन को लेकर यह स्थिति अकेले घोड़ाडोंगरी विधानसभा क्षेत्र की नहीं है बल्कि आमला, भैंसदेही और बैतूल विधानसभा क्षेत्र में भी यही स्थिति है। सभी जगहों पर बड़े पैमाने पर अवैध उत्खनन किया जा रहा है। हालांकि अन्य विधानसभा क्षेत्रों के विधायक अभी तक इस मामले को लेकर सामने नहीं आए हैं लेकिन जिस तरह से घोड़ाडोंगरी विधायक ने पहल की है उसे देखते हुए जल्द ही अन्य विधायक भी इस मामले में सख्त से कार्रवाई कराए जाने का निर्णय ले सकते हैं।
२१ हजार में बिक रही एक डंपर रेत
रेत उत्खनन पर प्रतिबंध लगे होने तथा अवैध उत्खनन जोरों पर चलने के कारण जिले में रेत के दाम सोने की तरह महंगे हो गए हैं। एक डंपर रेत २१ हजार रुपए में बिक रही है। जबकि कई जगहों पर २५ हजार रुपए डंपर तक वसूल किए जा रहे हैं। रेत महंगी होने के चलते प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बन रहे मकानों का काम भी रूक गया है। सरकारी निर्माण कार्य भी बंद जैसी स्थिति में हैं। निजी क्षेत्र में जिन लोगों के निर्माण कार्य चल रहे हैं उन्हें ही मजबूरी में महंगे दामों में रेत खरीदना पड़ रही है। पूर्व में रेत महंगी होने को लेकर आंदोलन और प्रदर्शन भी हो चुके हैं। बावजूद इसके जिले में रेत के दामों में कोई कमी नहीं आई है।उल्टे रेत के दाम बढ़े ही है।